सहारनपुर : शहर में जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल के कई आरोपी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. हाल में ही सोशल मीडिया पर पुलिस की पिटाई का एक वीडियो वायरल हुआ. यह वीडियो इन आरोपियों की पिटाई का बताया जा रहा है. हालांकि ईटीवी भारत इसकी पुष्टि नहीं करता है. एक आरोपी के परिजनों ने पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर अपना दर्द साझा किया है. परिजनों का आरोप है कि निर्दोष युवकों को जेल भेज दिया गया है. युवक ने तो प्रदर्शन में शामिल थे और न ही नमाज पढ़ने गए थे. सुबूत के तौर पर उनके पास सीसीटीवी कैमरों के फुटेज मौजूद हैं. वहीं, पुलिस परिजनों के इन सबूतों को दरकिनार कर रही है.
बता दें कि बीते जुमे की नमाज के बाद सहारनपुर की सड़कों पर नमाजी उतर आए थे. प्रदर्शन के दौरान नमाजियों ने नारे लगाए थे. घटना सहारनपुर जिले के घण्टाघर चौराहे के पास की थी. बवाल बढ़ता देख मुख्य बाजार के दुकानदार दुकानें बंद करके भाग गए थे. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने उपद्रव कर रहे नमाजियों पर लाठियां चटकायीं थीं. उपद्रव को कंट्रोल करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस, पीएसी व आरआरएफ की टीमें लगाई गईं थीं. घटना स्थल पर कमिश्नर, आईजी, डीएम एसएसपी समेत तमाम आला अधिकारी मुस्तैद थे.इसके बाद पुलिस ने कई युवकों को गिरफ्तार किया था.
एसएसपी आकाश तोमर ने दावा किया है कि बाजारों के सीसीटीवी फुटेज औऱ अन्य वीडियो से पहचान कर उपद्रवियों की गिरफ्तारी की जा रही है. अब तक 84 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, उन पर रासुका के तहत कार्रवाई की गई है. दो बलवाइयों के घरों पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई है. अब पुलिस की हिरासत में बलवाइयों की पिटाई का एक वीडियो वायरल हुआ है.
बीजेपी विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने वीडियो को ट्विटर हैंडल पर पोस्ट कर लिखा था कि बलवाइयों को रिटर्न गिफ्ट. हालांकि पुलिस अफसर इस वीडियो को लेकर अभी तक कुछ भी नहीं बोले हैं. वीडियो में नजर आ रहे एक युवक शुभान के परिजन सामने आए हैं. उनका आरोप है कि पुलिस ने निर्दोष शुभान को उठाकर जेल भेज दिया. उनके पास शुभान की बेगुनाही के सबूत के तौर पर सीसीटीवी कैमरों के फुटेज उपलब्ध हैं.
शुभान की मां का कहना है कि बेटे ने जुमे की नमाज घर के पास की मस्जिद में पढ़ी थी. घटना के वक्त वह घर पर ही था और उसे पथरी का दर्द हो रहा था. पास की मस्जिद में आते-जाते वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद ये तस्वीरें उसकी बेगुनाही का सबूत हैं. भाई आसिफ ने बताया कि पड़ोसी युवक को नगर कोतवाली पुलिस उठा कर ले गई थी. इसकी जानकारी शुभान को लगी तो वह बाइक से थाने पहुंच गया. इस बाबत उसने पुलिस से पूछा तो पुलिस ने उसको भी थाने में ही बैठा लिया. वहां सबके साथ उसकी भी बर्बरता से पिटाई की गई. उसको गंभीर चोटें आई हुई हैं. शुभान के परिजनों ने उसकी रिहाई की मांग की है.
वहीं, पीड़ित आसिफ की बहनों ने अपने भाई को बेगुनाह बताते हुए कहा कि घटना वाले दिन आसिफ लिंक रोड की एजेंसी से एक्टिवा खरीदने गया हुआ था. वह आधार कार्ड लेने घर आ रहा था, इसी बीच चौकी सराय पुलिस ने उसको पकड़ कर थाने भेज दिया. यही नही जब उसको छुड़ाने के लिए बहनोई गुलफाम मूसा वकील के पास कचहरी जाए रहे थे तो पुलिस ने उनको भी गिरफ्तार कर लिया. उनका प्रदर्शन और घटनास्थल से कोई लेना-देना नहीं है. आरोप है कि पुलिस निर्दोष लोगों को उठाकर जेल भेज रही है.
इसी तरह पीर वाली मोहल्ले की गली नंबर 9 में रहने वाले अली मोहमद के परिजनों का भी रो रोकर बुरा हाल है. परिजनों ने बताया कि अली मोहमद किसी काम से बाजार गए हुए थे जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पिटाई से उसके हाथ-पैरों में चोटें आईं हुईं हैं.
मोहल्ला खाताखेड़ी निवासी फुरकान के बेटे अब्दुल और दोस्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. फुरकान की बीवी मुन्नी का कहना है कि बेटा अब्दुल अपने चचेरे भाई समद के साथ कमेटी के पैसे देने के लिए निकला था. बीच मे ही पुलिस ने पकड़ कर थाने में बंद कर दिया. उनका प्रदर्शन से कोई लेना-देना नहीं है. वहीं, एसएसपी का दावा है कि उन्हीं लोगो को गिरफ्तार किया जा रहा है जिनके खिलाफ पुलिस के पास पर्याप्त सबूत हैं. बड़ा सवाल यह है कि पुलिस न तो सबूत दिखा रही है और न ही पिटाई वाले वीडियो को लेकर कुछ बोलने को तैयार है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप