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सहारनपुर जिला अस्पताल में वेंटिलेटर पर हैं 'वेंटिलेटर', प्रमुख अधीक्षक ने बताई ये वजह

यूपी के सहारनपुर के जिला अस्पताल में 6 वेंटीलेटर हैं, जिसमें 5 वेंटीलेटर ट्रामा सेंटर में और एक वेंटिलेटर ऑपरेशन थिएटर में लगा हुआ है, लेकिन किसी भी वेंटिलेटर पर प्रशिक्षित स्टाफ नहीं है.

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प्रशिक्षित स्टाफ की कमी से वेंटीलेटर व्यवस्था ध्वस्त.
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Published : Jan 28, 2020, 1:07 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

सहारनपुर: जिले के सरकारी अस्पताल में लगे वेंटिलेटर स्टाफ की कमी की वजह से नहीं चल पा रहे हैं. वेंटिलेटर न चलने से मरीजों के तीमारदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मरीजों को वेंटिलेटर की जरूरत पड़ने पर उन्हें देहरादून, मेरठ या फिर चंडीगढ़ रेफर कर दिया जाता है. वेंटिलेटर स्टाफ की कमी पूरा करने के लिए अस्पताल प्रबंधन कई बार शासन को प्रस्ताव भेजा चुका है.

प्रशिक्षित स्टाफ की कमी से वेंटीलेटर व्यवस्था ध्वस्त.


सहारनपुर के जिला अस्पताल में 6 वेंटीलेटर हैं, जिसमें कि 5 वेंटीलेटर ट्रामा सेंटर में और एक वेंटिलेटर ऑपरेशन थिएटर में लगा हुआ है, लेकिन किसी भी वेंटिलेटर पर प्रशिक्षित स्टाफ नहीं है, जिसके चलते मरीजों को प्राथमिक उपचार करने के बाद उन्हें पीजीआई चंडीगढ़, देहरादून जॉली ग्रांट सहित हायर सेंटर रेफर कर दिया जाता है. ऐसे में मरीजों के तीमारदारों को भी भारी दिक्कतों का सामना पड़ता है.

इतना ही नहीं अस्पताल में सेंट्रलाइज ऑक्सीजन प्लांट की सुविधा भी नहीं है. यदि ऑक्सीजन प्लांट की जिला अस्पताल में सेंट्रलाइज सुविधा हो तो यहां मरीजों को रखा जा सकता है. इस बाबत अस्पताल प्रबंधन का भी कहना है कि कई बार शासन को प्रशिक्षित स्टाफ के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है, लेकिन आज तक स्टाफ की तैनाती नहीं हो पाई है, जिस वजह से वेंटिलेटर को लेकर ये समस्या आ रही है.

अस्पताल में वेंटिलेटर के लिए प्रशिक्षित स्टाफ नहीं है, इसलिए वेंटिलेटर को नहीं चलाया जा सकता है. हालांकि कई बार शासन को स्टाफ के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है, लेकिन अभी तक कोई जवाब शासन की ओर से नहीं आया है.
-डॉ. सुनीत कुमार वार्ष्णेय, प्रमुख अधीक्षक, जिला अस्पताल

सहारनपुर: जिले के सरकारी अस्पताल में लगे वेंटिलेटर स्टाफ की कमी की वजह से नहीं चल पा रहे हैं. वेंटिलेटर न चलने से मरीजों के तीमारदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मरीजों को वेंटिलेटर की जरूरत पड़ने पर उन्हें देहरादून, मेरठ या फिर चंडीगढ़ रेफर कर दिया जाता है. वेंटिलेटर स्टाफ की कमी पूरा करने के लिए अस्पताल प्रबंधन कई बार शासन को प्रस्ताव भेजा चुका है.

प्रशिक्षित स्टाफ की कमी से वेंटीलेटर व्यवस्था ध्वस्त.


सहारनपुर के जिला अस्पताल में 6 वेंटीलेटर हैं, जिसमें कि 5 वेंटीलेटर ट्रामा सेंटर में और एक वेंटिलेटर ऑपरेशन थिएटर में लगा हुआ है, लेकिन किसी भी वेंटिलेटर पर प्रशिक्षित स्टाफ नहीं है, जिसके चलते मरीजों को प्राथमिक उपचार करने के बाद उन्हें पीजीआई चंडीगढ़, देहरादून जॉली ग्रांट सहित हायर सेंटर रेफर कर दिया जाता है. ऐसे में मरीजों के तीमारदारों को भी भारी दिक्कतों का सामना पड़ता है.

इतना ही नहीं अस्पताल में सेंट्रलाइज ऑक्सीजन प्लांट की सुविधा भी नहीं है. यदि ऑक्सीजन प्लांट की जिला अस्पताल में सेंट्रलाइज सुविधा हो तो यहां मरीजों को रखा जा सकता है. इस बाबत अस्पताल प्रबंधन का भी कहना है कि कई बार शासन को प्रशिक्षित स्टाफ के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है, लेकिन आज तक स्टाफ की तैनाती नहीं हो पाई है, जिस वजह से वेंटिलेटर को लेकर ये समस्या आ रही है.

अस्पताल में वेंटिलेटर के लिए प्रशिक्षित स्टाफ नहीं है, इसलिए वेंटिलेटर को नहीं चलाया जा सकता है. हालांकि कई बार शासन को स्टाफ के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है, लेकिन अभी तक कोई जवाब शासन की ओर से नहीं आया है.
-डॉ. सुनीत कुमार वार्ष्णेय, प्रमुख अधीक्षक, जिला अस्पताल

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सहारनपुर : सहारनपुर के जिला अस्पताल में स्टाफ की कमी से नहीं चल पा रहे वेंटिलेटर, वेंटिलेटर न चलने से मरीजों को करना पड़ रहा है परेशानियों का सामना, जरूरत पड़ने पर मरीजों को किया जाता है चंडीगढ़, देहरादून सहित हायर सेंटर रेफर, अस्पताल प्रबंधन द्वारा कई बार शासन को भेजा गया प्रस्ताव,


Body:VO1 : आपको बता दें कि सहारनपुर के जिला अस्पताल में 6 वेंटीलेटर है जिसमे की 5 वेंटीलेटर ट्रामा सेंटर में और एक वेंटिलेटर ऑपरेशन थिएटर में लगा हुआ है, लेकिन खास बात यह है कि किसी भी वेंटिलेटर पर प्रशिक्षित स्टाफ नहीं है, जिसके चलते मरीजों को प्राथमिक उपचार करने के बाद उन्हें पीजीआई चंडीगढ़, देहरादून जॉली ग्रांट सहित हायर सेंटर रेफर कर दिया जाता है, जिससे कि मरीजों के तीमारदारों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इतना ही नहीं अस्पताल में सेंट्रलाइज ऑक्सीजन प्लांट की सुविधा भी नहीं है, यदि ऑक्सीजन प्लांट की जिला अस्पताल में सेंट्रलाइज सुविधा हो तो यहां मरीजों को रखा जा सकता है, इस बाबत अस्पताल प्रबंधन का भी कहना है कि कई बार शासन को प्रशिक्षित स्टाफ के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है लेकिन आज तक स्टाफ की तैनाती नहीं हो पाई है, जिस वजह से वेंटिलेटर को लेकर ये समस्या आ रही है।


Conclusion:इस संबंध में जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ सुनीत कुमार वार्ष्णेय ने बताया कि अस्पताल में वेंटिलेटर के लिए प्रशिक्षित स्टाफ नहीं है, इसलिए वेंटिलेटर को नहीं चलाया जा सकता है, हालांकि कई बार शासन को स्टाफ के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है, लेकिन अभी तक कोई भी जवाब शासन की ओर से नहीं आया है,

बाइट - डॉ सुनीत कुमार वार्ष्णेय ( प्रमुख अधीक्षक, जिला अस्पताल)

RAMKUMAR PUNDIR
SAHARANPUR
9410821417
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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