सहारनपुर : अयोध्या फैसला आने से पहले जहां प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद दिखाई दे रहा है. वहीं इस मुद्दे को लेकर देवबन्दी उलेमाओं ने सभी देशवासियों एवं मुसलमानों से शांति बनाए रखने की अपील है. उन्होंने कहा कि सभी लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करें.
देवबन्दी उलेमा आलीम कारी इश्फाक गौरा ने कहा कि अयोध्या मामले में 15 तारीख को फैसला आनने वाला है. सभी लोगों से अपील है कि जो फैसला कोर्ट का होगा वही मुसलमानों को मंजूर होगा. हमारे लिए सुप्रीम कोर्ट सर्वमान्य है. उन्होंने तमाम इस्लामिक संगठनों के पदाधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि कोर्ट का फैसला किसी भी पक्ष के लिए आए उसे कबूल करना हमारा फर्ज बनता है. उन्होंने खासतौर से मुसलमानों से भी अपील करते हुए कहा कि कोर्ट का जो फैसला आए उसे कबूल करें और इत्मीनान से काम लें. मोहब्बत प्यार हिंदुस्तान की एक पहचान है, वह कायम रहनी चाहिए.
वहीं देवबन्दी आलीम मुफ्ती अहमद गोड ने भी देश के तमाम लोगों से अपील की कि कोर्ट के फैसले को मानें. उन्होंने कहा कि मैं देश के तमाम मुसलमानों से अपील करना चाहूंगा कि देश का ऐतिहासिक फैसला आने वाला है. देश में प्यार मोहब्बत बरकरार है. हिंदुस्तान एक ऐसा मुल्क है, जहां सबसे बड़ी जम्हूरियत है. इसकी हिफाजत करने की जिम्मेदारी तमाम लोगों की है, चाहे वह किसी भी मजहब का हो.
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उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का एहतराम करें और उसे दिल से मानने की कोशिश करें, क्योंकि जो प्यार मोहब्बत एकता हमारे देश में है पूरी दुनिया में यह एक मिसाल के तौर पर मानी जाती है.इसलिए इसकी हिफाजत करने कि हमारे सभी देशवासियों की जिम्मेदारी बनती है, क्योंकि यह प्यार मोहब्बत हमारी धरोहर है.