सहारनपुरः सरकार के आदेश पर गैर मान्यता प्राप्त एवं स्ववित्त पोषित मदरसों का सर्वे शुरू हो गया है. मदरसों के सर्वे के आदेश के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने सर्वे अभियान तेज कर दिया है. वहीं, सर्वे को लेकर मदरसा संचालकों एवं उलेमाओं में नाराजगी देखी जा रही है. सहारनपुर के विश्वविख्यात कस्बे एवं फतवों की नगरी देवबंद में भी मदरसों का सर्वे कर सत्यापन किया जा रहा है.
सोमवार को एसडीएम के नेतृत्व में मदरसों का सत्यापन किया गया. प्रशासन की इस कार्रवाई से मदरसा संचालकों में अफरा तफरी है. एसडीएम के अनुसार 5 अक्टूबर तक सर्वे की जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी कार्यालय में भेजी जाएगी. इसके लिए कस्बे से लेकर गांव देहात के सभी मदरसों के सर्वे के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं.
बता दें कि सीएम योगी ने प्रदेश में चल रहे सरकारी और गैर सरकारी मदरसों का सत्यापन करने के निर्देश दिए हैं ताकि मदरसों का आधुनिकीकरण कर सरकारी व्यवस्थाओं से जोड़ा जा सके. सोमवार को देवबंद एसडीएम दीपक कुमार अल्पसंख्यक, राजस्व और शिक्षा विभाग की टीम के साथ मदरसा दारुल उलूम जकरिया पहुंचे, जहां उन्होंने निरीक्षण करते हुए मूलभूत सुविधाओं की जानकारी जुटाई. इस दौरान मदरसा प्रबंधन समिति ने सर्वे टीम को भरपूर सहयोग किया.
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मदरसा दारुल उलूम जकरिया में पहुंची सर्वे टीम ने वित्तीय व्यवस्था, मदरसे के भवन, छात्रावास, सीसीटीवी कैमरे, पीने का पानी, बाथरुम और शौचालय आदि व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए सुविधाओं से संबंधित जानकारी ली. टीम ने मदरसे की व्यवस्थाओं को देखकर संतुष्टि जताई.
एसडीएम दीपक कुमार ने बताया कि शासनादेश के अनुपालन में नगर एवं देहात क्षेत्र के मदरसों के सर्वे का कार्य शुरू किया गया है. गठित की गई टीम लगातार सर्वे का काम करती रहेगी. उन्होंने बताया कि पांच अक्टूबर तक सर्वे पूरा कर इसकी रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी. मदरसा जकरिया के मोहतमिम मुफ्ती शरीफ खान ने बताया कि सर्वे के दौरान प्रशासन द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेज उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे टीम पूरी तरह संतुष्ट नजर आई.
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