सहारनपुर : लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण के नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. जहां सभी प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने में लगे हैं. तो वहीं जिला प्रशासन ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अभियान चलाया है. स्वीप योजना के तहत मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक किया जा रहा है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश का जिला सहारनपुर हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिए ही नहीं बल्कि मतदान प्रतिशत में नंबर एक रहने के लिए भी जाना जाता है. सहारनपुर में 2014 के लोकसभा चुनाव और 2017 के विधानसभा चुनाव में बम्पर मतदान प्रतिशत देखने को मिला था. जिसके चलते मतदान प्रतिशत में इस जिले को पहला स्थान मिला था.
इस चुनाव में भी जिला प्रशासन जिले को मतदान प्रतिशत में नंबर एक पर लाने के लिए विभिन्न अभियान चला रहा है. जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने बताया कि मतदाता जागरूकता अभियान के तहत स्वीप योजना में मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है. इसके तहत उन्होंने मतदाताओं को मतदान दिवस पर अपना बहुमूल्य मतदान देने की अपील की.
जहां गन्ना विभाग द्वारा गन्ने की पर्चियों पर मतदान की अपील की मुहर लगाई जा रही है. वहीं जनपद में "सारे काम छोड़ दो, सबसे पहले वोट दो" के नारे के साथ प्रचार अभियान शुरू किए गए हैं. उ.प्र. उद्योग व्यापार मण्डल की जिला इकाई के प्रमुख पदाधिकारियों के माध्यम से भी मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है.
जनपद में बैनर, पोस्टर, स्टीकर, सोशल मीडिया, नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से भी मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है. जिलाधिकारी ने कहा कि लोकसभा चुनाव भारतीय लोकतंत्र का सबसे बड़ा महापर्व है और वोट डालना हमारा अधिकार है, उसके साथ ही इसका प्रयोग करना भी हम सबका कर्तव्य है. उन्होंने लोकसभा चुनाव में जनपद में रिकॉर्ड मतदान करने की अपील की. इस दौरान उन्होंने आपके वोट से ही है लोकतंत्र का सम्मान, प्रथम चरण के लिए 11 अप्रैल को अवश्य करें मतदान का संदेश भी दिया.