सहारनपुरः जिले के बेहट कोतवाली क्षेत्र स्थित गांव रुहालका में अवैध कब्जा हटाने के दौरान बवाल हो गया. दरअसल कब्जा हटाने पहुंची राजस्व और पुलिस टीम के साथ कब्जाधारक की कहासुनी हो गई. देखते ही देखते कहासुनी विवाद में तब्दील हो गई, जहां इस दौरान एक दारोगा, लेखपाल और ग्रामीण झड़प में घायल हो गए. वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने लाठीचार्ज करने के बाद उनके छप्पर में आग लगा दी, जिसके बाद बवाल बढ़ गया.
बता दें कि मंगलवार को आयोजित तहसील दिवस में मंडलायुक्त के समक्ष कोतवाली बेहट इलाके के गांव रुहालका में रास्ते की जमीन पर कब्जे की शिकायत की गई थी. इस पर मंडलायुक्त ने तुरंत संबंधित अधिकारियों को कब्जा हटवाने के निर्देश दिए थे. मंडलायुक्त के आदेश पर बुधवार को राजस्व व पुलिस की टीम रुहालका में कब्जा हटवाने पहुंची थी.
लेखपाल व दारोगा घायल
कब्जा हटवाने को लेकर कब्जाधारी पक्ष और राजस्व टीम के बीच हुए विवाद में एक दारोगा, लेखपाल सहित कई लोग घायल हो गए. इतना ही नहीं गैर रिहायशी टीन शेड व छप्पर में तोड़फोड़ कर आग भी लगा दी गई. घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम बेहट दीप्ति देव, सीओ विजयपाल सिंह व नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे और घायलों को बेहट सीएचसी में भर्ती कराया. इसके बाद मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की गाड़ी ने आग पर काबू पाया.
पुलिस व प्रधान पर लगा आरोप
कब्जाधारी पक्ष का आरोप है कि पुलिस व ग्राम प्रधान ने मिलकर उन पर लाठियां चला दीं और उनके घर में तोड़फोड़ कर हुए आग लगा दी. इस झड़प में घायल हुए कब्जाधारी पक्ष के युवक का कहना है कि प्रधान द्वारा राजस्व की टीम के साथ मिलकर जबरन उनका कब्जा हटाया जा रहा है. वहीं एसडीम बेहट का कहना है कि टीम नियमानुसार कब्जा हटवाने पहुचीं थी, जहां इस दौरान राजस्व व पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया. इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
कोतवाली बेहट क्षेत्र के गांव रुहालका में अवैध कब्जा हटाने गई राजस्व और पुलिस की टीम पर कब्जाधारियों ने हमला कर दिया. इस हमले में एक दारोगा और लेखपाल घायल हो गए हैं. कब्जाधारी परिवार ने खुद ही अपने छप्पर में आग लगाकर तोड़-फोड़ की है. मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
-दीप्ति देव, एसडीएम बेहट