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निर्भया के केस में शुरू से होती रही राजनीति: योगिता भ्याना - saharanpur today news

निर्भया कांड के दोषियों को हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. इस लड़ाई को लड़ रही परी की संस्थापक योगिता भ्याना ने अदालत के इस फैसले पर सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि हमारे देश की न्याय प्रणाली को बदलने की जरूरत है.

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योगिता भ्याना.
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Published : Feb 5, 2020, 11:35 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

सहारनपुर: बहुचर्चित निर्भया कांड के दोषियों को एक बार फिर हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिल गई. हाईकोर्ट ने फांसी की सजा पा चुके चारो दोषियों की फांसी को फिर से टाल दिया है, जिसके बाद न सिर्फ निर्भया के माता-पिता को दुख पहुंचा है, बल्कि निर्भया की लड़ाई लड़ रही 'परी' संस्था ने भी अफसोस जताया है.

परी की संस्थापक योगिता भ्याना ने अदालत के इस फैसले पर सवाल खड़े कर दिए हैं. योगिता भ्याना ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि हमारे देश की न्याय प्रणाली में काफी कमियां हैं, इसलिए न्याय प्रणाली को बदलने की जरूरत है. लगातार दोषियों की फांसी की सजा पर दिल्ली सरकार की केजरीवाल सरकार राजनीति कर रही है.

निर्भया के दोषियों के बचाने के लिए हो रही राजनीति.
हमारे कानून में बहुत सारी हैं कमियां
निर्भया के दोषियों की फांसी टालने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए कानून में लूजपोल हैं और आरोपियों के वकील इन लूजपोल का दुरुपयोग कर रहे हैं. कहीं न कहीं हमारे कानून में बहुत सारी कमियां हैं, जिन्हें बदलने का समय आ गया है. रेप पीड़िताओं का प्रत्येक मामला उदाहरण बना हुआ है. निर्भया के दोषियों को फांसी दिलाने के बाद टालने की घटना ने देश को बेटियों को बहुत कुछ सिखा दिया है. इसके चलते अब कानून बदलेगा और परी संस्था इसके लिए प्रयासरत है.
देश का बड़े से बड़ा वकील दोषियों की कर रहा है वकालत
राजनीति करने वाले लोगों के सवाल पर योगिता का कहना है कि मुझे लगता है, जो कानूनी व्यवस्था में समस्या एवं कमजोरी है. इन्हीं की वजह से दोषी बच जाते हैं. वकीलों को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि हर दिन नए-नए बड़े-बड़े वकील उन्हें स्पोट करने आ रहे हैं. इतने अच्छे वकील पीड़िता को नहीं मिलते जितने बड़े वकील दोषियों को मुफ्त में मिल जाते हैं. देश का बड़े से बड़ा वकील दोषियों की वकालत कर रहा है.

इसे भी पढ़ें:- मां की पूजा, पिता के टिप्स, यशस्वी का शतक और सेमीफाइनल में पाकिस्तान की हार

सहारनपुर: बहुचर्चित निर्भया कांड के दोषियों को एक बार फिर हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिल गई. हाईकोर्ट ने फांसी की सजा पा चुके चारो दोषियों की फांसी को फिर से टाल दिया है, जिसके बाद न सिर्फ निर्भया के माता-पिता को दुख पहुंचा है, बल्कि निर्भया की लड़ाई लड़ रही 'परी' संस्था ने भी अफसोस जताया है.

परी की संस्थापक योगिता भ्याना ने अदालत के इस फैसले पर सवाल खड़े कर दिए हैं. योगिता भ्याना ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि हमारे देश की न्याय प्रणाली में काफी कमियां हैं, इसलिए न्याय प्रणाली को बदलने की जरूरत है. लगातार दोषियों की फांसी की सजा पर दिल्ली सरकार की केजरीवाल सरकार राजनीति कर रही है.

निर्भया के दोषियों के बचाने के लिए हो रही राजनीति.
हमारे कानून में बहुत सारी हैं कमियां
निर्भया के दोषियों की फांसी टालने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए कानून में लूजपोल हैं और आरोपियों के वकील इन लूजपोल का दुरुपयोग कर रहे हैं. कहीं न कहीं हमारे कानून में बहुत सारी कमियां हैं, जिन्हें बदलने का समय आ गया है. रेप पीड़िताओं का प्रत्येक मामला उदाहरण बना हुआ है. निर्भया के दोषियों को फांसी दिलाने के बाद टालने की घटना ने देश को बेटियों को बहुत कुछ सिखा दिया है. इसके चलते अब कानून बदलेगा और परी संस्था इसके लिए प्रयासरत है.
देश का बड़े से बड़ा वकील दोषियों की कर रहा है वकालत
राजनीति करने वाले लोगों के सवाल पर योगिता का कहना है कि मुझे लगता है, जो कानूनी व्यवस्था में समस्या एवं कमजोरी है. इन्हीं की वजह से दोषी बच जाते हैं. वकीलों को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि हर दिन नए-नए बड़े-बड़े वकील उन्हें स्पोट करने आ रहे हैं. इतने अच्छे वकील पीड़िता को नहीं मिलते जितने बड़े वकील दोषियों को मुफ्त में मिल जाते हैं. देश का बड़े से बड़ा वकील दोषियों की वकालत कर रहा है.

इसे भी पढ़ें:- मां की पूजा, पिता के टिप्स, यशस्वी का शतक और सेमीफाइनल में पाकिस्तान की हार

Intro:सहारनपुर : बहुचर्चित हुए निर्भया कांड के दोषियों को एक बार फिर हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिल गई। हाई कोर्ट ने फांसी की सजा पाए चुके चारो दोषियों की फांसी को फिर से टाल दिया है। जिसके बाद न सिर्फ निर्भया के माता पिता को दुख पहुंचा है बल्कि निर्भया की लड़ाई लड़ रही "परी" संस्था ने भी अफसोस जताया है। परी की संस्थापक योगिता भ्याना ने अदालत के इस फैसले पर सवाल खड़े कर दिये हैं। योगिता भ्याना ने ईटीवी भारत से EXCLUSIVE बातचीत में बताया कि हमारे देश की न्याय प्रणाली खोखली हो चुकी है। इसलिए न्याय प्रणाली को बदलने की जरूरत है। लगातार दोषियों की फांसी की सजा पर दिल्ली सरकार की केजरीवाल सरकार राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के कई बड़े वकील मुफ्त में घण्टो तक बहस कर रहे है।


Body:VO 1 - परी संस्था की फाउंडर बुधवार को सहारनपुर में थी जहां उन्होंने ईटीवी भारत से EXCLUSIVE बातचीत में निर्भया कांड के दोषियों की सजा टालने पर सवाल खड़े किये है। फांसी की सजा मुकर्रर होने के बाद भी लगातार दोषियों को राहत मिलती जा रही है। योगिता भ्याना ने बताया कि वे करीब 20 रेप पीड़िताओं की लड़ाई लड़ रही है। इस दौरान उनके सामने FIR से लेकर मेडिकल, याचिका दायर करने तक बहुत सारी कठिनाइयां आ रही है। जिनमे से अभी तक एक मामले में भी पूरी तरह न्याय नही मिल पाया। इसके लिए हमारी कानून व्यवस्था की बड़ी कमजोरी है। बच्चियों के साथ हो रही घटनाओं को लेकर हमारी न्याय प्रणाली में बदलाव की बहुत जरूरत है।

निर्भया के दोषियों की फांसी टालने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए कानून लूजपोल है और आरोपियों के वकील इन लूजपोल का दुरुपयोग कर रहे हैं। ये कही ना कहीं हमारे कानून में बहुत सारी कमियां हैं। जिन्हें बदलने का समय आ गया है रेप पीड़िताओं का प्रत्येक मामला उदाहरण बना हुआ है। निर्भया के दोषियों को फांसी दिलाने के बाद टालने की घटना ने देश को बेटियों को बहुत कुछ सीखा दिया है। जिसके चलते अब कानून बदलेगा और परी संस्था इसके लिए प्रयासरत है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दोषियों की फांसी टलने के सवाल पर उन्होंने बताया कि हमारे देश मे बलात्कार और हत्या पर राजनीति होना स्वाभाविक है। निर्भया मामले पर तो सरकार भी बदल गयी तत्कालीन कॉंग्रेस सरकार को जाना पड़ा। निर्भया कांड पर शुरू से ही राजनीति होती आ रही है।

राजनीति करने वाले लोगो के सवाल पर योगिता का कहना है कि मुझे लगता है जो कानूनी व्यवस्था में समस्या एवं कमजोरी है उन्ही की वजह से दोषी बच जाते है। वकीलों को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि हर दिन नए नए बड़े बड़े वकील उन्हें स्पोट करने आ रहे है। जो वकील आतंकी याकूब मेनन के साथ खड़े हो ऐसे वकील निर्भया के दोषियों को बचाने के लिए 3-3 घन्टे अदालत में खड़े होकर बहस कर रहे है। इसलिए ऐसे वकीलों का भहिष्कार करना चाहिए। इतने अच्छे वकील पीड़िता को नही मिलते जितने बड़े वकील दोषियों को मुफ्त में मिल जाते है। देश का बड़े से बड़ा वकील दोषियों की वकालत कर रहा है। ये सभी वकील दिल्ली की केजरीवाल सरकार से तालुक रखते हैं।

बाईट - योगिता भ्याना ( फाउंडर परी )


Conclusion:रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121293042
9759945153
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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