ETV Bharat / state

अधिवक्ता संशोधन विधेयक का वकीलों ने जताया विरोध, न्यायिक कार्य से रहे विरत, हाईकोर्ट का कामकाज प्रभावित - ADVOCATES AMENDMENT BILL 2025

प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन बिल-2025 के विरोध में वकीलों के विरोध से हाईकोर्ट का कामकाज प्रभावित हुआ और वादकारियों को निराशा हाथ लगी

प्रयागराज में प्रदर्शन करते वकील.
प्रयागराज में प्रदर्शन करते वकील. (Photo Credit; ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 21, 2025, 10:14 PM IST

प्रयागराज: इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील न्यायाधीशों की संख्या में अत्यधिक कमी और प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन बिल-2025 के विरोध में शुक्रवार को न्यायिक कार्य से विरत रहे. हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष अनिल तिवारी एवं महासचिव विक्रांत पांडेय के साथ बड़ी संख्या में वकीलों ने हाईकोर्ट के गेट नंबर तीन पर एकत्र होकर प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन विधेयक के विरोध में प्रदर्शन किया. वकीलों के न्यायिक कार्य से विरत रहने के कारण हाईकोर्ट का कामकाज प्रभावित हुआ और वादकारियों को निराशा हाथ लगी.

हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष अनिल तिवारी ने कहा कि उच्च न्यायालय में जजों की संख्या स्वीकृत संख्या के आधे से भी कम है, जिससे न्यायिक कार्य बहुत प्रभावित हो रहा है और मुकदमों का बोझ काफी बढ़ गया है. दूसरी ओर वकील काफी समय से अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम लागू करने के लिए संघर्षरत हैं. लेकिन सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है और अब अधिवक्ता संशोधन बिल-2025 से सिर्फ वकीलों के अधिकारों को संकुचित करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

संयुक्त सचिव प्रेस पुनीत कुमार शुक्ल के अनुसार विरोध प्रदर्शन में वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश खरे, उपाध्यक्ष अग्निहोत्री कुमार त्रिपाठी, अखिलेश कुमार मिश्र व नीरज त्रिपाठी, संयुक्त सचिव सुमित कुमार श्रीवास्तव, अभिजीत कुमार पांडेय व आंचल ओझा, कोषाध्यक्ष रणविजय सिंह, गवर्निंग काउंसिल सदस्य उदिशा त्रिपाठी, अवधेश मिश्र, अभिषेक तिवारी, सच्चिदानंद यादव, दिनेश यादव, सर्वेश्वर लाल श्रीवास्तव, पूर्व महासचिव डॉ सीपी उपाध्याय, धर्मेंद्र शुक्ल, संतोष मिश्र, सौरभ शुक्ल, शशि प्रकाश सिंह, आनंद मोहन पांडेय, राम श्याम शंकर पांडेय, नीतेश पांडेय, इंदु शेखर त्रिपाठी, सूरज मिश्र, सुबोध पांडेय, अभय राज सोनकर, टीपी दुबे, सुभाष मौर्य आदि शामिल रहे.

प्रस्तावित विधेयक की प्रतियां फूंकी
अधिवक्ता संशोधन विधेयक 2025 के विरोध में वकीलों ने अम्बेडकर चौराहे पर भी प्रदर्शन किया. इस दौरान अधिवक्ताओं ने प्रस्तावित विधेयक की प्रतियां भी जलाई. प्रर्दशन का नेतृत्व कर रहे पूर्व हाईकोर्ट बार के संयुक्त सचिव प्रेस आशुतोष त्रिपाठी ने कहा कि अधिवक्ता संशोधन विधेयक 2025 अधिवक्ता विरोधी है और अधिवक्ताओं का शोषण करने वाला है. विधेयक के अनेक बिंदु पूरी तरह तथ्य और समझ समझ से परे हैं. प्रर्दशन कर रहे वकीलों ने हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष/ महासचिव से अनुरोध किया कि 28 फरवरी तक न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लें. प्रदर्शन में आरपी तिवारी, जय प्रकाश तिवारी, चंद्र प्रकाश पांडेय, दीपांकर, पवन भारद्वाज, पुष्पराज सिंह, मयंक यादव, संतोष मिश्र,‌ विक्रम सिंह, अचिन ओझा, अनिरुद्ध पांडेय, राय साहब यादव, प्रशांत सिंह रिंकू, आरपीएन मिश्र, शिवम सिंह, शैलेंद्र तिवारी, मदन तिवारी आदि सम्मिलित रहे.

टैक्स वकीलों ने विरोध दिवस मनाया
अधिवक्ता संशोधन बिल 2025 के विरोध में उत्तर प्रदेश कर अधिवक्ता संगठन (पंजीकृत) लखनऊ के प्रांतीय अध्यक्ष विक्रमजीत सिंह भदौरिया के नेतृत्व में प्रांत के सभी कर अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को विरोध दिवस मनाया.

इसे भी पढें-यूपी में अधिवक्ता संशोधन बिल के खिलाफ वकीलों का प्रदर्शन; लखनऊ में पुलिस से धक्का-मुक्की, जलाईं प्रतियां

प्रयागराज: इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील न्यायाधीशों की संख्या में अत्यधिक कमी और प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन बिल-2025 के विरोध में शुक्रवार को न्यायिक कार्य से विरत रहे. हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष अनिल तिवारी एवं महासचिव विक्रांत पांडेय के साथ बड़ी संख्या में वकीलों ने हाईकोर्ट के गेट नंबर तीन पर एकत्र होकर प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन विधेयक के विरोध में प्रदर्शन किया. वकीलों के न्यायिक कार्य से विरत रहने के कारण हाईकोर्ट का कामकाज प्रभावित हुआ और वादकारियों को निराशा हाथ लगी.

हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष अनिल तिवारी ने कहा कि उच्च न्यायालय में जजों की संख्या स्वीकृत संख्या के आधे से भी कम है, जिससे न्यायिक कार्य बहुत प्रभावित हो रहा है और मुकदमों का बोझ काफी बढ़ गया है. दूसरी ओर वकील काफी समय से अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम लागू करने के लिए संघर्षरत हैं. लेकिन सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है और अब अधिवक्ता संशोधन बिल-2025 से सिर्फ वकीलों के अधिकारों को संकुचित करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

संयुक्त सचिव प्रेस पुनीत कुमार शुक्ल के अनुसार विरोध प्रदर्शन में वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश खरे, उपाध्यक्ष अग्निहोत्री कुमार त्रिपाठी, अखिलेश कुमार मिश्र व नीरज त्रिपाठी, संयुक्त सचिव सुमित कुमार श्रीवास्तव, अभिजीत कुमार पांडेय व आंचल ओझा, कोषाध्यक्ष रणविजय सिंह, गवर्निंग काउंसिल सदस्य उदिशा त्रिपाठी, अवधेश मिश्र, अभिषेक तिवारी, सच्चिदानंद यादव, दिनेश यादव, सर्वेश्वर लाल श्रीवास्तव, पूर्व महासचिव डॉ सीपी उपाध्याय, धर्मेंद्र शुक्ल, संतोष मिश्र, सौरभ शुक्ल, शशि प्रकाश सिंह, आनंद मोहन पांडेय, राम श्याम शंकर पांडेय, नीतेश पांडेय, इंदु शेखर त्रिपाठी, सूरज मिश्र, सुबोध पांडेय, अभय राज सोनकर, टीपी दुबे, सुभाष मौर्य आदि शामिल रहे.

प्रस्तावित विधेयक की प्रतियां फूंकी
अधिवक्ता संशोधन विधेयक 2025 के विरोध में वकीलों ने अम्बेडकर चौराहे पर भी प्रदर्शन किया. इस दौरान अधिवक्ताओं ने प्रस्तावित विधेयक की प्रतियां भी जलाई. प्रर्दशन का नेतृत्व कर रहे पूर्व हाईकोर्ट बार के संयुक्त सचिव प्रेस आशुतोष त्रिपाठी ने कहा कि अधिवक्ता संशोधन विधेयक 2025 अधिवक्ता विरोधी है और अधिवक्ताओं का शोषण करने वाला है. विधेयक के अनेक बिंदु पूरी तरह तथ्य और समझ समझ से परे हैं. प्रर्दशन कर रहे वकीलों ने हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष/ महासचिव से अनुरोध किया कि 28 फरवरी तक न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लें. प्रदर्शन में आरपी तिवारी, जय प्रकाश तिवारी, चंद्र प्रकाश पांडेय, दीपांकर, पवन भारद्वाज, पुष्पराज सिंह, मयंक यादव, संतोष मिश्र,‌ विक्रम सिंह, अचिन ओझा, अनिरुद्ध पांडेय, राय साहब यादव, प्रशांत सिंह रिंकू, आरपीएन मिश्र, शिवम सिंह, शैलेंद्र तिवारी, मदन तिवारी आदि सम्मिलित रहे.

टैक्स वकीलों ने विरोध दिवस मनाया
अधिवक्ता संशोधन बिल 2025 के विरोध में उत्तर प्रदेश कर अधिवक्ता संगठन (पंजीकृत) लखनऊ के प्रांतीय अध्यक्ष विक्रमजीत सिंह भदौरिया के नेतृत्व में प्रांत के सभी कर अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को विरोध दिवस मनाया.

इसे भी पढें-यूपी में अधिवक्ता संशोधन बिल के खिलाफ वकीलों का प्रदर्शन; लखनऊ में पुलिस से धक्का-मुक्की, जलाईं प्रतियां

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.