सहारनपुर: कोरोना वैक्सीन को मुस्लिम मुस्लिम धर्म गुरुओं के अलग-अलग विचार हैं, तो वहीं अमेरिका जैसे कई देशों में इससे बचाव के लिए टीकाकरण का अभियान भी शुरू किया जा चुका है. वहीं विश्व भर के मुस्लिम धर्म गुरुओं के बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर सभी के अलग-अलग मत हैं कि इस वैक्सीन को लगवाया जाए या नहीं.
भारत में कोरोना को मात देने के लिए जहां डॉक्टर वैक्सीन बनाने में लगे हुए हैं, और बार-बार यह बात कही जा रही है कि जल्द भारत के अंदर कोरोना की वैक्सीन बनकर तैयार होने जा रही है, जिसके लिए जगह-जगह वैक्सीन स्टॉक भी बनाए गए हैं, लेकिन वैक्सीन में सूअर के मांस का प्रयोग किया गया है इसकी अफवाह भी जोरों पर है, जिसको लेकर मुस्लिम धर्मगुरु कारी इसहाक गोरा ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन को लेकर बातें सामने आ रही हैं कि इसमें सुअर के मीट का इस्तेमाल किया जा रहा है, इसकी अभी पूरी तरह पुष्टि नहीं हुई है.
उन्होंने कहा कि हम लोग दवा बनाने वाली बड़ी कंपनियों के ज़िम्मेदारों व डाक्टरों से बातचीत कर रहे हैं कि इसमें किन चीज़ों का इस्तेमाल किया जाएगा. पूरा फ़ार्मूला लेने और समझने की कोशिश कर रहे हैं, तहकीकात पूरी होने के बाद हमारे मुफ़्तियान-ए-इकराम इस पर फ़ैसला देंगे. इसका इस्तेमाल शरीयत की रोशनी में जाईज होगा या नहीं.
उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि अभी वैक्सीन आने का इंतज़ार करें. इसके साथ ही तमाम लोगों से अपील करता हूं कि किसी तरह की अफ़वाहों पर ध्यान ना दिया जाए.