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सहारनपुर: जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने की जाम लगा रहे छात्रों पर से मुकदमा खारिज करने की मांग

जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने हाइवे जाम प्रकरण में मदरसा छात्रों पर मुकदमें लिखे जाने की कड़े शब्दों में निंदा की है. उन्होंने पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द मुकदमें खारिज करने की मांग की.

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मौलाना ने छात्रों पर दर्ज मुकदमे खारिज करने की रखी मांग.
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Published : Dec 16, 2019, 6:31 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

सहारनपुर: जमीयत उलेमा-ए-हिन्द ने हाइवे जाम प्रकरण में मदरसा छात्रों पर मुकदमें लिखे जाने की कड़े शब्दों में निंदा की है. उन्होंने पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द मुकदमें खारिज करने की मांग की. जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय सचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने कहा कि किसी भी अन्याय के लिए प्रदर्शन और आंदोलन देशवासियों का बुनियादी हक है और देवबंद में भी छात्रों ने अपने अधिकार का इस्तेमाल किया.

मौलाना ने छात्रों पर दर्ज मुकदमे खारिज करने की रखी मांग.

क्या है पूरा मामला
लोकसभा में नागरिक संशोधन बिल के पास होने के विरोध में देवबंद में संस्था तंजीम अबनाये मदारिस के अध्यक्ष मेहंदी हसन ऐनी ने नगर के सरसटा बाजार से खानकाह चौकी तक शांति मार्च निकालने की घोषणा की थी. इसके बाद दारूल उलूम समेत अन्य मदरसों में पढ़ने वाले हज़ारों छात्र व नगर के लोग सरसटा बाजार में एकत्र हुए. फिर बिल के विरोध में मार्च निकालते हुए खानकाह चौकी की ओर जाने लगे. इस बीच शांति मार्च अशांति मार्च में बदल गया.

सैकड़ों की संख्या में मदरसा छात्र नारेबाजी करते हुए सहारनपुर-मुजफ्फरनगर हाइवे पर पहुंच गये थे और राणा गैस एजेंसी के आगे सड़क पर जाम लगा दिया था. इस पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 250 अज्ञात छात्रों पर मुकदमा दर्ज कर लिया था.

क्या कहते हैं जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय सचिव
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय सचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने कहा कि किसी भी अन्याय के लिए प्रदर्शन और आंदोलन देशवासियों का बुनियादी हक है और देवबंद में भी छात्रों ने अपने अधिकार का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि संसद में लगातार जल्दी-जल्दी बिल लाकर पास कराया जा रहा है, जबकि लोग परेशान हैं, महंगाई से जूझ रहे हैं. लोगों के पास रोजगार नहीं है.

बुनियादी मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए लाया गया कानून

उन्होंंने कहा कि लोगों का ध्यान जरूरी मुददों से हटाने के लिए यह बिल लाया गया. हम इसका विरोध करते रहेंगे और छात्रों ने भी इसका विरोध किया. जिन बच्चों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है वह मायूस ना हों, परेशान ना हों, जमीयत उलेमा ए हिंद पूरी तरह से उनके साथ है.

सहारनपुर: जमीयत उलेमा-ए-हिन्द ने हाइवे जाम प्रकरण में मदरसा छात्रों पर मुकदमें लिखे जाने की कड़े शब्दों में निंदा की है. उन्होंने पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द मुकदमें खारिज करने की मांग की. जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय सचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने कहा कि किसी भी अन्याय के लिए प्रदर्शन और आंदोलन देशवासियों का बुनियादी हक है और देवबंद में भी छात्रों ने अपने अधिकार का इस्तेमाल किया.

मौलाना ने छात्रों पर दर्ज मुकदमे खारिज करने की रखी मांग.

क्या है पूरा मामला
लोकसभा में नागरिक संशोधन बिल के पास होने के विरोध में देवबंद में संस्था तंजीम अबनाये मदारिस के अध्यक्ष मेहंदी हसन ऐनी ने नगर के सरसटा बाजार से खानकाह चौकी तक शांति मार्च निकालने की घोषणा की थी. इसके बाद दारूल उलूम समेत अन्य मदरसों में पढ़ने वाले हज़ारों छात्र व नगर के लोग सरसटा बाजार में एकत्र हुए. फिर बिल के विरोध में मार्च निकालते हुए खानकाह चौकी की ओर जाने लगे. इस बीच शांति मार्च अशांति मार्च में बदल गया.

सैकड़ों की संख्या में मदरसा छात्र नारेबाजी करते हुए सहारनपुर-मुजफ्फरनगर हाइवे पर पहुंच गये थे और राणा गैस एजेंसी के आगे सड़क पर जाम लगा दिया था. इस पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 250 अज्ञात छात्रों पर मुकदमा दर्ज कर लिया था.

क्या कहते हैं जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय सचिव
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय सचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने कहा कि किसी भी अन्याय के लिए प्रदर्शन और आंदोलन देशवासियों का बुनियादी हक है और देवबंद में भी छात्रों ने अपने अधिकार का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि संसद में लगातार जल्दी-जल्दी बिल लाकर पास कराया जा रहा है, जबकि लोग परेशान हैं, महंगाई से जूझ रहे हैं. लोगों के पास रोजगार नहीं है.

बुनियादी मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए लाया गया कानून

उन्होंंने कहा कि लोगों का ध्यान जरूरी मुददों से हटाने के लिए यह बिल लाया गया. हम इसका विरोध करते रहेंगे और छात्रों ने भी इसका विरोध किया. जिन बच्चों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है वह मायूस ना हों, परेशान ना हों, जमीयत उलेमा ए हिंद पूरी तरह से उनके साथ है.

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जमीयत उलेमा के हिन्द ने हाइवे जाम प्रकरण में मदरसा छात्रों पर मुकदमें लिखे जाने की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द मुकदमे खारिज करने की मांग की।


Body:जमीयत उलेमा के हिन्द ने हाइवे जाम प्रकरण में मदरसा छात्रों पर मुकदमें लिखे जाने की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द मुकदमे खारिज करने की मांग की।

लोकसभा में नागरिक संशोधन बिल के पास होने के विरोध में देवबन्द में संस्था तंजीम अबनाये मदारिस के अध्यक्ष मेहंदी हसन ऐनी ने नगर के सरसटा बाजार से खानकाह चौकी तक शांति मार्च निकालने की घोषणा की थी।बुधवार देर शाम को दारूल उलूम समेत अन्य मदरसों में पढने वाले हज़ारो छात्र व नगर के लोग सरसटा बाजार में एकत्र हुए और बिल के विरोध में मार्च निकालते हुए खानकाह चौकी की ओर जा रहे थे कि इस बीच शांति मार्च अशांति मार्च में बदल गया था। सैकड़ों मदरसा छात्र नारेबाजी करते हुए सहारनपुर- मुजफ्फरनगर हाईवे पर पंहुच गये थे और राणा गैस एजेंसी के आगे सड़क पर जाम लगा दिया था। इस पर प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए 250 अज्ञात छात्रों पर मुकदमा दर्ज कर लिया था। उन्होंने कहा कि इसी सड़क पर नागल में एक और संगठन ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया लेकिन उनके खिलाफ प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई जबकि ढाई सौ छात्रों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया । मौलाना ने कहा कि किसी भी अन्याय के लिये प्रदर्शन और आंदोलन देशवासियों का बुनियादी हक है और देवबंद में भी छात्रों ने अपने अधिकार का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि संसद में लगातार जल्दी-जल्दी बिल लाकर पास कराये गये लोग परेशान हैं महंगाई से जूझ रहे हैं। लोगों के पास रोजगार नहीं है लोगों का ध्यान जरूरी मुददों से हटाने के लिए यह बिल लाया गया हम इसका विरोध करते रहेगें और छात्रों ने भी इसका विरोध किया । जिन बच्चों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ वह मायूस ना हो परेशान ना हो जमीयत उलेमा ए हिंद पूरी तरह से उनके साथ है उनके लिए न्याय की लडाई लड़ेगी और उनकी मदद करेगी। प्रशासन से अपील करते है के इस मामले को गंभीरता से लें और इस एफआईआर को खारिज करें क्योंकि सड़क पर एक और प्रदर्शन भी हुआ उसमे प्रशासन ने कोई कार्यवाही नही की छात्रों को हाइवे पर नहीं जाना चाहिए था लेकिन चले गए और किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया तो इस मामले में एफआईआर नहीं होनी चाहिए  थी। आखिर किस बुनियाद पर मुकदमा कायम किया गया । हक और इंसाफ की लड़ाई के लिये उनका संघर्ष जारी रहेगा।

बाईट 01 मौलाना हकीमुद्दीन कासमी
राष्ट्रीय सचिव जमीयत उलेमा ए हिंद




Conclusion:बलवीर सैनी
देवबन्द, सहारनपुर
मोबाईल 9319488130
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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