सहारनपुर: हजरत निजामुद्दीन तबलीगी जमात मरकज को लेकर जहां पूरे देश में गुस्सा जाहिर किया जा रहा है. वहीं इसको लेकर कई बयान भी सामने आ रहे हैं. इसी के चलते देवबंद से बड़ा बयान सामने आया है जिसमें जमीयत उलेमा हिन्द अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने, मरकज की पैरवी करते हुए कहा है कि मरकज में कोई ऐसी बात नहीं हुई जिसको उछाला जाए. यह तो कबरस ताकत की तरफ से बात का बतंगड़ बनाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि मरकज वालों ने बार-बार राफ्ता कायम किया और बार-बार चाहा कि इन लोगों को किसी तरह परमिट मिल जाए तो यह अपनी जगहों पर पहुंच जाएं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. यहां तक कि प्रधानमंत्री ने यह कह दिया कि जो जहां है वहीं रुक जाएं. तो इन लोगों ने अपने मरकज के अंदर इन्हें रखा. मरकज के अंदर तो हमेशा हजारों आदमी रहते ही हैं. जिसके भारतीय ओर विदेशी जमाती भी थे.
जमीयत उलेमा ए हिन्द प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि जमातियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, लेकिन उन लोगों पर भी तो होनी चाहिए जो लाखों की संख्या में अपने घरों को जा रहे हैं. ऐसे में किस किस का टेस्ट किया जाए. अगर किया गया तो पता नहीं कितने लोगों के अंदर कोरोना वायरस की पुष्टि होगी.
उन्होंने खुले तौर पर जमातियों का बचाव करते हुए कहा कि मरकज की तरफ से कोई कोताही नहीं बरती गई. यह उनकी गलती है जिन लोगों को इजाजत देनी चाहिए थी तो इजाजत क्यों नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि मैं यह भी जानता हूं कि इजराइल और बाकि मुल्कों के लोग जो हजारों की संख्या में यहां पर फंसे हुए थे, लॉकडाउन होने के बाद भी उनको एयर इंडिया की फ्लाइट करके वापस भेजा गया, लेकिन मरकज वाले लोगों को नहीं भेजा गया.
सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अब लोगों को यह साबित करना कि यह आफत तबलीगी जमात वालों की वजह से फैली है. यह बिल्कुल गलत बात है अगर ऐसा होता तो यह आफत इटली, चीन समेत पूरी दुनिया में कहां से फैल गई. वहां कौन सी तबलीगी जमाते काम कर रही हैं.