सहारनपुर: प्रधानमंत्री मोदी ने दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण करते ही घोषणा पत्र में किये वादों को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है. केंद्रीय कैबिनेट की पहली बैठक में ही किसान सम्मान राशि देने के निर्देश दे दिए हैं. पीएम मोदी के आदेश पर प्रत्येक किसान के खाते में 6 हजार रुपये सालाना भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई.
क्या कहते हैं सहारनपुर के किसानः
- किसानों के बीच पहुंच कर ईटीवी भारत की टीम ने किसान सम्मान राशि पर उनकी राय जाननी चाही तो किसानों का दर्द छलक उठा.
- किसान नेता प्रीतम चौधरी ने कहा कि बीजेपी सरकार ने किसानों की फसल का ढेड़ गुणा दाम देने का वादा किया था.
- 6 हजार रुपये सालाना के हिसाब से यह राशि इतनी कम है इससे न तो किसानों के उपकरण आ सकते हैं और न ही घर का खर्च चल सकता है.
- एक ओर इस योजना की सराहना की वहीं इस योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि किसान का सम्मान उसकी फसल का वाजिब दाम मिलना होता है.
- गन्ने के भुगतान पर ब्याज मिलना था लेकिन यहां ब्याज तो दूर मूल धन भी नही मिल पा रहा है.
बीजेपी सरकार ने किसानों की फसल का डेढ़ गुना दाम देने का वादा किया था. 6 हजार रुपये सालाना की राशि इतनी कम है कि इससे न तो किसानों के उपकरण आ सकते हैं और न ही घर का खर्च चल सकता है.
-प्रीतम चौधरी,किसान नेता
सरकार को किसानों के फसलों के सही दाम सही समय पर देना चाहिए लेकिन खाद और बीज के साथ बिजली के बिल कई गुना हो चुके है. यह 6 हजार रुपये की सम्मान राशि कुछ नहीं है.
-अरुण राणा, किसान
सरकार का किसानों को सम्मान देना महत्वपूर्ण निर्णय है लेकिन हमारे भारत का किसान मुफ्तखोरी नहीं चाहते हैं.
-अनुज सैनी,किसान