सहारनपुर: देवबन्द नगर में एक कार्यक्रम में शामिल होने आए गाजियाबाद के शिक्षक नेता जितेंद्र कुमार गौड़ ने ईटीवी भारत से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने एमएलसी चुनाव के बारे में पूरी जानकारी दी.
शिक्षक नेता जितेंद्र कुमार ने बताया कि एमएलसी की दो सीटों के लिए चुनाव हो रहा है. पहला शिक्षक सीट के लिए और दूसरा स्नातक सीट के लिए. शिक्षक, शिक्षक सीट के लिए वोट करते हैं और स्नातक, स्नातक सीट के लिए. उन्होंने बताया कि यह चुनाव संभवत: मार्च के अंतिम रविवार को या अप्रैल के किसी रविवार को होगा. शिक्षकों के वोट दो हो जाते हैं. जो शिक्षक होते हैं, वो स्नातक और शिक्षक दोनों के लिए वोट करते हैं.
जितेंद्र कुमार ने बताया कि इस चुनाव में जो लोग स्नातक होते हैं, वह अपने मत का प्रयोग करके शिक्षक एमएलसी को चुनते हैं. इस चुनाव में किसी प्रकार की ईवीएम व मोहर वाली बैलट पेपर का इस्तेमाल नहीं होता. इसमें केवल एक मतपत्र पर सभी प्रत्याशियों के नाम होते हैं, जिसमें मतदाता को उनके नाम के सामने क्रम लिखना होता है, जिसमें पहले व दूसरे क्रम पर रहने वाले प्रत्याशी विजय घोषित किए जाते हैं.
उन्होंने बताया कि इस चुनाव की एक खासियत यह है कि इसमें हर बार चुनाव से पहले अपना मत बनवाना पड़ता है. चाहे वह पुराना मतदाता क्यों न हो. इसलिए सभी मतदाता हर बार होने वाले चुनाव में अपना मत जरूर बनवाएं. इनके द्वारा चुनाव हुआ एमएलसी सदन में ग्रेजुएट बेरोजगारों की आवाज उठाता है और अपने क्षेत्रों में सरकारी कॉलेज, आईटीआई और पॉलिटेक्निक कॉलेजों की स्थापना के लिए सदन में मांग रखता है.
जितेंद्र कुमार गौड़ ने बताया कि एमएलसी बेरोजगारों के लिए सरकार से रोजगार की मांग करता है. एमएलसी शिक्षक सदन में शिक्षकों को होने वाली परेशानियों के बारे में भी बताता है और उनका समाधान करने के लिए सदन से मांग करता है. इसीलिए यह चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण चुनाव है. सभी ग्रेजुएट मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए.
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