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सहारनपुर : खेतों में आग लगने पर कंट्रोल रूम में करें फोन, जल्द मिलेगी मदद

सहारनपुर में बिजली के तार गिरने से किसानों की कई बीघा गेहूं की फसल आग की भेंट चढ़ चुकी है. इसके लिए जिला प्रशासन ने कॉल सेंटर बनाया हुआ है और आपातकालीन नम्बर भी जारी किया है. यह नंबर बाढ़ आने , सूखा पड़ने के साथ जंगल और खेतो में आग लगने जैसी किसी भी घटना के लिए काम करता है.

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Published : May 4, 2019, 11:44 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST

खेतों में आग लगने पर कंट्रोल रूम में करें फोन.

सहारनपुर: बिजली के तार किसानों की सूखी फसलों में आग बनकर गिर रहे हैं. इसी के तहत जिले में अब तक कई बीघा गेहूं की फसल आग की भेंट चढ़ चुकी है और जिला प्रशासन आग से निपटने के दावे कर रहा हैं. एडीएम वित्त विनोद कुमार का कहना है कि किसानों की फसल में आग लगने और अन्य आपदा की सूचना के लिए कंट्रोल रूम बनाकर आपातकालीन नम्बर जारी किया गया है.

खेतों में आग लगने पर कंट्रोल रूम में करें फोन.

एडीएम वित्त विनोद कुमार ने इटीवी से बातचीत में बताया कि

  • जिले के किसानों को आग लगने से क्षति हो रही है इसके लिए जिला प्रशासन ने कॉल सेंटर बनाया हुआ है.
  • जहां किसान आग लगने और प्राकृतिक आपदा से फसलों को हुए नुकसान की सूचना दे सकते हैं.
  • संबंधित विभाग प्राकृतिक आपदा से हुए किसानों की फसल के नुकसान की जांच करते हैं.
  • इस दौरान किसानों की फसल में शॉर्ट शर्किट से आग लगी हो या फिर जैवीय कारणों से आग लगी हो.
  • खेतों से गेहूं की फसल कटने के बाद आग लग जाये तो उसके लिए कई तरह की योजनाएं है. जिनके माध्यम से पीड़ित किसानों को सहायता प्रदान की जा रही हैं.
  • इतना ही नहीं इसके अतिरिक्त जिला प्रशासन की ओर से सभी तहसीलों के एसडीएम को आवश्यक निर्देश दिए हुए हैं.
  • जिले में कहीं से भी इस तरह की सूचना आ रही है तो संबंधित विभाग और दमकल कर्मी किसान का इंतजार किये बिना ही मौके पर पहुंच कर न सिर्फ आग पर काबू पा रहे है बल्कि जली फसल का मौका मुआयना कर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं.
  • उन्होंने बताया कि 0132-2711309 कंट्रोल रूम का नंबर जारी किया गया है.
  • जिस पर किसान किसी भी तरह की आपदा की जानकारी दे सकते हैं.
  • कंट्रोल रूम का यह नंबर बाढ़ आने , सूखा पड़ने के साथ जंगल एवं खेतो में आग लगने जैसी किसी भी घटना के लिए काम करता है.

सहारनपुर: बिजली के तार किसानों की सूखी फसलों में आग बनकर गिर रहे हैं. इसी के तहत जिले में अब तक कई बीघा गेहूं की फसल आग की भेंट चढ़ चुकी है और जिला प्रशासन आग से निपटने के दावे कर रहा हैं. एडीएम वित्त विनोद कुमार का कहना है कि किसानों की फसल में आग लगने और अन्य आपदा की सूचना के लिए कंट्रोल रूम बनाकर आपातकालीन नम्बर जारी किया गया है.

खेतों में आग लगने पर कंट्रोल रूम में करें फोन.

एडीएम वित्त विनोद कुमार ने इटीवी से बातचीत में बताया कि

  • जिले के किसानों को आग लगने से क्षति हो रही है इसके लिए जिला प्रशासन ने कॉल सेंटर बनाया हुआ है.
  • जहां किसान आग लगने और प्राकृतिक आपदा से फसलों को हुए नुकसान की सूचना दे सकते हैं.
  • संबंधित विभाग प्राकृतिक आपदा से हुए किसानों की फसल के नुकसान की जांच करते हैं.
  • इस दौरान किसानों की फसल में शॉर्ट शर्किट से आग लगी हो या फिर जैवीय कारणों से आग लगी हो.
  • खेतों से गेहूं की फसल कटने के बाद आग लग जाये तो उसके लिए कई तरह की योजनाएं है. जिनके माध्यम से पीड़ित किसानों को सहायता प्रदान की जा रही हैं.
  • इतना ही नहीं इसके अतिरिक्त जिला प्रशासन की ओर से सभी तहसीलों के एसडीएम को आवश्यक निर्देश दिए हुए हैं.
  • जिले में कहीं से भी इस तरह की सूचना आ रही है तो संबंधित विभाग और दमकल कर्मी किसान का इंतजार किये बिना ही मौके पर पहुंच कर न सिर्फ आग पर काबू पा रहे है बल्कि जली फसल का मौका मुआयना कर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं.
  • उन्होंने बताया कि 0132-2711309 कंट्रोल रूम का नंबर जारी किया गया है.
  • जिस पर किसान किसी भी तरह की आपदा की जानकारी दे सकते हैं.
  • कंट्रोल रूम का यह नंबर बाढ़ आने , सूखा पड़ने के साथ जंगल एवं खेतो में आग लगने जैसी किसी भी घटना के लिए काम करता है.
Intro:सहारनपुर : गर्मी के मौसम में एक ओर जहां सूरज देवता आसमान से आग बरसा रहे हैं उसी तरह जर्जर बिजली के तार किसानों की सूखी फसलों में आग बनकर गिर रहे है। इतना ही नही कई जगहो पर अन्य कारणों से भी पकी पकाई गेंहू की फसल जलकर राख हो रही है। जनपद सहारनपुर की बात करे तो अब तक हजारो बीघा गेंहू की फसल आग की भेंट चढ़ गई है और जिला प्रशासन आग से निपटने के दावे कर रहा है। एडीएम वित्त विनोद कुमार का कहना है कि किसानों की फसल में आग लगने और अन्य आपदा की सूचना के लिए कंट्रोल रूम बनाकर आपातकालीन नम्बर जारी किया गया है। फसलों को आग से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से सहायता दी जा रही है।


Body:VO 1 - एडीएम वित्त विनोद कुमार ने इटीवी से बातचीत में बताया कि जनपद सहारनपुर के किसानों को आग लगने से क्षति हो रही है इसके लिए जिला प्रशासन ने कॉल सेंटर बनाया हुआ है। जिले में एक आपदा प्रबंधन सैल है। जहां किसान आग लगने और प्राकृतिक आपदा से फसलों को हुए नुकसान की सूचना दे सकते है। सबन्धित विभाग प्राकृतिक आपदा से हुए किसानों की फसल के नुकसान की जांच करते है। इस दौरान किसानों की फसल में शॉर्ट शर्किट से आग लगी हो या फिर जैवीय कारणों से आग लगी हो। खेतो से गेहूं की फसल कटने के बाद आग लग जाये तो उसके लिए कई तरह की योजनाएं है। जिनके माध्यम से पीड़ित किसानों को सहायता प्रदान की जा रही है। इतना ही नही इसके अतिरिक्त जिला प्रशासन की ओर से सभी तहसीलों के एसडीएम को आवश्यक निर्देश दिए हुए है। वे अपने अपने क्षेत्रों में लेखपालों के माध्यम से, कानूनगो के माध्यम से भ्रमण के लिए कहा गया है। जिले में कहीं से भी इस तरह की सूचना आ रही है तो सबन्धित विभाग और दमकल कर्मी किसान का इंतजार किये बिना ही मौके पर पहुंच कर न सिर्फ आग पर काबू पा रहे है बल्कि जली फसल का मौका मुआयना कर रिपोर्ट तैयार कर रहे है। ताकि पीड़ित किसान को समय पर उसका मुआवजा दिया जा सके। उन्होंने बताया कि 0132-2711309 कंट्रोल रूम का नंबर जारी किया गया है। जिस पर किसान किसी भी तरह की आपदा की जानकारी दे सकते है। कंट्रोल रूम का यह नंबर बाढ़ आने , सूखा पड़ने के साथ जंगल एवं खेतो में आग लगने जैसी किसी भी घटना के लिए काम करता है। इसके लिए बाकायदा सुबह 8 बजे वे लेकर शाम के 8 बजे तक दर्जनों कर्मचारी काम करते रहते है। जिसके चलते आपदा की सूचना आने पर जल्दी से जल्दी उसका रेस्क्यू कर पीडित को सहायता उपलब्ध जा सके। नुकसान ली सहायता तो की जा सकती है लेकिन जिला प्रशासन का प्रयास रहता है कि किसी की जान माल की क्षति ना हो पाए।

बाईट - विनोद कुमार ( एडीएम वित्त )


Conclusion:रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
9121293042
9759845153
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:21 PM IST
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