सहारनपुर: बिजली के तार किसानों की सूखी फसलों में आग बनकर गिर रहे हैं. इसी के तहत जिले में अब तक कई बीघा गेहूं की फसल आग की भेंट चढ़ चुकी है और जिला प्रशासन आग से निपटने के दावे कर रहा हैं. एडीएम वित्त विनोद कुमार का कहना है कि किसानों की फसल में आग लगने और अन्य आपदा की सूचना के लिए कंट्रोल रूम बनाकर आपातकालीन नम्बर जारी किया गया है.
एडीएम वित्त विनोद कुमार ने इटीवी से बातचीत में बताया कि
- जिले के किसानों को आग लगने से क्षति हो रही है इसके लिए जिला प्रशासन ने कॉल सेंटर बनाया हुआ है.
- जहां किसान आग लगने और प्राकृतिक आपदा से फसलों को हुए नुकसान की सूचना दे सकते हैं.
- संबंधित विभाग प्राकृतिक आपदा से हुए किसानों की फसल के नुकसान की जांच करते हैं.
- इस दौरान किसानों की फसल में शॉर्ट शर्किट से आग लगी हो या फिर जैवीय कारणों से आग लगी हो.
- खेतों से गेहूं की फसल कटने के बाद आग लग जाये तो उसके लिए कई तरह की योजनाएं है. जिनके माध्यम से पीड़ित किसानों को सहायता प्रदान की जा रही हैं.
- इतना ही नहीं इसके अतिरिक्त जिला प्रशासन की ओर से सभी तहसीलों के एसडीएम को आवश्यक निर्देश दिए हुए हैं.
- जिले में कहीं से भी इस तरह की सूचना आ रही है तो संबंधित विभाग और दमकल कर्मी किसान का इंतजार किये बिना ही मौके पर पहुंच कर न सिर्फ आग पर काबू पा रहे है बल्कि जली फसल का मौका मुआयना कर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं.
- उन्होंने बताया कि 0132-2711309 कंट्रोल रूम का नंबर जारी किया गया है.
- जिस पर किसान किसी भी तरह की आपदा की जानकारी दे सकते हैं.
- कंट्रोल रूम का यह नंबर बाढ़ आने , सूखा पड़ने के साथ जंगल एवं खेतो में आग लगने जैसी किसी भी घटना के लिए काम करता है.