सहारनपुर: फिल्म अभिनेत्री एवं बंगाल से सांसद नुसरत जहां एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार नुसरत जहां ने न सिर्फ दुर्गा मां की पोशाक पहनकर फोटो शूट कराया है, बल्कि इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया पर इसे वायरल कर दिया. नुसरत जहां के दुर्गा बनने पर देवबंदी उलेमाओं ने एतराज जताया है. उन्होंने कहा कि इस्लाम में गैर इस्लामी देवी-देवताओं के रूप बनना और उनकी पूजा करना हराम है. कुछ कार्य ऐसे हैं जिन्हें इस्लाम में करने की इजाजत नहीं है. इसलिए नुसरत जहां को इन सबसे गुरेज कर अल्लाह से तौबा करनी चाहिए. दूसरे धर्म के देवी-देवताओं को मानने और पोशाक पहनने से एक मुसलमान इस्लाम से खारिज हो जाता है.
इन दिनों बंगाल की मशहूर फ़िल्म अभिनेत्री एवं लोकसभा सांसद नुसरत जहां सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं. फैन्स से जुड़े रहने के लिए नुसरत जहां अपनी फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर अक्सर चर्चा में भी बनी रहती हैं, जिससे नुसरत जहां की कुछ तस्वीरें और वीडियो फैंस का ध्यान खींचकर आकर्षित करती रहती हैं. ऐसी ही कुछ तस्वीरें नुसरत जहां ने इंस्टाग्राम पर शेयर की हैं. इसमें वह हाथ में त्रिशूल पकड़े मां दुर्गा के अवतार में नजर आ रही हैं.
उनके इन फ़ोटो एवं वीडियो को जहां लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं, वहीं इस्लामिक धर्मगुरु एवं उलेमाओं ने इसका विरोध किया है. देवबंदी उलेमाओं ने नुसरत जहां के दुर्गा रूप की न सिर्फ निंदा की, बल्कि ऐसा करने पर एतराज जताया है.
देवबंदी उलेमा कारी इशहाक गोरा का कहना है कि इस्लाम में वैसे तो किसी की निजी जिंदगी में दखल देने की इजाजत नहीं है, लेकिन नुसरत जहां हमेशा विवादों में रहती हैं. नुसरत जहां के कार्य-कलापों को लेकर इस्लाम से जुड़े लोगों को एतराज है, जिस तरह से नुसरत जहां के काम हैं, वह एक मुसलमान को शोभा नहीं देता है. उलेमा ने कहा कि मजहबी इस्लाम में कुछ ऐसे नियम हैं, जिसको एक सच्चा मुसलमान नहीं कर सकता है, जबकि सांसद नुसरत जहां उनको कर रही हैं, जो इस्लाम एवं शरीयत के हिसाब से गलत है. उनको ऐसे विवाद से भरे कार्य करने से बचना चाहिए. इसके अलावा उन्हें ऐसे कार्य करने चाहिए, जो देश की तरक्की और लोगों के दिल जीतने के लिए सही हों. उलेमा ने नसीहत देते हुए कहा कि वह अल्लाह से तौबा करें