सहारनपुर: कोरोना वायरस से देश भर में जहां लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं लोगों में दहशत का माहौल भी बनता जा रहा है. बता दें कि सरकार ने लोगों से देश में लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंस बनाए रखने की अपील की है. साथ ही देश के सभी स्कूल कॉलेज बंदकर सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है.
वहीं फतवों की नगरी और विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने कोरोना संक्रमण के चलते न सिर्फ वार्षिक परीक्षाओं को निरस्त कर दिया है, बल्कि नवीन शिक्षण सत्र के लिए भी दाखिले और प्रवेश परीक्षाएं न कराने का निर्णय लिया गया है.
परिक्षाओं को किया गया स्थगित
इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम देवबंद ने कोरोना वायरस की आहट के बाद बीते अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह में होने वाली संस्था की वार्षिक परीक्षआों को स्थगित कर अवकाश घोषित कर दिया था. इसके बाद संस्था के ज्यादातर छात्र अपने घरों को लौट गए थे.
इस्लामिक शिक्षण संस्था में वार्षिक परीक्षाएं समपन्न कराने के लिए कोरोना संक्रमण समाप्त होने का इंतजार किया जा रहा था. देश में कोरोना का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. दारुल उलूम की मजलिस-ए-तालीम (शिक्षा विभाग की बैठक) में संस्था की वार्षिक परीक्षाएं निरस्त करने का अहम फैसला लिया गया है.
अर्धवार्षिक परीक्षाओं के आधार पर किया जाएगा पास
साथ ही सभी कक्षाओं में अर्धवार्षिक परीक्षाओं के आधार पर ही छात्रों का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया जाएगा. इसके साथ ही उन्हें अगली कक्षाओं में प्रवेश दिया जाएगा. इसी को लेकर दारुल उलूम प्रेस प्रवक्ता अशरफ उस्मानी ने बताया कि संस्था के नवीन शिक्षण सत्र के लिए मई माह की अंत में होने वाली प्रवेश परीक्षाओं को भी निरस्त कर दिया गया है. इस वर्ष दारुल उलूम देवबंद में किसी भी नए छात्र का दाखिला नहीं लिया जाएगा.
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