ETV Bharat / state

सहारनपुर: 1320 प्रवासी मजदूर श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बिहार के लिए रवाना

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से 1320 प्रवासी मजदूरों को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बिहार के लिए रवाना किया गया. इस दौरान श्रमिकों ने नीतीश सरकार की जमकर बुराई की. साथ ही योगी सरकार को धन्यवाद दिया.

bihar migrant workers sent to their state
बिहार के प्रवासी मजदूरों को किया गया रवाना
author img

By

Published : May 16, 2020, 9:26 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:22 PM IST

सहारनपुर: कोरोनावायरस की वजह से लागू हुए लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए भारत सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है. शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के पश्चिमी छोर के जनपद सहारनपुर से भी श्रमिक स्पेशल ट्रेन को बिहार के लिए रवाना किया गया है. इस ट्रेन में 1320 प्रवासी मजदूरों को बिहार के विभिन्न जिलों के लिए भेजा गया है. खास बात ये है कि इस ट्रेन का पहला स्टॉप सहारनपुर से चलकर सीधे बिहार के छपरा रेलवे स्टेशन पर रहेगा. किराए की व्यवस्था जिला प्रशासन ने आपदा राहत कोष से की है, जबकि खाने-पीने की सभी व्यवस्थाएं प्रदेश सरकार और रेलवे विभाग की ओर से रहेगी.

बिहार के प्रवासी मजदूरों को किया गया रवाना

इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा. डॉक्टरों की टीम ने भी सभी मजदूरों को मेडिकल परीक्षण करने के बाद ही ट्रेन में बैठने दिया. सभी मजदूरों को मेडिकल प्रमाण पत्र भी दिए गए हैं. वहीं जिलाधिकारी, कमिश्नर और डीआईजी ने सभी श्रमिकों को ताली बजाकर और हाथ हिलाकर रवाना किया. जिले में बिहार के रहने वाले यह मजदूर कई दिनों से राधा स्वामी सत्संग भवन मेजर सेंटर में रुके हुए थे, जिनको शुक्रवार को एक स्पेशल ट्रेन से बिहार के लिए रवाना किया गया है. साथ ही साथ श्रमिकों ने योगी और मोदी की जमकर तारीफ भी की और नीतीश सरकार को जमकर खरी-खोटी सुनाते हुए मुर्दाबाद के नारे लगाए.

पैदल निकल गए थे मजदूर
लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर उन दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ा है जो अपने गांव-शहर से हजारों मील दूर दूसरे राज्यो में जाकर कमा रहे थे. अचानक लॉकडाउन होने से सभी जहां-तहां फंस कर रह गए थे. कारखाने मालिकों ने इनका वेतन रोक लिया था तो वहीं किराया न मिलने पर मकान मालिकों ने घर से बाहर निकालकर सड़क पर खड़ा कर दिया था. परिवार और बच्चों के साथ हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, चंडीगढ़ समेत कई राज्यों से मजदूर पैदल ही पलायन करने को मजबूर हो गए थे.

श्रमिक स्पेशल ट्रेन को किया रवाना
आर्थिक तंगी से जूझ रहे मजदूरों के पास न तो खाने के लिए कुछ बचा था और न ही किराए के लिए पैसे थे. यही वजह रही कि ये हजारों की संख्या में पुलिस से छिपते-छिपाते सहारनपुर तक पहुंच गए. यहां प्रशासन ने सभी मजदूरों को अंबाला हाइवे के पिलखनी स्तिथ राधा स्वामी सत्संग भवन में बनाए गए क्वारंटाइन कक्ष में रखा. वहीं उनके खाने-पीने रहने की व्यवस्था की. लगातार बिहार के प्रवासी मजदूरों की संख्या बढ़ते देख जिलाधिकारी अखिलेश सिंह के प्रयास से शुक्रवार को रेलवे विभाग ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन मुहैया कराई.

ट्रेन को किया सैनिटाइज
24 कोच की इस ट्रेन को पहले सैनिटाइज किया गया. उसके बाद 1320 श्रमिकों की मेडिकल जांच के बाद सैनिटाइज कर एक डिब्बे में 54 यात्रियों को बिठाया गया, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके. सभी मजदूरों को बसों से रेलवे स्टेशन लाया गया और सैनिटाइजेशन के बाद ट्रेन में बिठाया गया. सुबह से ही एक के बाद एक बस यात्रियों को लेकर स्टेशन पहुंची. सोशल डिस्टेंस के पालन के लिए जीआरपी, आरपीएफ समेत स्थानीय पुलिस तैनात रही. रेलवे स्टेशन पर आने-जाने वाले सभी रास्तों को पूरी तरह सील किया गया था ताकि कोई बाहरी व्यक्ति स्टेशन पर न घुस आए.

इस दौरान मंडलायुक्त संजय कुमार, डीआईजी उपेंद्र कुमार अग्रवाल, डीएम अखिलेश सिंह समेत जिले के तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे है. ठीक 1 बजकर 10 मिनट पर ट्रेन को रवाना किया गया. बताया जा रहा है 24 घंटे में यह ट्रेन बिहार के छपरा जिले में पहुंच जाएगी. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक छपरा के बाद मुज्जफरपुर, मोतिहारी स्टेशन, बेतिया तक जाएगी.

सहारनपुर: कोरोनावायरस की वजह से लागू हुए लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए भारत सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है. शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के पश्चिमी छोर के जनपद सहारनपुर से भी श्रमिक स्पेशल ट्रेन को बिहार के लिए रवाना किया गया है. इस ट्रेन में 1320 प्रवासी मजदूरों को बिहार के विभिन्न जिलों के लिए भेजा गया है. खास बात ये है कि इस ट्रेन का पहला स्टॉप सहारनपुर से चलकर सीधे बिहार के छपरा रेलवे स्टेशन पर रहेगा. किराए की व्यवस्था जिला प्रशासन ने आपदा राहत कोष से की है, जबकि खाने-पीने की सभी व्यवस्थाएं प्रदेश सरकार और रेलवे विभाग की ओर से रहेगी.

बिहार के प्रवासी मजदूरों को किया गया रवाना

इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा. डॉक्टरों की टीम ने भी सभी मजदूरों को मेडिकल परीक्षण करने के बाद ही ट्रेन में बैठने दिया. सभी मजदूरों को मेडिकल प्रमाण पत्र भी दिए गए हैं. वहीं जिलाधिकारी, कमिश्नर और डीआईजी ने सभी श्रमिकों को ताली बजाकर और हाथ हिलाकर रवाना किया. जिले में बिहार के रहने वाले यह मजदूर कई दिनों से राधा स्वामी सत्संग भवन मेजर सेंटर में रुके हुए थे, जिनको शुक्रवार को एक स्पेशल ट्रेन से बिहार के लिए रवाना किया गया है. साथ ही साथ श्रमिकों ने योगी और मोदी की जमकर तारीफ भी की और नीतीश सरकार को जमकर खरी-खोटी सुनाते हुए मुर्दाबाद के नारे लगाए.

पैदल निकल गए थे मजदूर
लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर उन दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ा है जो अपने गांव-शहर से हजारों मील दूर दूसरे राज्यो में जाकर कमा रहे थे. अचानक लॉकडाउन होने से सभी जहां-तहां फंस कर रह गए थे. कारखाने मालिकों ने इनका वेतन रोक लिया था तो वहीं किराया न मिलने पर मकान मालिकों ने घर से बाहर निकालकर सड़क पर खड़ा कर दिया था. परिवार और बच्चों के साथ हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, चंडीगढ़ समेत कई राज्यों से मजदूर पैदल ही पलायन करने को मजबूर हो गए थे.

श्रमिक स्पेशल ट्रेन को किया रवाना
आर्थिक तंगी से जूझ रहे मजदूरों के पास न तो खाने के लिए कुछ बचा था और न ही किराए के लिए पैसे थे. यही वजह रही कि ये हजारों की संख्या में पुलिस से छिपते-छिपाते सहारनपुर तक पहुंच गए. यहां प्रशासन ने सभी मजदूरों को अंबाला हाइवे के पिलखनी स्तिथ राधा स्वामी सत्संग भवन में बनाए गए क्वारंटाइन कक्ष में रखा. वहीं उनके खाने-पीने रहने की व्यवस्था की. लगातार बिहार के प्रवासी मजदूरों की संख्या बढ़ते देख जिलाधिकारी अखिलेश सिंह के प्रयास से शुक्रवार को रेलवे विभाग ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन मुहैया कराई.

ट्रेन को किया सैनिटाइज
24 कोच की इस ट्रेन को पहले सैनिटाइज किया गया. उसके बाद 1320 श्रमिकों की मेडिकल जांच के बाद सैनिटाइज कर एक डिब्बे में 54 यात्रियों को बिठाया गया, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके. सभी मजदूरों को बसों से रेलवे स्टेशन लाया गया और सैनिटाइजेशन के बाद ट्रेन में बिठाया गया. सुबह से ही एक के बाद एक बस यात्रियों को लेकर स्टेशन पहुंची. सोशल डिस्टेंस के पालन के लिए जीआरपी, आरपीएफ समेत स्थानीय पुलिस तैनात रही. रेलवे स्टेशन पर आने-जाने वाले सभी रास्तों को पूरी तरह सील किया गया था ताकि कोई बाहरी व्यक्ति स्टेशन पर न घुस आए.

इस दौरान मंडलायुक्त संजय कुमार, डीआईजी उपेंद्र कुमार अग्रवाल, डीएम अखिलेश सिंह समेत जिले के तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे है. ठीक 1 बजकर 10 मिनट पर ट्रेन को रवाना किया गया. बताया जा रहा है 24 घंटे में यह ट्रेन बिहार के छपरा जिले में पहुंच जाएगी. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक छपरा के बाद मुज्जफरपुर, मोतिहारी स्टेशन, बेतिया तक जाएगी.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:22 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.