रामपुर: जिले में एक युवक की पिटाई का वीडियो वायरल होने से सनसनी फैल गई है. इस वीडियो में जहां कई लोग एक युवक को बड़ी बेरहमी से पीट रहे हैं तो वहीं, इससे ज्यादा लोग तमाशबीन बन उस युवक की पिटाई होते हुए देख रहे हैं. वायरल वीडियो थाना पटवाई के नदनऊ गांव का है और पीटा जाने वाला युवक बिजइय्या गांव का रहने वाला बताया जा रहा है.
क्या है पूरा मामला
- कोतवाली सिविल लाइंस के बिजइय्या गांव का रहने वाला राजेश (16) सुबह अपनी बहन के यहां 90 हज़ार रुपए देने जा रहा था.
- राजेश को रास्ते में कुछ लोगों ने पकड़ लिया और पैसे छीनकर उसकी बेल्ट से पिटाई करने लगे.
- यह सब नजारा काफी तादाद में खड़े तमाशबीन बने लोग देखते रहे.
- इस पिटाई का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
- ईटीवी भारत ने इस वीडियो की पड़ताल की और राजेश के गांव बिजइय्या उसके परिवार वालों से मिलने पहुंचे.
- राजेश की मां कमला ने पूरी घटना के बारे में बताया.
जानें, क्या कहा राजेश की मां ने
- राजेश की मां कमला ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे को 90 हजार रुपये देकर अपनी बेटी के यहां भेजा था, तभी थाना पटवाई के नदनऊ गांव में कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसकी बुरी तरह बेल्ट से पिटाई कर दी.
- उन्होंने बताया कि राजेश के पास जो 90 हजार रुपए थे, वह भी छीन लिए.
राजेश का चचेरा भाई गब्बर जो बिजइय्या का गांव का ही रहने वाला है, उसका थाना शहजादनगर के सोंदरा गांव की युवती अंशु से प्रेम-प्रसंग था और वह उसे लेकर भाग गया. उसी दौरान राजेश भी उसी रास्ते से जा रहा था तो लड़की वालों ने समझा कि उनकी लड़की को राजेश ने भगाने में मदद की है. इसी शक के आधार पर लड़की के परिजनों, भाई और कई लोगों ने मिलकर राजेश की बड़ी ही बेरहमी से पिटाई कर दी.
-कमला, पीड़ित युवक की मां
हैरानी की बात यह है कि जिस युवक को कई लोग पीट रहे हैं, उसी के ऊपर युवती को भगाने का आरोप में थाना शहजाद नगर में मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया गया.
आज से 2 दिन पहले एक पीड़ित अपने अधिवक्ता के माध्यम से उनसे मिला था और उन्होंने यह पिटाई का वीडियो मुझे दिखाया था, जिसमें एक युवक की कई लोग पिटाई कर रहे हैं. अधिवक्ता ने बताया था कि उस युवक की पिटाई का वीडियो है. इसके खिलाफ थाना शहजाद नगर में 363 और 366 का मुकदमा दर्ज है और जेल भेज दिया गया है, लेकिन जिन लोगों ने कानून अपने हाथ में लिया है और उसकी पिटाई की, उन लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए. मैंने थानाध्यक्ष पटवाई को इस मामले में विधिक कार्रवाई करने के आदेश दे दिए है, क्योंकि कोई भी व्यक्ति कानून अपने हाथ में नहीं ले सकता.
-अरुण कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक