रामपुरः डीएम आंजनेय कुमार सिंह एक चाकू कारीगर के घर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने चाकू बनाने की बारिकी को भी जानने की कोशिश की. वे रामपुरी चाकू को उसकी पहचान दिलाने और इसके कारोबार को बढ़ाने की कवायद में जुटे हैं.
रामपुर में लगेगा हुनर हाट
आपको बता दें रामपुर की पहचान यहां के बने चाकूओं से होती है. लेकिन वक्त बदला और चाकू की पहचान कम होती चली गयी. इसके साथ ही चाकू का कारोबार भी न के बराबर होने लगा. इसी को दोबारा पहचान दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने पहल की है. उनकी इस पहल को अमली जामा पहनाने के लिए डीएम कारीगरों से मिल रहे हैं. वो इस काम को फिर से बढ़ाना चाहते हैं. ताकि रामपुर के लोगों को दोबारा इस कारोबार से जोड़ा जा सके. इसी पहल के चलते आज से कुछ दिन बाद रामपुर में हुनर हाट लगने वाला है. जिसमें सभी राज्यों के लोग अपने-अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे.
डीएम के आने से खुश चाकू कारीगर
चाक़ू कारीगर यामीन ने कहा कि मुझे आज बहुत खुशी मिली है कि डीएम साहब ने मेरे इस काम को बढ़ाया. मैं चाक़ू का कारीगर हूं और करीब 35 साल से ये काम कर रहा हूं. मुझे इसकी सुविधा आजतक किसी ने नहीं दी. आज डीएम साहब खुद मेरे घर आए, और उन्होंने मेरा कारोबार देखा
चाकू बनाना रामपुर की परंपरा
डीएम आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि रामपुरी चाकू बनाना यहां की परंपरा रही है. पहले इस जगह की पहचान ही रामपुरी चाकू से होती थी. लोग इसे निगेटिव ज्यादा लेते थे. फिल्मों में भी इसको जानलेवा दिखाया जाता था. चाकू को हम घरेलू कामों में भी इस्तेमाल करते हैं. रामपुरी चाकू को हम एक ब्रांड के चौर पर बढ़ाने की कोशिश कर सकते हैं.