रामपुर : सपा के कद्दावर नेता और रामपुर से मौजूदा सांसद पिछले एक साल से सीतापुर जेल में बंद हैं. उनका नाम अब लोकतंत्र सेनानियों की सूची से काट दिया गया है. सूची से नाम कटने के बाद राज्य सरकार हर माह पेंशन के रूप में मिलने वाली बीस हजार रुपये की राशि बंद हो गई है.
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दो उधारियां दे चुके हैं आजम खान
अभी कुछ दिन पहले ही सपा सांसद आजम खान ने जौहर यूनिवर्सिटी पर बकाया सेस (लगभग एक करोड़ 37 लाख) जमा किया है. उसके कुछ महीने पहले हमसफर रिसोर्ट पर बिजली विभाग का बकाया 30 लाख जमा किया था. अब आजम खान की लोकतंत्र सेनानियों की पेंशन भी रोक दी गई है.
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हर माह मिलते थे 20 हजार रुपये
समाजवादी पार्टी की सरकार में जेल में बंद रहे मीसा बंदियों के लिए पेंशन योजना शुरू की गई थी. 2012 में इस योजना की शुरुआत हुई थी. इस दौरान सपा सांसद आजम खां समेत जिले में 37 लोगों को पेंशन के लिए चिह्नित किया गया था. पहले दस हजार और फिर इस पेंशन को 15 हजार प्रति माह कर दिया गया. योगी सरकार ने पेंशन की रकम बढ़ाते हुए इसे बीस हजार रुपये कर दी थी. यह पेंशन आजम खां समेत अन्य सभी 37 लोगों को मिल रही थी. अब आजम खां सहित तीन लोगों की पेंशन बंद कर दी गई है. सरकार की ओर से प्रशासन को भेजी गई लोकतंत्र सेनानियों की सूची में सपा सांसद का नाम नहीं है. इसके बाद जिले में 34 लोकतंत्र सेनानियों को पेंशन जारी की जा रही है. इस मामले में कोई अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.