रामपुर: जिला महिला अस्पताल में सरकार की योजनाओं की धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं. यहां गर्भवती महिलाओं के खाने में बिचौलिए डाका डाल रहे हैं. गर्भवती महिलाओं को सरकार की ओर से मिलने वाला खाना और नाश्ता पूरा नहीं मिल रहा है. तय मेन्यू के आधार पर मरीजों को उसका आधा खाना दिया जा रहा है.
गर्भवती महिलाओं के खाने में स्वास्थ्य विभाग का डाका...
सरकार ने गर्भवती महिलाओं के लिए डाइट में सुबह नाश्ते में दूध, दो अंडे, 4 ब्रेड के पीस, 50 ग्राम मक्खन, पोहा, दलिया और मौसमी फल का प्रावधान रखा है. इसके अलावा दोपहर और रात के खाने में दाल, सब्ज़ी, रोटी और मौसमी फल का भी हैं.
6 दिन से अस्पताल में भर्ती मरीज आयशा ने बताया सुबह नाश्ते में दूध, अंडा, ब्रेड, मक्खन मिलता है, सुबह मौसमी फल नहीं मिलते. इसके अलावा दोपहर और रात को दाल, सब्जी और रोटी मिलती है. न तो सुबह फल मिलते हैं और न ही रात को मिलते हैं.
दूसरी महिला आमना ने बताया कि उसको सुबह के नाश्ते में सिर्फ ब्रेड, अंडा मिलता है. दोपहर और रात को दाल रोटी मिलती है, फल उनको कभी नहीं दिये गए.
अस्पताल में महिलाओं के खाने पर स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से ठेकेदार धांधली कर रहा है. सीएमओ और महिला सीएमएस आराम से अपने एसी रूम में बैठे हैं.
सीएमएस अमिता शर्मा बोलीं....
महिला अस्पताल की सीएमएस अमिता शर्मा ने कहा एक तीमारदार को भी खाना नाश्ता दिया जाता है. महिलाओं को सुबह के नाश्ते में दूध, उबले हुए अंडे, दलिया, फल, मक्खन दिया जाता है. दोपहर को सब्जी, रोटी और सलाद भी दिया जाता है.
सीएमएस ने कहा मैंने कई बार दूध अपनी देखरेख में बंटवाया है. सीएमएस का सबसे बड़ा झूठ यह है कि वह कह रही हैं, कि मरीज के साथ उसके एक तीमारदार को भी खाना दिया जाता है.
सीएमओ ने दिया घिसा पिटा जवाब...
सीएमओ सुबोध कुमार का कहना है कि सुबह नाश्ते में दूध या चाय ब्रेड या फिर बिस्कुट, मक्खन दिया जाता है. मानक में सुबह और रात को फल भी हैं.