रामपुर : अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि भाजपा उनके बड़े भाई के समान है और मैं उनका छोटा भाई हूं. ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि पिछड़ों के आरक्षण को लेकर दो बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से फोन पर बात हुई है. मुझे उम्मीद है कि वह हमारी बात जरूर मानेंगे.
कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने बताया कि मंगलवार को पाकिस्तान के आतंकी कैंपों में हुई एयर स्ट्राइक को लेकर थोड़ी व्यस्तता थी. इस वजह से बुधवार शाम छह बजे अमित शाह से बातचीत हो पाई. राजभर ने बताया कि मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि मैं गरीब पिछड़ों के आरक्षण को लेकर उस पर अमल करवाने के लिए कार्य करूं और कर भी रहा हूं. राजभर ने कहा कि पिछड़ों के आरक्षण को लेकर मेरी अमित शाह से 20 मार्च और 11 अप्रैल 2018 को बात हुई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि हम इसे लागू करवाएंगे.
राजभर ने बताया कि बुधवार को आरक्षण के बंटवारे को लेकर बैठक में अमित शाह से यही बात होनी है. राजभर ने कहा कि सरकार कहती है कि 'सबका साथ-सबका विकास'. उसी कड़ी में जो शेष जातियां हैं और जो मजबूत जातियां हैं वह आरक्षण का लाभ ले चुकीं हैं. राघवेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में उस पर एक कमेटी बनाई गई थी. उसकी रिपोर्ट भी अक्टूबर में आ गई थी. इसके बाबजूद भी यह लागू नहीं हो सका, जिससे लोगों में रोष है.
राजभर ने कहा कि सरकार ने सवर्णों का आरक्षण बिल 48 घंटे में पास कर दिया. इसी के बाद से गरीब पिछड़ों को भी उम्मीद जगी है. राजभर ने कहा कि मैंने किसी प्रकार की कोई धमकी नहीं दी. बल्कि हम भी इसी को लेकर चर्चा कर रहें हैं. राजभर ने कहा कि मैं अपने बड़े भाई से लड़ नहीं सकता हूं. मैं सिर्फ नैतिक जिम्मेदारी को लेकर लड़ रहा हूं. मुझे उम्मीद है कि बड़े भाई जरूर मेरी बात मान लेंगे.