रामपुर: अंतिम शासक नवाब रजा अली खां की जायदाद के बंटवारे की प्रक्रिया के तहत रियासतकालीन आर्मरी के दरवाजे खुले, तो सबकी आंखें फटी की फटी रह गईं. आर्मरी में सोना, चांदी जड़ित हथियार मिले हैं. दरअसल, जिला न्यायालय ने आर्मरी खोलने के आदेश जारी किये थे. जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने इसके लिए एसडीएम श्री पुंडीर, सीओ विद्या शुक्ल और शस्त्रों के जानकार राशिद खां व आमिर खां को कमेटी में शामिल किया था. वहीं एडवोकेट कमिश्नर मुजम्मिल हुसैन और सौरभ सक्सेना ने कमेटी की मौजूदगी में आर्मरी के ताले खुलवाये. इस दौरान नवाब खानदान के सदस्य भी थे.
जब आर्मरी के ताले खोले गए तो सब हैरान रह गए. संदूकों, अलमारियों में बेशकीमती हथियारों का जखीरा मिला. कुछ हथियारों पर सोना, चांदी जड़े थे. एडवोकेट कमिश्नर ने सभी हथियारों की गिनती कराई. इस काम में काफी लंबा समय लगा. पहले दिन सर्वे का काम पूरा नहीं हो सका. अभी दो दिन और गिनती की जाएगी.
खजाने में कई बेशकीमती शस्त्र मिले हैं. इनमें तलवारें, खंजर, भाले, पिस्टल, बंदूकें, रायफल और अन्य हथियार शामिल हैं. एडवोकेट कमिश्नर के साथ आर्मरी में मिले शस्त्रों की सूची प्रशासन भी बना रहा है. आर्मरी से जो शस्त्र मिले हैं. इनमें लंदन, हॉलैंड, जर्मनी, अमेरिका, स्पेन, जापान आदि देशों की प्रमुख कंपनियों के शस्त्र शामिल हैं.
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यह मामला नवाब रजा अली खान की संपत्ति का है. संपत्ति के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश दिया था कि शरीयत के आधार पर इनके जितने भी वारिस हैं, उनको हिस्सा दिया जाए. उसके तहत ही जिला जज महोदय ने कमिश्नर नियुक्त किए थे. इनके द्वारा नवाब रजा अली खान की चल और अचल संपत्तियों का विवरण दोनों कमिश्नर अदालत में जमा करेंगे.
संदीप कुमार सक्सेना, नवाब काजिम खान के वकील