रामपुर: भाजपा नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रामपुर में अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. कहा कि राहुल गांधी भाजपा से नहीं भारत से माफी मांगे. सरकार से नहीं संसद से माफी मांगे. राहुल गांधी सामंती सुरूर और सनक में पूरी तरह चकनाचूर हैं. राहुल गांधी ने भारतीय संसद को अपमानित करने का काम किया है. इन्हें भारत से माफी मांगनी चाहिए.
राहुल गांधी का क्या था बयानः कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बयान दिया था कि 'भारत में लोकतंत्र खत्म हो गया है, भारत की डेमोक्रेसी पूरी तरह से डेमोरलाइज है संसद पूरी तरह से हाईजैक हो चुकी है, संसद में संसदीय नियम और संसदीय मर्यादा खत्म हो चुकी हैं.' इस बयान को लेकर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इनको सरकार से नहीं संसद से मांगनी चाहिए. ये सामंती सुरूर और सनक में पूरी तरह चकनाचूर हैं. ये बात इनको समझ में नहीं आएगी.
राहुल गांधी चोरी करके कर रहे सीनाजोरीः मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आप विदेश में जाकर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत को और भारतीय संसद को अपमानित करने का काम करते हैं. उसके खिलाफ दुष्प्रचार करने का काम करते हैं. उसके बाद चोरी और सीनाजोरी. उसके बाद कहते हैं कि हैं जो हमने कहा वह सही कहा, तो जब तक यह सामंती सुरूर इस तरह के सनकी गुरुर से बाहर नहीं निकलेंगे तब तक उनका यही हाल होगा.
कांग्रेस के एग्जिट गेट पर लाइन लगीः पूर्व कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी की स्थिति यह हो गई है उनके एंट्री गेट से ज्यादा एग्जिट गेट पर लाइन लगी हुई है. खुद कांग्रेस के लोग इस बात को महसूस करने लगे हैं. जो बेवकूफ या उनके नेता बचे हैं वे महसूस कर रहे हैं कि निश्चित तौर से कांग्रेस का बंटाधार कर रहा है. आज देश पूरी तरह से बदल चुका है. आज देश परिवार के पालने से नहीं, परिश्रम और परिणाम से लोग पॉलिटिक्स कर रहे हैं. अब उन्हें लगता है कि जो सामंती उनकी विरासत है, उनका जन्मसिद्ध अधिकार है, वह अब पूरी तरह से उड़न छू हो चुकी है. आज संसद संविधानिक मूल्य और मर्यादाओं से चलती है. उनको लगता है यह सामान थी. अहंकार, उद्दंडता और अराजकता से संसद को हाईजैक कर पाएंगे या कर लेंगे, यह उनकी बहुत बड़ी गलतफहमी है.
राहुल गांधी ने गलती की हैः इसलिए मेरा यही मानना है कि उन्होंने गलती की है. उन्होंने कोई गलती बाई चांस नहीं बल्कि बाइ च्वाइस की है. एक बार नहीं बल्कि सैकड़ों बार की है. जब दुनिया भारत का सम्मान कर रही है, जी-20 की भारत मेजबानी भी कर रहा है, ऐसे मौके पर आप दुनिया को यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि भारत में लोकतंत्र खत्म हो गया है.