रामपुर: एक तरफ पूरा देश वैश्विक महामारी कोरोना से एकजुट होकर लड़ रहा है. वहीं दूसरी तरफ जिले में साईं पैथालॉजी लैब द्वारा कोरोना पॉजिटिव मरीजों को डरा-धमका कर अवैध रूप से वसूली करने का मामला सामने आया है. शिकायत मिलने के बाद नोडल अधिकारी देवेश चौधरी ने पैथोलॉजी लैब पर छापेमारी की और लैब को सील कर दिया. साथ ही लैब संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
साईं लैब में चल रहा था फर्जीवाड़ा
घटना रामपुर की है, जहां साईं पैथोलॉजी लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उससे मोटी रकम वसूलता था. उसका यह धंधा ऐसे ही फलता-फूलता रहता यदि इसकी शिकायत सीएमओ से न की गई होती.
बिना रजिस्ट्रेश के चल रही थी लैब
रामपुर के कोतवाली थाना टांडा क्षेत्र के दड़ियाल मोहल्ले सईदिया में साईं पैथोलॉजी के नाम से लैब चलाई जा रही थी. इस पैथोलॉजी लैब पर कोरोना की जांच की जाती थी. रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर इस लैब के संचालक द्वारा लोगों को कोरोना का भय दिखाकर उनसे मोटी रकम वसूली जाती थी.
जब एक मरीज द्वारा लैब की करतूतों की शिकायत सीएमओ से की गई तो नोडल अधिकारी देवेश चौधरी ने लैब पर छापा मारा. कार्रवाई के दौरान जब अधिकारी ने लैब के रजिस्ट्रेशन के कागज मांगे तो कोई भी रजिस्ट्रेशन का कागज नहीं दिखाया जा सका. इस मामले में लैब संचालक मनोज कुमार चौहान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लैब को सील कर दिया गया है.
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ईटीवी संवाददाता ने नोडल अधिकारी से बात की
इस घटना पर जब ईटीवी संवाददाता ने नोडल अधिकारी देवेश चौधरी से बात की तो उन्होंने बताया कि एक सूचना मिली थी, जिसके आधार पर ये छापेमारी की गई. लैब को सील कर दिया गया है और लैब संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.