रामपुर: जिले में यूनानी डॉक्टर के इलाज के दौरान एक 16 साल की किशोरी की मौत हो गई. मौत के बाद लड़की के मुंह से लगातार झाग निगल रहे थे. मृतक किशोरी के घरवालों का आरोप है कि डॉक्टर ने उसे कई इंजेक्शन लगाए थे, जिसके कारण मौत हुई है. मृतक के परिजनों की शिकायत पर सिटी मजिस्ट्रेट ने डॉक्टर के क्लीनिक को सील कर दिया है. साथ ही डॉक्टर के खिलाफ विधिक कार्रवाई चल रही है.
ये है पूरा मामला
रामपुर के मोहल्ला राजद्वारा में अलशिफा लाइफ केयर सेंटर के नाम से एक क्लीनिक चल रहा था. क्लीनिक यूनानी डिग्री बीयूएमएस हासिल किए डॉक्टर दानिश खान चला रहा था. यहां पर दानिश अपनी यूनानी डिग्री से हटकर लोगों का इलाज कर रहा था. इसी दौरान डॉक्टर दानिश ने एक 16 साल की किशोरी का इलाज किया. इलाज के दौरान किशोरी की मौत हो गई. मौत के बाद परिजनों ने इसकी शिकायत डीएम से और सीएमओ से की. इसके बाद शिकायत के आधार पर सिटी मजिस्ट्रेट रामजी मिश्र नोडल अधिकारी आरके चंद्रा के साथ पहुंचकर क्लीनिक की जांच की तो उसमें काफी कमियां मिली. बीयूएमएस की डिग्री पर दानिश एलोपैथिक का इलाज कर रहा था और तो अपना रजिस्ट्रेशन भी रिनिवल नहीं कराया था. इसके आधार पर डॉक्टर दानिश खान का क्लीनिक को सील कर दिया गया.
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बुखार आने पर लगाए 10 इंजेक्शन
मृतक किशोरी के भाई फैसल ने बताया कि हमारी बहन को बुखार आया था और मम्मी उसको डॉक्टर दानिश के क्लिनिक पर दिखाने ले गई थी. डॉक्टर दानिश ने कहा इस लड़की को बोतल चढ़ेगी ठीक हो जाएगी. मम्मी ने मना किया तो डॉक्टर ने कहा पैसे मत बचाओ, वरना इसे कुछ हो जाएगा. इसके बाद डॉक्टर दानिश ने उसे 3 बोतल चढ़ाई और 10 इंजेक्शन लगाए. इसके कुछ देर बाद ही उसके हाथ में चकत्ते पड़ने लगे और उसने दम तोड़ दिया. फिलहाल इस घटना के बाद आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.