रामपुरः रामपुर रियासत के आखिरी नवाब, नवाब रजा अली खान के पोते पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने कोठी खास बाग में सोमवार दोपहर 2:00 बजे प्रेस वार्ता की. प्रेस वार्ता कर उन्होंने मीडिया के सामने आजम खान का विरोध किया. उन्होंने कहा कि विधानसभा का उपचुनाव होने वाला है. वह इस उपचुनाव में आजम खान के परिवार का या कोई भी सपा का प्रत्याशी होगा वह उसका विरोध करेंगे. स्वार विधानसभा की सीट वह सीएम योगी आदित्यनाथ को देना चाहते हैं. साथ ही साथ नावेद मियां ने कहा कि वह भाजपा में नहीं हैं, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जिस तरह से उनके परिवार के प्रति रवैया है वे उसे कभी भुला नहीं पाएंगे और वह हमेशा योगी आदित्यनाथ को सपोर्ट करेंगे.
आजम खान के धुर विरोधी रहे पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खान उर्फ नावेद मियां ने कहा कि 'मैं स्वार विधानसभा का विधायक रहा और शिव बहादुर सक्सेना भी वहां के विधायक रहे. जितना मैं विधायक रहा उतना वे विधायक रहे, उससे पहले हमारे वालिद भी थे. हमारे चाचा भी थे और यह तो जम्हूरियत है कोई भी कहीं से चुनाव लड़ सकता है'. नवेद मियां ने कहा कि 'स्वार उपचुनाव में मेरे प्रयास रहेंगे. इस चुनाव में आजम खान या उनके परिवार से या कोई भी चुनाव लड़ेगा मैं उसका विरोध करूंगा. लोकसभा उपचुनाव में भी मैंने विरोध किया था और शहर विधानसभा चुनाव था उसमें भी मैंने आजम खान का विरोध किया था. स्वार विधानसभा उपचुनाव में भी यही होगा और इसके बाद चमरोआ विधानसभा उप चुनाव में भी यही होगा. मेरा आजम खान का पूरा विरोध रहेगा'.
नावेद मियां ने कहा कि 'मैं पूरा प्रयास करूंगा कि स्वार विधानसभा की सीट हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दें. मैं बीजेपी में नहीं हूं, लेकिन हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं उनका जो रवैया हमारे परिवार के साथ है मैं कभी उसे भूल नहीं सकता और मैं उनको सपोर्ट करूंगा. लोग कहते हैं कि आप बीजेपी में हो तो मैं कहता हूं मैं बीजेपी में नहीं हूं, लेकिन मैं मुख्यमंत्री के साथ हूं पूरी तरह से उनको सपोर्ट करूंगा'. पिछले विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी ने मुझे अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर मुझे पार्टी से निकाला, लेकिन मेरा यह कहना है कि अनुशासनहीनता तब होती है जब आप पार्टी के प्रत्याशी का विरोध करें या पार्टी के एलायंस का जो प्रत्याशी है उसका विरोध करें या पार्टी आपको निर्देश करे कि आप फलाने प्रत्याशी का सपोर्ट करें और आप उसका विरोध करें तब अनुशासनहीनता होती है'.