रामपुरः जिले में एक दिल दहला देने वाला वाक्या सामने आया है. यहां शुक्रवार को एक पिता ने खुद और अपनी 8 साल बेटी को और अपने 10 साल के बेटे को जहरीला पदार्थ खिलाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. इस दौरान पिता की और 8 साल की बेटी की मौत हो गई. वहीं, 10 साल का बेटा जहर नहीं निगल पाया और वह बच गया. बताया जा रहा है कि राजस्व विभाग की ओर से उसको एक नोटिस मिला, जिसमें उसके मकान को तालाब की भूमि पर बना होना दर्शाया गया. साथ ही 64 लाख के हर्जाने की भरपाई का नोटिस में हवाला दिया गया, जिसको लेकर एक पिता परेशानी में आ गया और उसने इस तरह का यह खतरनाक कदम उठाया.
क्या है पूरा मामला?
कोतवाली सिविल लाइंस क्षेत्र के शादी की मढैया गांव में सलीम नाम का व्यक्ति अपने परिवार के साथ रहता था. वह पिछले 33 साल से वहीं रह रहा है. उसका एक मकान बना हुआ है, जिसको लेकर उसका विवाद कोर्ट में विचाराधीन है. 2021 में राजस्व विभाग द्वारा एक नोटिस दी गई, जिसमें उसके मकान को तालाब की भूमि में बना होना बताया गया. उस नोटिस के बाद सलीम कोर्ट चले गए और मामला कोर्ट में चलने लगा. कुछ दिन पहले राजस्व विभाग के कई कर्मचारी और अधिकारी शादी की मढैया गांव में पहुंचे, जहां पर उन्होंने कई लोगों को नोटिस दिए और कहा उनके मकान तालाब की भूमि पर बने हैं.
नोटिस में सभी को 64-64 लाख का हर्जाने भी देने को कहा. सलीम को भी नोटिस दिया गया. नोटिस मिलने के बाद सलीम परेशान हो गया और उसने अपने दो बच्चों के साथ जहरील पदार्थ खा लिया. गनीमत रही कि बेटा जहर नहीं निगल पाया और बच गया. वहीं, बेटी इरम और सलीम को मुरादाबाद के कॉसमॉस हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान शनिवार को उन दोनों की मौत हो गई.
बता दें कि मृतक सलीम की पत्नी मेहताब बीडीसी मेंबर हैं. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ' मंगलवार के दिन पांच अधिकारी आए थे. उन्होंने धमकी दी थी कि मकान को 5 दिन में खाली कर दो और जो नोटिस आए थे, उसमें 64 लाख का जुर्माना था उसको लेकर मुकदमा भी चल रहा है. हमारे मकान को अधिकारी तालाब की जगह बता रहे हैं. हमें नहीं मालूम कि हमने जगह खरीदी थी और हम सन 90 में यहां पर आए थे'.
वहीं, गांव के एक और दूसरे व्यक्ति सलीम ने बताया कि 'हमें 2 साल पहले एक नोटिस आया था, जिसमें हमारी जगह को तालाब की जगह बताया था. हमने नोटिस की एवज में कोर्ट में मुकदमा डाल दिया. हमारा 2 साल से कोर्ट में मामला चल रहा है. अब दो-चार दिन पहले यह लोग आए और इन्होंने कहा कि यह घर खाली कर दो. हमने कहा हमारा कोर्ट में मामला चल रहा है, हम घर खाली करके कहां जाएंगे'.