रामपुर: जिले में 12 जून को हुए उपचुनाव को लेकर एक प्रधान पद के प्रत्याशी ने धांधली का आरोप लगाया है. टांडा तहसील के ग्राम प्रत्याशी बाबूराम का आरोप है कि उसे पहले 3 वोटों से जीता हासिल हुई थी. इसके बावजूज हारे हुए प्रत्याशी को जीता हुआ प्रधान घोषित कर दिया गया. पीड़ित प्रत्याशी ने मामले की शिकायत आला अधिकारियों से की है. सोमवार को पीड़ित बाबूराम जिला कलेक्ट्रेट में डीएम कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गया. बाबूराम का कहना है कि उसे न्याय नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेगा.
छितरिया जागीर तार का मजरा मैं 12 जून को प्रधानी का उपचुनाव हुआ था, जिसमें कई प्रत्याशी खड़े हुए थे. उसमें एक प्रत्याशी थे बाबूराम, जिन्होंने धांधली का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि पहले उन्हें 3 वोटों से उन्होंने चुनाव जीता था. बाद में दूसरे प्रत्याशी सुखलेश पत्नी रमेश को 3 वोटों से जीता हुआ घोषित कर दिया गया. पीड़ित बाबूराम इस उपचुनाव की दोबारा से मतगणना कराना चाहते हैं. इसी को लेकर सोमवार को वह जिलाधिकारी से उनके कार्यालय मिलने पहुंचे और उनको एक ज्ञापन दिया. इसके बाद वह कार्यालय के सामने ही धरने पर बैठ गए.
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प्रत्याशी बाबूराम ने बताया कि "हमें चुनाव जबरदस्ती हरा दिया गया. चुनाव में मुझे 632 वोट मिले थे और प्रतिद्वंदी को 629 वोट मिले थे. इसके बावजूद प्रतिद्वंदी के जीत का ऐलान कर दिया गया. हमारे डंडे से मारा-पीटा गया. पहले हमें 51 वोटों से जित दी, फिर 9 वोटों से, इसके बाद 3 वोटों से. और बाद में हमें 3 वोटों से हरा दिया गया." बाबूराम ने कहा "कमिश्नर, डीएम, एसडीएम सब से शिकायत की है. हमारी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाउंगा.