रामपुरः सेना के जवान मुकेश बाबू भारतीय और चीनी सेना के बीच हुई झड़प में शहीद हो गए. मुकेश बाबू 1851 लाइट रेजिमेंट के जवान थे. भारत और चीन के बीच चल रही तनातनी के कारण रेजीमेंट के जवानों को अरुणाचल प्रदेश के मांगो चूना सेक्टर में भेजा गया था. जहां बीती 22 अगस्त को भारतीय जवानों और चीनी सैनिकों के मध्य झड़प हो गई. झड़प के दौरान लाइट रेजिमेंट के जवान मुकेश बाबू शहीद हो गए.
उनका पार्थिव शरीर आज यानि सोमवार को रामपुर जनपद के बादली गांव लाया जाएगा. शहीद मुकेश बाबू के पैतृक निवास बादली में उनका परिवार रहता है. शहीद के बेटे विमल ने बताया कि रविवार सुबह फोन से उसे जानकारी मिली है. मुकेश बाबू के शहीद होने की सूचना से घर में कोहराम मचा हुआ है. मुकेश बाबू की मौत किन कारणों से हुई है अभी इस मामले पर कोई अधिकारिक जानकारी नहीं मिली है. जानकारी के अनुसार मुकेश बाबू बीते शनिवार की रात लगभग 8 बजे शहीद हुए हैं.
बेटे को फौजी बनाना चाहते थे शहीद मुकेश बाबू
मुकेश बाबू के बेटे ने बताया कि उसे अपने पिता के शहीद होने की सूचना फोन से दी गई है. शहीद के बेटे विमल ने बताया कि उसके पिता उसे फौजी बनाना चाहते थे, वह इसके लिए तैयारी कर रहा है. विमल ने बताया कि वह सितंबर में भर्ती में प्रतिभाग करेगा.
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