रामपुरः सपा नेता आजम खान (Azam Khan) के अधिवक्ता नासिर सुल्तान पर गवाह को धमकाने को लेकर कोतवाली सिविल लाइंस में एक एफआईआर दर्ज किया गया है. इसके पहले 17 अगस्त को आजम खान पर दो मामले में गवाहों को धमकाने के आरोप दर्ज हुए थे. इसके बाद तीसरा मामला आजम खान के अधिवक्ता नासिर सुल्तान पर दर्ज होने पर अधिवक्ताओं ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन कर कार्य का बहिष्कार किया.
इस मामले में पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला (SP Ashok Kumar Shukla) से बार एसोसिएशन अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद लोधी (Bar Association President Rajendra Prasad Lodhi) व उनके साथ में कई अधिवक्ताओं ने मुलाकात की. जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मामले में जांच कर 2 दिन में जो भी रिपोर्ट आएगी उस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं, पुलिस अधीक्षक ने अधिवक्ताओं को आश्वासन देकर शांत करा दिया है.
बता दें कि जेल से बाहर आने के बाद समाजवादी पार्टी से विधायक और पूर्व मंत्री की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं. इसके साथ ही उनके जो अधिवक्ता हैं, उन पर भी मुकदमे दर्ज होने का सिलसिला शुरू हो गया है. अधिवक्ता नासिर सुल्तान पर 19 अगस्त को कोतवाली सिविल लाइंस पर गवाह को धमकाने को लेकर गवाह के भाई ने एक मुकदमा दर्ज कराया है.
मामले में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एक व्यक्ति ने शिकायत की है कि उसके भाई की गवाही में गया था. अधिवक्ता का नाम लेकर कहा कि उन्होंने मुझे बाहर कर डराया और धमकाया. उसकी शिकायत को पुलिस ने दर्ज किया है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मामले की पूरी जांच की जा रही है. जांच में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मीडिया वाले खुले समाज में देखें कि गवाहों की क्या स्थिति है. अगर उनकी शिकायत सही है, तो सच्चाई जनता के सामने जरूर लाएं
वहीं, अधिवक्ता नासिर सुल्तान ने बताया कि आजम खान से जुड़े एक मामले में एमपी एमएलए कोर्ट में वादी की गवाही चल रही थी, जिसमें वादी का भाई भी उसके साथ आया हुआ था. रविवार को मुझे जानकारी मिली कि वादी के भाई ने मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है कि अदालत के बाहर मैंने और तीन साथियों ने उनको धमकाया है. उन्होंने कहा कि जहां की घटना दिखाई गई है वहां पर आधा दर्जन से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं. हर वक्त वहां पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. उस समय तक मैं अदालत के अंदर था.
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