रामपुर: 21 अक्टूबर को रामपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है. इसके लिए 19 अक्टूबर की शाम तक चुनाव प्रचार थम जाएगा. वहीं सभी पार्टियों के नेता चुनाव प्रचार में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते. सपा नेता आजम खां ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए यूपी में जंगलराज कायम होने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के बयान के बाद सरकार पर जमकर हमला किया.
आजम खां ने कहा कि हिंदुस्तान की सबसे बड़ी अदालत ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज नहीं, जंगलराज है. आगे उन्होंने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट से कहना चाहता हूं कि अदालत की कुर्सियों पर बैठे हमारे हॉनरेबल जज साहिबान यह देश अगर बचा है तो आपके दिए हुए इंसाफ से बचा है और यह याद दिलाना चाहता हूं यकीनन आप को भी मालूम है कि सुप्रीम कोर्ट जब फैसला कर देती है तो फिर उसकी अपील आसमान पर तो हो सकती है. वह भी तब हो सकती है जब इंसान इस दुनिया से उठकर आसमान पर चला जाए.
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उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यहां जंगलराज कैसे हो सकता है, जहां मेरे जैसा अपराधी किताबों की चोरी में पकड़ा गया हो. यहां जंगलराज कहां है मुजरिम पकड़ा गया है. हजारों की भीड़ में खड़ा है, जिसने मुर्गियां चुराई थीं, जिसने भैंस चुराई थी. उन्होंने कहा कि अरे मुकदमे कायम करने वालों अगर बेशर्मी का एक चुल्लू भर पानी हो तो उसमें डूब मरने की कोशिश करो.
जया प्रदा पर शायरना अंदाज में कसा तंज
सपा नेता आजम खां ने बिना नाम लिए जया प्रदा पर शायराना अंदाज में निशाना साधा. उन्होंने कहा कि...
'जिसे ले गई है अभी हवा वो वर्क था दिल की किताब का,
कहीं आंसुओं से लिखा हुआ, कहीं आंसुओं से मिटा हुआ'
शायरी पढ़ने के बाद आजम खां ने कहा कि यह शेर मेरा अपनी जिंदगी के साथ उन लोगों के लिए है, जिनके आंसू जब अदाकारी के लिए बहते हैं तो पैसा मिलता है और जब वफादारी के लिए आंसू बहते हैं तो गम मिलता है. उन्होंने कहा कि बहुत फर्क है उन आंसुओं में और हमारे आंसुओं में. जब हम रोते हैं तो मजमा रोता है और जब तुम रोते हो तो मजमा ठहाके लगाता है.