रामपुर: सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान और उनके बेटे पूर्व विधायक अब्दुल्लाह आजम खान के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले के मामले में रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट में बहस हुई. लखनऊ के मेदांता अस्पताल में एडमिट आजम खान और सीतापुर जेल में बंद अब्दुल्ला आजम खान की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा पेशी हुई, जबकि उनकी पत्नी और रामपुर की नगर विधायक डॉ. तंजीन फातिमा अदालत में हाजिर हुई. शिकायतकर्ता और भाजपा नेता आकाश सक्सेना उर्फ हनी भी इस मौके पर अदालत में पेश हुए.
वहीं, अदालत की कार्रवाई के बाद बाहर निकले सरकारी वकील राम अवतार ने मीडिया को बताया कि अदालत में चार्जशीट पर बहस की गई है. इस मामले में अब अगली सुनवाई 26 तारीख को होगी. जब वादी आकाश सक्सेना के बयान दर्ज किए जाएंगे.
इस मामले पर मुख्य शिकायतकर्ता और भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने कोर्ट से बाहर निकलकर मीडिया बात करते हुए कहा कि जैसा कि सबको मालूम है कि दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले इन लोगों ने डिस्चार्ज एप्लीकेशन डाली थी, वह कल खारिज हो गई थी. बुधवार को चार्ज फ्रेमिंग की कार्रवाई है जिसे शुरू किया गया है. इसीलिए कल सीतापुर के डीएम को यह कहा गया था कि वे लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का इंतजाम कराएंगे, जिसे पूरा किया गया. आकाश सक्सेना ने कहा कि मुझे न्यायपालिका पर पूरी उम्मीद है और बहुत जल्द ही इसमें ऐतिहासिक फैसला आएगा.
वहीं इस मामले पर सरकारी वकील राम अवतार सैनी ने बताया कि अब्दुल्लाह आजम खान के दो जन्म प्रमाण पत्र थे, जिनको आजम खान और उनकी पत्नी द्वारा एक राय मशवरा होकर बनवाए गए थे. इसमें क्राइम नंबर 4/19, जिसमें धारा 420, 467, 468, 471, 120-बी थाना गंज में पंजीकृत था. उसमें बुधवार को आजम खान, अब्दुल्लाह आजम खान और तंजीन फातिमा पर चार्ज फ्रेम किए गए. उसमें अगली तारीख 26 अगस्त मुकर्रर की गई है.
उन्होंने कहा कि आजम खान और अब्दुल्ला आजम खान के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा बयान दर्ज किए गए. ताजीन फातमा पहले से इस मामले में बेलाउट्स हैं, उनकी जमानत हो चुकी है, इसलिए आज उनको कोर्ट में व्यक्तिगत बुलाया गया था. जो हस्ताक्षर करके चली गईं. अब इसमें 26 तारीख को मुख्य शिकायतकर्ता आकाश सक्सेना के बयान दर्ज होंगे.