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उन्नाव दुष्कर्म केस: पीड़िता की चाची का अंतिम संस्कार आज, चाचा को शमशान लेकर निकली पुलिस

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Published : Jul 31, 2019, 10:56 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST

उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की चाची का बुधवार को अंतिम संस्कार है. इसमें शामिल होने के लिए पीड़िता के चाचा ने पैरोल की मांग की थी जिसे प्रशासन ने मान लिया. अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच चाचा को उन्नाव रवाना किया गया.

उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के चाचा अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए रवाना.

रायबरेली: रविवार को उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की कार में एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी. इसके चलते गाड़ी में मौजूद पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई थी. पीड़िता के चाचा जिला जेल में बंद थे. परिजनों की मांग पर प्रशासन ने उन्हें पत्नी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए 12 घंटे की पैरोल दे दी. इसके बाद मीडिया से बचने के लिए पुलिस सुबह पांच बजे ही भारी सुरक्षा के बीच उन्हें उन्नाव लेकर निकल गई.

उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के चाचा अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए रवाना.

कड़ी सुरक्षा के बीच भेजा गया उन्नाव

2017 में उन्नाव के दुष्कर्म मामला उस समय सुर्खियों में आया, जब मामले की पीड़िता अपने वकील, चाची और मौसी के साथ कार से रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही थी. जब उनकी कार गुरुबख्शगंज की अटौरा चौकी के पास पहुंची तो एक ट्रक ने कार में टक्कर मार दी. इस घटना में उसकी मौसी व चाची की मौत हो गई और वह अपने वकील के साथ गंभीर रूप से घायल हो गई. लखनऊ ट्रॉमा सेंटर में दोनों का इलाज चल रहा है. पीड़िता के चाचा की तहरीर पर पुलिस ने विधायक कुलदीप सिंह व उनके भाई के साथ ही 28 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया. साथ ही उनकी सीबीआई जांच की मांग और पत्नी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए 12 घंटे की पैरोल की शर्त भी मान ली. बुधवार सुबह 5 बजे ही पुलिस ने मीडिया से बचते हुए पीड़िता के चाचा को जिला जेल से निकाल कर कड़ी सुरक्षा के बीच उन्नाव रवाना कर दिया.

रायबरेली: रविवार को उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की कार में एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी. इसके चलते गाड़ी में मौजूद पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई थी. पीड़िता के चाचा जिला जेल में बंद थे. परिजनों की मांग पर प्रशासन ने उन्हें पत्नी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए 12 घंटे की पैरोल दे दी. इसके बाद मीडिया से बचने के लिए पुलिस सुबह पांच बजे ही भारी सुरक्षा के बीच उन्हें उन्नाव लेकर निकल गई.

उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के चाचा अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए रवाना.

कड़ी सुरक्षा के बीच भेजा गया उन्नाव

2017 में उन्नाव के दुष्कर्म मामला उस समय सुर्खियों में आया, जब मामले की पीड़िता अपने वकील, चाची और मौसी के साथ कार से रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही थी. जब उनकी कार गुरुबख्शगंज की अटौरा चौकी के पास पहुंची तो एक ट्रक ने कार में टक्कर मार दी. इस घटना में उसकी मौसी व चाची की मौत हो गई और वह अपने वकील के साथ गंभीर रूप से घायल हो गई. लखनऊ ट्रॉमा सेंटर में दोनों का इलाज चल रहा है. पीड़िता के चाचा की तहरीर पर पुलिस ने विधायक कुलदीप सिंह व उनके भाई के साथ ही 28 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया. साथ ही उनकी सीबीआई जांच की मांग और पत्नी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए 12 घंटे की पैरोल की शर्त भी मान ली. बुधवार सुबह 5 बजे ही पुलिस ने मीडिया से बचते हुए पीड़िता के चाचा को जिला जेल से निकाल कर कड़ी सुरक्षा के बीच उन्नाव रवाना कर दिया.

Intro:रायबरेली में रविवार दोपहर को हुए सड़क हादसे में उन्नाव गैंगरेप कांड की पीड़िता की कार में ट्रक ने टक्कर मार दी थी जिससे गाड़ी में मौजूद उसकी मौसी व चाची की मौत हो गई।पीड़िता के चाचा जिला जेल में बैंड थे उनकी मांग पर आज प्रशासन ने उन्हें पत्नी के अंतिम संस्कार करने के लिए 12 घंटे की पैरोल पर छोड़ा और मीडिया से बचने के लिए सुबह पांच बजे ही भारी सुरक्षा के साथ उन्नाव के लिए रवाना हो गए।Body:दरअसल 2017 में उन्नाव के माखी गैंगरेप मामला रविवार को उस समय सुर्खियों में आ गया जब मामले की पीड़िता अपने वकील और चाची व मौसी के साथ कार से रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलने आ रही यही।लेकिन जब उसकी कार गुरुबख्शगंज की अटौरा चौकी के पास पहुची तो एक ट्रक ने कार में टक्कर मार दी जिसमे उसकी मौसी व चाची की मौत हो गई और वो अपने वकील के साथ गंभीर रूप से घायल हो गई।जिसके इलाज़ लखनऊ में चल रहा है।पीड़िता के चाचा की तहरीर पर पुलिस ने विधायक कुलदीप सिंह व उनके भाई के साथ ही 28 लोगो पर मुकदमा दर्ज कर लिया और उसकी सीबीआई जांच की मांग के साथ ही अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए 12 घंटे की पैरोल की शर्त भी मान ली।आज सुबह 5 बजे ही पुलिस ने मीडिया से बचते हुए उसे जिला जेल।से निकाल कर कड़ी सुरक्षा में उनाव के लिए रवाना कर दिया।Conclusion:इस मामले में शुरुवात से जिला प्रशासन मीडिया के सामने आने से बचता रहा है और आज एक बार फिर उसने इस तरह महेश सिंह को जेल से निकल कर रवाना करते हुए इस पर मोहर लगा दी।

प्रभाकर त्रिपाठी
रायबरेली
9984524647
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST
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