रायबरेली: बिन मांगे भक्तों के मन की मुराद पूरी करने वाली मां मनसा देवी के दरबार से कभी कोई खाली हाथ नहीं जाता, दरबार में आने वाले हर किसी भक्त पर मां की अपार कृपा बरसती है. मंदिर शहर के रेलवे स्टेशन के नजदीक स्थित है, प्राचीन मान्यताओं के अनुसार यह मंदिर सिद्ध शक्ति स्वरूपा मां भगवती के मंदिरों में गिना जाता है. वैसे तो आम दिनों में भी मां के दरबार में भक्तजनों की भारी भीड़ रहती है, लेकिन नवरात्रि पर यहां तिल भर रखने की जगह नहीं मिलती. वहीं शारदीय नवरात्रि के अंतिम दिनों में दरबार में भक्तों का हुजूम उमड़ता है.
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शारदीय नवरात्रि पर उमड़ता है भक्तों का हुजूम
महाष्टमी के अवसर पर सुबह से ही पूजा-अर्चना शुरू हो गईऔर मंदिर प्रांगण में ही भक्तों ने मां की प्रतिमा के समक्ष बने हवन कुंड में पूर्णाहुति भी दी. साथ ही मंदिर के समीप ही कन्या भोजन का कार्यक्रम भी रखा गया.
दुर्गा मां ने स्वप्न में दिए थे प्रकट होने के संकेत
मनसा देवी मंदिर के पूर्व मुख्य आचार्य मुन्ना लाल शुक्ला ने ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए बताया कि करीब डेढ़ सौ वर्ष पहले उनके पूर्वजों को मां ने स्वप्न में अपने प्राकट्य को लेकर संकेत दिया था, मां का यह स्वयंभू स्थल है, इसलिए इसकी महिमा अपरमपार है. दरबार में उमड़ी भीड़ से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है, कि मां की कीर्ति जनपद की हर दिशाओं में व्याप्त है और दूर दराज से भी लोग मां के पूजन के लिए पहुंच रहे हैं.
मनसा देवी पूरी करती हैं भक्तों के मन की मुराद
वही मंदिर के मुख्य पुजारी पुत्तीलाल ने ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि मां के दरबार से कोई खाली हाथ नहीं जाता और मां मनसा देवी बिन मांगे ही भक्तों के मन की मुराद पूरी करती हैं.