ETV Bharat / state

साइबर जालसाजों ने आगरा की युवती को 4 दिनों तक रखा डिजिटल अरेस्ट, 13.42 लाख रुपये वसूले - CYBER FRAUD IN AGRA

ड्रग्स और फर्जी पासपोर्ट मिलने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया, पुलिस ने शुरू की जांच.

आगरा में साइबर ठगी
आगरा में साइबर ठगी (Photo Credit; ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 21, 2025, 11:34 AM IST

आगरा : साइबर ​जालसाजों ने जिले के शाहगंज थाना क्षेत्र की एक युवती को 4 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा. इस दौरान उससे 13.42 लाख रुपये वसूल लिए. ठगों ने कोरियर में ड्रग्स और फर्जी पासपोर्ट का झांसा देकर युवती को अपना शिकार बनाया. पीड़िता नोएडा की एक कंपनी में नौकरी करती है. इस मामले में युवती ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

शाहगंज थाने के वेस्ट अर्जुन नगर निवासी नेहा ने साइबर थाना पुलिस को बताया कि वह नोएडा में पतंजलि कंपनी में कार्यरत हैं. आठ फरवरी की दोपहर को उनके मोबाइल पर एक कॉल आई. कॉल रिसीव की तो कॉल करने वाले ने अपना नाम राहुल बताया. कहा कि वह एक कोरियर कंपनी का कर्मचारी है. मेरे नाम से एक कोरियर बैंकाक में नेम जियांग को भेजा जा रहा था. मेरे भेजे गए पार्सल में 500 ग्राम एमसीएमडी ड्रग, पांच हजार यूएस डालर, पांच पासपोर्ट, तीन डेबिट कार्ड, एक लैपटाप निकला है. ये एमसीडी ड्रग प्रतिबंधित है. इसमें 10 वर्ष तक की सजा हो सकती है. इस पर मैंने कहा कि मैंने कोई पार्सल नहीं भेजा है तो आरोपी ने आधार कार्ड के गलत प्रयोग की बात कहकर धमकाया. उनका आधार कार्ड का प्रयोग उत्तराखंड और गोवा में किया गया है.

कोरियर कंपनी के कर्मचारी ने किया कॉल : पीड़िता नेहा ने बताया कि इसके बाद कोरियर कंपनी के कर्मचारी राहुल ने वीडियो कॉल पर मेरी बात दिल्ली साइबर क्राइम सेल से कराने की कही. इसके बाद वीडियो कॉल हाई. जिसमें पुलिस की वर्दी में एक अधिकारी ने खुद को दिल्ली साइबर क्राइम सेल का पुलिस अधिकारी आनंद राव बताया. उसने अधिकारी बनकर बात करने वाले ने उनके मोबाइल पर सीबीआई का पत्र भेजा. इसमें उनका नाम और आधार नंबर था.

नेहा से कहा कि उन्हें 90 दिन की कस्टडी रिमांड पर लेंगे, फिर बोला कि आप निर्दोष लग रही हो, इसलिए मौका देना चाहता हूं. दो दिन तक सेल्फ अरेस्ट किया जा रहा है. इसके साथ ही स्काइप एप से भी जुड़े रहने के लिए कहा. इसके बाद पुलिस अधिकारी ने 12.50 लाख रुपये मांगे. कहा कि यह रकम वापस हो जाएगी.

नोएडा से आगरा आई और 12.50 लाख रुपये भेजे : पीड़िता नेहा ने बताया कि रकम ट्रांसफर करने के लिए मैं नोएडा से ट्रेन से घर आई. इस दौरान भी आरोपियों ने डिजिटल अरेस्ट करके रखा. 11 फरवरी को 12.50 लाख रुपये आरोपियों के खाते में भेजे. इसके बाद मैं नोएडा लौट गई. 12 फरवरी को 91 हजार रुपये फिर मांगे. यह रकम मैंने गूगल पे से दी. आरोपियों ने दोबारा कॉल करके कहा कि आपका मामला खत्म हो गया है. अगले दिन रकम वापस कर दी जाएगी. रकम नहीं लौटाई तो पिता के साथ साइबर थाने में शिकायत की.

साइबर थाना के इंस्पेक्टर समय सिंह ने बताया कि युवती के पिता की तहरीर पर गुरुवार को मुकदमा दर्ज कर लिया है. इस मामले में छानबीन की जा रही है.

यह भी पढें: आगरा में एसटीएफ ने दो शातिरों को किया गिरफ्तार, एक्सीडेंटल गाड़ियों के चेसिस नंबर बदलकर महंगे दाम पर बेचते थे.

यह भी पढें: आगरा में छात्रा को जन्मदिन की पार्टी में ले जाकर दुष्कर्म, ब्लैकमेल करके 1.50 लाख रुपये वसूले


आगरा : साइबर ​जालसाजों ने जिले के शाहगंज थाना क्षेत्र की एक युवती को 4 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा. इस दौरान उससे 13.42 लाख रुपये वसूल लिए. ठगों ने कोरियर में ड्रग्स और फर्जी पासपोर्ट का झांसा देकर युवती को अपना शिकार बनाया. पीड़िता नोएडा की एक कंपनी में नौकरी करती है. इस मामले में युवती ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

शाहगंज थाने के वेस्ट अर्जुन नगर निवासी नेहा ने साइबर थाना पुलिस को बताया कि वह नोएडा में पतंजलि कंपनी में कार्यरत हैं. आठ फरवरी की दोपहर को उनके मोबाइल पर एक कॉल आई. कॉल रिसीव की तो कॉल करने वाले ने अपना नाम राहुल बताया. कहा कि वह एक कोरियर कंपनी का कर्मचारी है. मेरे नाम से एक कोरियर बैंकाक में नेम जियांग को भेजा जा रहा था. मेरे भेजे गए पार्सल में 500 ग्राम एमसीएमडी ड्रग, पांच हजार यूएस डालर, पांच पासपोर्ट, तीन डेबिट कार्ड, एक लैपटाप निकला है. ये एमसीडी ड्रग प्रतिबंधित है. इसमें 10 वर्ष तक की सजा हो सकती है. इस पर मैंने कहा कि मैंने कोई पार्सल नहीं भेजा है तो आरोपी ने आधार कार्ड के गलत प्रयोग की बात कहकर धमकाया. उनका आधार कार्ड का प्रयोग उत्तराखंड और गोवा में किया गया है.

कोरियर कंपनी के कर्मचारी ने किया कॉल : पीड़िता नेहा ने बताया कि इसके बाद कोरियर कंपनी के कर्मचारी राहुल ने वीडियो कॉल पर मेरी बात दिल्ली साइबर क्राइम सेल से कराने की कही. इसके बाद वीडियो कॉल हाई. जिसमें पुलिस की वर्दी में एक अधिकारी ने खुद को दिल्ली साइबर क्राइम सेल का पुलिस अधिकारी आनंद राव बताया. उसने अधिकारी बनकर बात करने वाले ने उनके मोबाइल पर सीबीआई का पत्र भेजा. इसमें उनका नाम और आधार नंबर था.

नेहा से कहा कि उन्हें 90 दिन की कस्टडी रिमांड पर लेंगे, फिर बोला कि आप निर्दोष लग रही हो, इसलिए मौका देना चाहता हूं. दो दिन तक सेल्फ अरेस्ट किया जा रहा है. इसके साथ ही स्काइप एप से भी जुड़े रहने के लिए कहा. इसके बाद पुलिस अधिकारी ने 12.50 लाख रुपये मांगे. कहा कि यह रकम वापस हो जाएगी.

नोएडा से आगरा आई और 12.50 लाख रुपये भेजे : पीड़िता नेहा ने बताया कि रकम ट्रांसफर करने के लिए मैं नोएडा से ट्रेन से घर आई. इस दौरान भी आरोपियों ने डिजिटल अरेस्ट करके रखा. 11 फरवरी को 12.50 लाख रुपये आरोपियों के खाते में भेजे. इसके बाद मैं नोएडा लौट गई. 12 फरवरी को 91 हजार रुपये फिर मांगे. यह रकम मैंने गूगल पे से दी. आरोपियों ने दोबारा कॉल करके कहा कि आपका मामला खत्म हो गया है. अगले दिन रकम वापस कर दी जाएगी. रकम नहीं लौटाई तो पिता के साथ साइबर थाने में शिकायत की.

साइबर थाना के इंस्पेक्टर समय सिंह ने बताया कि युवती के पिता की तहरीर पर गुरुवार को मुकदमा दर्ज कर लिया है. इस मामले में छानबीन की जा रही है.

यह भी पढें: आगरा में एसटीएफ ने दो शातिरों को किया गिरफ्तार, एक्सीडेंटल गाड़ियों के चेसिस नंबर बदलकर महंगे दाम पर बेचते थे.

यह भी पढें: आगरा में छात्रा को जन्मदिन की पार्टी में ले जाकर दुष्कर्म, ब्लैकमेल करके 1.50 लाख रुपये वसूले


ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.