रायबरेली : रायबरेली दौरे के दूसरे दिन प्रियंका गांधी के सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है. वह आज सुबह 7:30 बजे भुयेमऊ गेस्ट हाउस से सीधा लखनऊ एयरपोर्ट के लिए रवाना हुईं. सुबह लगभग 9 बजे वह दिल्ली के लिए रवाना हो गई. प्रियंका गांधी को आज अमेठी भी जाना था लेकिन वह कल देर शाम ही अमेठी निकल गई थीं. प्रियंका सोमवार को रायबरेली में भुएमऊ गेस्ट हाउस में जनता दरबार लगाने वाली थी साथ ही वह कई गांवों का भ्रमण करने वाली थी.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka gandhi) ने रविवार को अपनी मां के संसदीय क्षेत्र रायबरेली (Raebareli) के दो दिवसीय दौरे की शुरुआत की. रविवार को लखनऊ-रायबरेली सीमा पर उन्होंने चुरुवा में हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की. दौरे के पहले दिन उन्होंने कई बैठकों में हिस्सा लिया, प्रियंका गांधी ने शहर के बछरावन, हरचंदपुर, जगदीशपुर गांव और सिविल लाइंस इलाके का दौरा किया, जहां पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया.
रायबरेली से कांग्रेस की प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है. पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा ने कांग्रेस को उसके घर में ही घुसकर हार का दर्द दिया था. अब खोई हुई प्रतिष्ठा वापस लाना प्रियंका के लिए नाक का प्रश्न है. ऐसे में वे रायबरेली में ज्यादा एक्टिव रहकर फिर से कांग्रेस को खड़ा करना चाहती हैं. हालांकि प्रियंका की सफलता की राह में कभी उनके अपने रहे नेता ही रोड़े लगा रहे हैं.
रायबरेली की बात करें तो यहां पर कुल छह विधानसभा सीटें हैं. रायबरेली सदर, हरचंदपुर, सलोन, सरेनी, बछरावां और ऊंचाहार. इनमें से साल 2017 में भारतीय जनता पार्टी ने तीन सीटें जीती थीं, दो सीटें कांग्रेस के पाले में आई थीं और एक सीट समाजवादी पार्टी ने जीत ली थी. असल खेल इसके बाद शुरू हुआ. कांग्रेस ने जो दो सीटें जीती थीं वही विधायक बागी हो गए और कांग्रेस के खिलाफ बगावत के स्वर मुखर करने लगे. दोनों भारतीय जनता पार्टी के पक्षधर होकर कांग्रेस की नीतियों पर सवाल खड़े करने लगे. ऐसे में इन दोनों बागी विधायकों के चलते रायबरेली में कांग्रेस की जमीन पूरी तरह से दरक गई है. यहां पर अब कांग्रेस की एक भी सीट बची नहीं है.