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महाकुंभ को लेकर उत्तर रेलवे ने चलाईं 1020 स्पेशल ट्रेनें, वाराणसी रेलवे को कमाए 1.02 करोड़ - MAHA KUMBH MELA 2025

डीआरएम एसएम शर्मा ने वाराणसी जंक्शन पर मीडिया से बातचीत में गिनाईं उपलब्धियां. अगले कुंभ में 100 करोड़ यात्रियों के लिए व्यवस्था का किया दावा.

मीडिया से मुखातिब डीआरएम एसएम शर्मा.
मीडिया से मुखातिब डीआरएम एसएम शर्मा. (Photo Credit : ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 26, 2025, 9:44 PM IST

वाराणसी : महाकुंभ को लेकर रेलवे प्रशासन ने 30-40 करोड़ के श्रद्धालुओं के आगमन को लेकर तैयारी की गई थी. रेलवे प्रशासन ने अब आगामी कुंभ को लेकर 70 से 80 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की व्यवस्था की तैयारी कर रहा है. इस महाकुंभ में रेलवे ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है और सभी कार्य सफलतापूर्वक हो गए हैं. उत्तर रेलवे द्वारा महाकुंभ को लेकर 1020 स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं, जबकि वाराणसी कैंट स्टेशन से 188 ट्रेन चलाई गई हैं. इस दौरान वाराणसी कैंट रेलवे ने 1.02 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जनरेट किया है. यह बात उत्तर रेलवे लखनऊ के डीआरएम एसएम शर्मा ने वाराणसी जंक्शन पर कही.

महाशिवरात्रि पर कैंट रेलवे स्टेशन का निरीक्षण उत्तर रेलवे लखनऊ के डीआरएम एसएम शर्मा ने किया. इस दौरान कैंट रेलवे स्टेशन के डायरेक्टर ऑफिस में मीडिया से बात करते हुए बताया कि कुंभ मेले को लेकर रेलवे विभाग द्वारा पर्याप्त तैयारी की गई थी. मौनी अमावस्या में हम लोगों ने 22 स्पेशल गाड़ियां चलाने के लिए निर्धारित किया था, लेकिन हम लोगों ने 35 गाड़ियां चलाई हैं. आवश्यकता पड़ने पर हम और गाड़ी चलाने की तैयारी में थे. उन्होंने कहा कि हम लोगों ने जो इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया था वह लास्ट कुंभ को देखते हुए बनाया था. हम लोगों को करीब 30 से 40 करोड लोगों के आने के अनुमान के आंकड़े दिए गए थे उस हिसाब से हम लोगों ने तैयारी की थी जिसे हम लोगों को फायदा मिला है. डीआरएम ने आगे कहा कि अब अगर अगला कुंभ होता है जिसमें 60 से 80 करोड़ के अनुसार कार्य करना होगा.

मीडिया को जानकारी देते डीआरएम एसएम शर्मा. (Video Credit : ETV Bharat)



डीआरएम एसएम शर्मा ने आगे कहा कि हम लोगों ने रेलवे स्टेशन के बाहर जो यात्री आश्रित गृह बनाए गए थे उसका हम लोगों को बहुत लाभ मिला है. जंघई से लेकर फाफामऊ तक जो डबलिंग कार्य रिकार्ड समय पर हुआ है, उसका हमें बहुत फायदा मिला है. इस बार महाकुंभ में ट्राइएंगल बन गया था जो प्रयागराज महाकुंभ स्नान करने के लिए आते थे, वह अयोध्या एवं काशी भी जाते थे. तीनों हमारे ही डिवीजन में पड़ते हैं.


डीआरएम एसएम शर्मा ने कहा कि इसमें जो बनारस का ट्रैफिक था. उसको नॉर्थ ईस्ट को जिम्मेदारियां दी गईं. उन्होंने बहुत अच्छे से झूंसी से हैंडल किया. हम लोगों ने पूरा सहयोग देते हुए अयोध्या, लखनऊ, जौनपुर एवं वाराणसी का ट्रैफिक हैंडल किया. आंकड़ों की बात की जाए तो टोटल हम लोगों ने 1020 स्पेशल ट्रेन लखनऊ मंडल से चलाईं. जिसमें से 620 ट्रेन प्रयागराज से हैं. अयोध्या एवं काशी से चलाई गईं. बनारस की बात की जाए तो 186 ट्रेन चलीं. महाकुंभ के दौरान वाराणसी कैंट स्टेशन को 1.02 करोड़ रुपये का फायदा हुआ है. डीआरएम एसएम शर्मा ने बताया कि महाकुंभ को लेकर 30 से 40 करोड़ लोगों के व्यवस्था की गई. हम लोग तैयार थे कि भीड़ बढ़ जाती तो हम लोग तैयार थे कि कितनी अधिक से अधिक गाड़ियां लगा सकते और व्यवस्था कर सकते हैं. सब विभागों ने तैयारी कर ली है. हम एक समीक्षा बैठक करेंगे. अब हमें 100 करोड़ की तैयारी करनी है.



यह भी पढ़ें : महाकुंभ 44वां दिन; 1.11 करोड़ लगा चुके डुबकी, गुरुवार की सुबह तक वाहनों की नो एंट्री, महाशिवरात्रि के लिए नया ट्रैफिक प्लान लागू - MAHA KUMBH MELA 2025

यह भी पढ़ें : महाकुंभ का आखिरी स्नान; दुनिया के सबसे बड़े मेले को वायुसेना ने दी सलामी, अब तक 1.44 करोड़ लोग कर चुके स्नान - MAHA KUMBH MELA 2025

वाराणसी : महाकुंभ को लेकर रेलवे प्रशासन ने 30-40 करोड़ के श्रद्धालुओं के आगमन को लेकर तैयारी की गई थी. रेलवे प्रशासन ने अब आगामी कुंभ को लेकर 70 से 80 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की व्यवस्था की तैयारी कर रहा है. इस महाकुंभ में रेलवे ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है और सभी कार्य सफलतापूर्वक हो गए हैं. उत्तर रेलवे द्वारा महाकुंभ को लेकर 1020 स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं, जबकि वाराणसी कैंट स्टेशन से 188 ट्रेन चलाई गई हैं. इस दौरान वाराणसी कैंट रेलवे ने 1.02 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जनरेट किया है. यह बात उत्तर रेलवे लखनऊ के डीआरएम एसएम शर्मा ने वाराणसी जंक्शन पर कही.

महाशिवरात्रि पर कैंट रेलवे स्टेशन का निरीक्षण उत्तर रेलवे लखनऊ के डीआरएम एसएम शर्मा ने किया. इस दौरान कैंट रेलवे स्टेशन के डायरेक्टर ऑफिस में मीडिया से बात करते हुए बताया कि कुंभ मेले को लेकर रेलवे विभाग द्वारा पर्याप्त तैयारी की गई थी. मौनी अमावस्या में हम लोगों ने 22 स्पेशल गाड़ियां चलाने के लिए निर्धारित किया था, लेकिन हम लोगों ने 35 गाड़ियां चलाई हैं. आवश्यकता पड़ने पर हम और गाड़ी चलाने की तैयारी में थे. उन्होंने कहा कि हम लोगों ने जो इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया था वह लास्ट कुंभ को देखते हुए बनाया था. हम लोगों को करीब 30 से 40 करोड लोगों के आने के अनुमान के आंकड़े दिए गए थे उस हिसाब से हम लोगों ने तैयारी की थी जिसे हम लोगों को फायदा मिला है. डीआरएम ने आगे कहा कि अब अगर अगला कुंभ होता है जिसमें 60 से 80 करोड़ के अनुसार कार्य करना होगा.

मीडिया को जानकारी देते डीआरएम एसएम शर्मा. (Video Credit : ETV Bharat)



डीआरएम एसएम शर्मा ने आगे कहा कि हम लोगों ने रेलवे स्टेशन के बाहर जो यात्री आश्रित गृह बनाए गए थे उसका हम लोगों को बहुत लाभ मिला है. जंघई से लेकर फाफामऊ तक जो डबलिंग कार्य रिकार्ड समय पर हुआ है, उसका हमें बहुत फायदा मिला है. इस बार महाकुंभ में ट्राइएंगल बन गया था जो प्रयागराज महाकुंभ स्नान करने के लिए आते थे, वह अयोध्या एवं काशी भी जाते थे. तीनों हमारे ही डिवीजन में पड़ते हैं.


डीआरएम एसएम शर्मा ने कहा कि इसमें जो बनारस का ट्रैफिक था. उसको नॉर्थ ईस्ट को जिम्मेदारियां दी गईं. उन्होंने बहुत अच्छे से झूंसी से हैंडल किया. हम लोगों ने पूरा सहयोग देते हुए अयोध्या, लखनऊ, जौनपुर एवं वाराणसी का ट्रैफिक हैंडल किया. आंकड़ों की बात की जाए तो टोटल हम लोगों ने 1020 स्पेशल ट्रेन लखनऊ मंडल से चलाईं. जिसमें से 620 ट्रेन प्रयागराज से हैं. अयोध्या एवं काशी से चलाई गईं. बनारस की बात की जाए तो 186 ट्रेन चलीं. महाकुंभ के दौरान वाराणसी कैंट स्टेशन को 1.02 करोड़ रुपये का फायदा हुआ है. डीआरएम एसएम शर्मा ने बताया कि महाकुंभ को लेकर 30 से 40 करोड़ लोगों के व्यवस्था की गई. हम लोग तैयार थे कि भीड़ बढ़ जाती तो हम लोग तैयार थे कि कितनी अधिक से अधिक गाड़ियां लगा सकते और व्यवस्था कर सकते हैं. सब विभागों ने तैयारी कर ली है. हम एक समीक्षा बैठक करेंगे. अब हमें 100 करोड़ की तैयारी करनी है.



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