रायबरेली: बदलते राजनीतिक समीकरणों में किसान आंदोलन पंचायत चुनाव के दौरान बेहद प्रासंगिक मुद्दा बनकर उभरा है. किसान आंदोलन को लेकर समाजवादी पार्टी सरकार के प्रति बेहद आक्रामक रुख अपनाए हुए है. आगामी पंचायत चुनाव में भी इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाए जाने पर सपाई आमादा हैं. कुछ यही कारण है कि जनपद के सपाई पार्टी की जमीनी पकड़ को मजबूती करने के मकसद से चुनावी रणनीति बनाने में जुटे हैं. शनिवार को जनपद के सुपर मार्केट पार्टी कार्यालय में बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता एकत्रित हुए थे. इन लोगों ने आगे की योजनाओं पर चर्चा की. इस दौरान सपा से जुड़े कई पूर्व विधायक और जनप्रतिनिधि भी बैठक में शामिल हुए.
सपा कार्यालय में उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन
पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी का जलवा बीते कई दशकों से रायबरेली में कायम रहा है. हाल ही में हाईकोर्ट द्वारा पंचायत चुनावों को लेकर दिए गए निर्देशों के बाद से सभी सियासी पार्टियां अपनी रणनीति बनाती दिख रही हैं. इसी बीच समाजवादी पार्टी ने धरातल पर अपनी पकड़ कायम रखने के मकसद से रायबरेली जिला कार्यालय में उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया. इस दौरान चुनाव को लेकर बेहद अहम मुद्दों पर सपाई मंथन करते दिखे.
पूरे दमखम से चुनाव में उतरेगी सपा
सपा जिला अध्यक्ष वीरेंद्र यादव ने बताया कि पार्टी हाईकमान के निर्देशन पर उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया है. बैठक में जिले भर के तमाम वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता बुलाए गए हैं. किसान आंदोलन के मुद्दे पर भी पार्टी का रुख स्पष्ट है. पंचायत चुनाव में भी पार्टी पूरे दमखम से मैदान में उतरेगी. जनता अब भाजपा से परेशान हो चुकी है. सभी को अखिलेश कार्यकाल के दिन याद आ रहे हैं. पंचायत चुनावों के अलावा विधानसभा चुनावों में भी पार्टी फतेह हासिल करेगी.