रायबरेली : उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष पद से जुड़ी आरक्षण सूची जारी होते ही रायबरेली में नई खींचतान शुरु हो गई. रायबरेली के जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर इस बार अनुसूचित जाति के ही दावेदार मैदान में रहेंगे. बीते एक दशक में इस पद पर लगातार जिले की सियासत में जबरदस्त रसूख रखने वाले पंचवटी परिवार का कब्जा रहा है. एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह इस परिवार के राजनीतिक मुखिया रहे हैं.
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के पहले कार्यकाल में उनकी अनुजवधु सुमन सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं. वहीं जिला पंचायत के निवर्तमान अध्यक्ष अवधेश सिंह भी एमएलसी के छोटे भाई हैं. यही कारण है कि इस बार भी अटकलें लगाई जा रही थी पंचवटी परिवार एक बार फिर इस पद पर काबिज होगा.
बदले समीकरणों से सीट पर मुकाबला
रायबरेली में जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट पर हमेशा से घमासान होता रहा है. लेकिन सीट के आरक्षित कोटे में जाते ही तमाम सियासी मठाधीशों की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा. बावजूद इसके जानकार अभी भी कोई जुगत निकालकर अपनी हनक बरकरार रखना चाहते है।
एक दशक से सीट रही है पंचवटी परिवार के नाम
बीते एक दशक में जिला पंचायत में एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह और पंचवटी परिवार का एकछत्र राज रहा है. हालांकि शुरुआत में यह परिवार कांग्रेस में रहा पर 2017 चुनाव के बाद से परिवार ने बीजेपी का दामन थाम लिया था. तब से लेकर इसमें भाजपा का जबरदस्त हस्तेक्षप देखने को मिला. हालांकि एमएलसी दिनेश सिंह पंचायत की गहरी पैठ और कार्यशैली से बखूबी वाकिफ हैं इसीलिए अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी नज़र आती है.
कांग्रेस का रहा है पंचायत अध्यक्ष पद पर दबदबा
रायबरेली के जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस का हमेशा से दबदबा रहा है. बीते दो चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार ने ही जीत दर्ज की थी. हालांकि इस बार भारतीय जनता पार्टी और सपाई भी जोरदार तरीके से पंचायत चुनाव की तारीख तैयारियों में जुटे दिखाई दे रहे हैं और यही कारण है कि इस बार का चुनाव बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है.