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रायबरेली: एनटीपीसी ऊंचाहार जल्द ही बनेगा 'जीरो लिक्विड डिस्चार्ज प्लांट'

उत्तर प्रदेश में रायबरेली का ऊंचाहार एनटीपीसी 'जीरो लिक्विड डिस्चार्ज' की श्रेणी में शामिल होने जा रहा है. इसके साथ ही एनटीपीसी नमामि गंगे परियोजना में भी अपनी सहभागिता करेगा.

नमामि गंगे परियोजना को एनटीपीसी की सहभागिता.
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Published : Sep 26, 2019, 12:22 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST

रायबरेली :अंतर्राष्ट्रीय मानकों को पूरा कर एनटीपीसी ऊंचाहार जल्द ही देश के चुनिंदा संस्थानों में शुमार होगा. क्योंकि यह भी 'जीरो लिक्विड डिस्चार्ज' की श्रेणी में शामिल होने जा रहा है. जिले के ऊंचाहार में स्थापित एनटीपीसी ने प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में बड़ी तेजी से कदम बढ़ाएं हैं जिसका असर भी देखने को मिल रहा है. फिलहाल यूनिट के शीर्ष प्रबंधन का दावा है कि अगले तीन-चार महीनों में जल संरक्षण के क्षेत्र में एनटीपीसी ऊंचाहार एक मिसाल बनकर उभरेगा.

नमामि गंगे परियोजना को एनटीपीसी की सहभागिता.

गोकना घाट पर बनेगा विद्युत शवदाह केंद्र

  • गंगा की निर्मलता और अविरलता को बरकरार रखने के लिए नमामि गंगे परियोजना को एनटीपीसी की सहभागिता मिल रही है.
  • नमामि गंगे परियोजना को एनटीपीसी द्वारा तकनीकी के उपयोग से साकार रूप दिया जाएगा.
  • एनटीपीसी प्लांट ने गंगा तट के नजदीक गोकना घाट पर इलेक्ट्रिकल शवदाह केंद्र बनाने का निर्णय लिया है.
  • उच्च तकनीक युक्त इस विद्युत शवदाह केंद्र के शुरु होने से गोकना घाट पर होने वाले प्रदूषण से काफी हद तक निजात मिलेगी.


एनटीपीसी ऊंचाहार 'जीरो लिक्विड डिस्चार्ज' प्लांट के रुप मे पहचान बनाने में कामयाब होगा. मार्च 2020 तक हर हालत में एनटीपीसी ऊंचाहार जीरो लिक्विड डिस्चार्ज प्लांट के रूप में स्थापित कर लिया जाएगा. इस प्रयास से इस यूनिट को जल संरक्षण के दिशा में कामयाबी मिलेगी. साथ ही वैश्विक स्तर पर तकनीक के उच्च प्रयागों से अपनी विशेष पहचान बनाने में सफलता हासिल होगी.
-अश्विनी कुमार त्रिपाठी, सीजीएम, एनटीपीसी ऊंचाहार

रायबरेली :अंतर्राष्ट्रीय मानकों को पूरा कर एनटीपीसी ऊंचाहार जल्द ही देश के चुनिंदा संस्थानों में शुमार होगा. क्योंकि यह भी 'जीरो लिक्विड डिस्चार्ज' की श्रेणी में शामिल होने जा रहा है. जिले के ऊंचाहार में स्थापित एनटीपीसी ने प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में बड़ी तेजी से कदम बढ़ाएं हैं जिसका असर भी देखने को मिल रहा है. फिलहाल यूनिट के शीर्ष प्रबंधन का दावा है कि अगले तीन-चार महीनों में जल संरक्षण के क्षेत्र में एनटीपीसी ऊंचाहार एक मिसाल बनकर उभरेगा.

नमामि गंगे परियोजना को एनटीपीसी की सहभागिता.

गोकना घाट पर बनेगा विद्युत शवदाह केंद्र

  • गंगा की निर्मलता और अविरलता को बरकरार रखने के लिए नमामि गंगे परियोजना को एनटीपीसी की सहभागिता मिल रही है.
  • नमामि गंगे परियोजना को एनटीपीसी द्वारा तकनीकी के उपयोग से साकार रूप दिया जाएगा.
  • एनटीपीसी प्लांट ने गंगा तट के नजदीक गोकना घाट पर इलेक्ट्रिकल शवदाह केंद्र बनाने का निर्णय लिया है.
  • उच्च तकनीक युक्त इस विद्युत शवदाह केंद्र के शुरु होने से गोकना घाट पर होने वाले प्रदूषण से काफी हद तक निजात मिलेगी.


एनटीपीसी ऊंचाहार 'जीरो लिक्विड डिस्चार्ज' प्लांट के रुप मे पहचान बनाने में कामयाब होगा. मार्च 2020 तक हर हालत में एनटीपीसी ऊंचाहार जीरो लिक्विड डिस्चार्ज प्लांट के रूप में स्थापित कर लिया जाएगा. इस प्रयास से इस यूनिट को जल संरक्षण के दिशा में कामयाबी मिलेगी. साथ ही वैश्विक स्तर पर तकनीक के उच्च प्रयागों से अपनी विशेष पहचान बनाने में सफलता हासिल होगी.
-अश्विनी कुमार त्रिपाठी, सीजीएम, एनटीपीसी ऊंचाहार

Intro:रायबरेली:अंतरराष्ट्रीय मापदंडो पर खरा साबित होगा एनटीपीसी ऊंचाहार,जल्द बनेगा करेगा 'जीरो लिक्विड डिस्चार्ज प्लांट'

नमामि गंगे को भी मिलेगा एनटीपीसी का साथ,ऊंचाहार के गोकना घाट पर बनेगा जनपद का पहला 'इलेक्ट्रिकल क्रेमटोरियम'

25 सिंतबर 2019 - रायबरेली

अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा कर एनटीपीसी ऊंचाहार जल्द ही देश के उन चुनिंदा संस्थानों में शुमार होगा जो 'जीरो लिक्विड डिस्चार्ज' की श्रेणी में है।जिले के ऊंचाहार में स्थापित एनटीपीसी ने प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में बड़ी तेजी से कदम बढ़ाएं है जिसका असर भी देखने को मिल रहा है।फिलहाल यूनिट के शीर्षप्रबंधन का दावा है कि अगले 3-4 महीनों में जल संरक्षण के क्षेत्र में इस भागीरथ प्रयास की बदौलत देश के तमाम पावर प्लांट के बीच एनटीपीसी ऊंचाहार एक मिसाल बनकर उभरेगा।

इसके अलावा मोक्षदायिनी गंगा की निर्मलता व अविरलता बरकरार रखने के मकसद से केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई नमामि गंगे परियोजना को ज़िले में एनटीपीसी की सहभागिता मिल रही है।पीएम की इस फ्लैगशिप योजना को एनटीपीसी के ऊंचाहार प्लांट द्वारा तकनीकी के कारगार उपयोग से साकार रुप दिया जाएगा।एनटीपीसी प्लांट ने गंगा तट के नजदीक गोकना घाट पर इलेक्ट्रिकल क्रेमटोरियम बनाने का निर्णय लिया है।यूनिट के प्रबंधतंत्र का दावा है कि जनपद के पहले उच्च तकनीक युक्त इस विद्युत शवदाह केंद्र के शुरु होने से गोकना घाट पर होने वाले प्रदूषण से निजात दिलाने में काफी हद तक मदत मिलेगी।







Body:एनटीपीसी ऊंचाहार के चीफ जनरल मैनेजर अश्वनी कुमार त्रिपाठी ईटीवी से विशेष बातचीत में इस बात का खुलासा करते हुए बताया कि जल्द ही एनटीपीसी ऊंचाहार 'जीरो लिक्विड डिस्चार्ज' प्लांट के रुप मे पहचान बनाने में कामयाब होगा।इस दिशा में चल रहे प्रयासों का जिक्र करते हुए मुख्य महाप्रबंधक कहते है कि मार्च 2020 तक हर हालत में एनटीपीसी ऊंचाहार जीरो लिक्विड डिस्चार्ज प्लांट के रुप मे स्थापित कर लिया जाएगा।इस प्रयास से इस यूनिट को जल संरक्षण के दिशा में न केवल अपार क़ामयाबी मिलेगी।साथ ही एनटीपीसी ऊंचाहार को वैश्विक स्तर पर तकनीक के उच्च प्रयागों से अपनी विशेष पहचान बनाने में सफलता हासिल होगा।


गोकना घाट पर जल्द ही बनकर तैयार होगा जनपद का पहला उच्च तकनीकी युक्त 'इलेक्ट्रिकल क्रेमटोरियम' -

प्लांट के शीर्ष प्रबंधतंत्र का दावा है कि ऊंचाहार कस्बे के नज़दीक में ही गंगा तट के प्राचीन घाट 'गोकना' में 'इलेक्ट्रिकल क्रेमटोरियम' की जल्द ही शुरुआत करने जा रहे है।रोजाना भारी संख्या में शवों का अंतिम संस्कार गोकना घाट पर किए जाने से गंगा के प्रदूषण स्तर में काफी बढ़ोत्तरी की बात कहते हुए सीजीएम दावा करते है कि इससे आस पास के ग्रामीणों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ता था,और एनटीपीसी की इस पहल से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है।






Conclusion:बाइट : अश्विनी कुमार त्रिपाठी - सीजीएम - एनटीपीसी ऊंचाहार, रायबरेली

प्रणव कुमार - 7000024034
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:19 PM IST
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