रायबरेली : बसन्त पंचमी के दिन गंगा नदी में नहाते समय डूबे छात्र का शव शुक्रवार देर शाम घटना स्थल से तीन किलोमीटर दूर उतराता देखे जाने के बाद हड़कंप मच गया. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर, मामले की सूचना परिजनों को दी. सूचना पर पहुंचे परिजनों ने शव की शिनाख्त आशीष के तौर पर की. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
दरअसल जिले की सरेनी कोतवाली क्षेत्र के गंगा घाट पर मंगलवार सुबह चार छात्र गंगा नहाने पहुंचे थे. जहां अचानक इंटर में पढ़ने वाला छात्र आशीष डूबने लगा. वहीं जब उसका साथी अंकित बचाने के लिए आगे बढ़ा तो वह भी डूबने लगा. हालांकि घाट पर मौजूद अन्य लोगों ने दौड़कर किसी तरह अंकित को तो बचा लिया लेकिन आशीष डूब गया. सभी चारों छात्र सुमित, अवित, अंकित और आशीष सरेनी कोतवाली क्षेत्र के सराय बैरिया खेड़ा गांव के रहने वाले थे.
वहीं जब परिजनों को सूचना लगी कि आशीष गंगा नहाते समय गंगा नदी में डूब गया तो गांव में हड़कंप मच गया था. देखते ही देखते परिजनों के साथ सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण गेगासों गंगा घाट पहुंच गए. वहीं घाट पर सुरक्षा व्यवस्था और नदी में बैरिकेटिंग न होने पर लोग आक्रोशित हो गए. हालांकि पुलिस और स्थानीय गोताखोर करीब आधा दर्जन नाव को गंगा नदी में उतार कर छात्र आशीष की तलाश करने लगे. बाद में परिजनों की मांग पर एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई थी.
वहीं तीन दिनों से गेगासों पुलिस और 11 सदस्यीय टीम गंगा नदी में शव तलाश रही थी. शुक्रवार को घटना स्थल से करीब तीन किलोमीटर दूर कटरा जनेवा में छात्र आशीष का शव गंगा नदी में उतराता मिला. सूचना पर सरेनी कोतवाल अनिल सिंह अपनी टीम और एसडीआरएफ की 11 सदस्य की टीम कटरा जनेवा गंगा घाट पहुंची. सूचना पाकर मौके पर परिजन पहुंचे और शव की पहचान की, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.