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रायबरेली: देश में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौनी बाबा कर रहे मां पीताम्बरा का अनुष्ठान

CAA को लेकर देश भर में चल रहे हिंसक आंदोलनों से अशांति की स्थिति बनी हुई है. देश की शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए रायबरेली के स्वामी मौनी बाबा ने 27 दिवसीय मां पीताम्बरा का विशेष अनुष्ठान आयोजित किया है.

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Published : Dec 24, 2019, 8:26 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST

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ईटीवी भारत से बातचीत करते मौनी बाबा.

रायबरेली: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के बीच अमेठी के प्रख्यात संत स्वामी मौनी बाबा ने शांति व्यवस्था की कामना के लिए विशेष 27 दिवसीय एक अनुष्ठान आयोजित किया है. इस संकटनाशक पूजन का मकसद CAA के जरिए देश के सुरक्षा तंत्र को अभेद बनाकर देश पर हो रहे हमलों पर रोक लगाना है.

ईटीवी भारत से बातचीत करते मौनी बाबा.

देश की शांति के लिए मौनी बाबा कर रहे पूजन
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में अपनी विशिष्ठ पहचान रखने वाले मौनी बाबा कहते हैं कि देश मे CAA और NRC को लेकर फैले धार्मिक उन्माद के कारण आपातकाल जैसा माहौल है. इस माहौल से भारत को छुटकारा दिलाने के मकसद से वह मां पीतांबरा का आह्वान कर रहे हैं.

मां के आशीष से देश को मिली राहत
मौनी बाबा कहते हैं कि 1962 के चीन युद्ध के दौरान संत करपात्री जी महाराज ने मां पीतांबरा की आराधना की थी और मां के अनुष्ठान का नतीजा रहा कि देश युद्ध के गंभीर दौर से निकलने में कामयाब रहा. तभी से संतों के मन में यह भावना घर कर गई कि मां की शरण मे जाने से बड़े-बड़े संकट से देश को तत्काल राहत मिलती है.

इसे भी पढ़ें:- रायबरेली: तंबाकू नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग सजग, ग्रामीण क्षेत्रों में होगा कार्यशाला का आयोजन

देश में संकट के समय मां की आती है याद
बाबा कहते हैं कि देश के जड़ चेतन समेत समस्त वासियों की रक्षा और जब भी देश पर संकट आता है तो अनायास ही भगवती मां पीतांबरा की याद आ जाती हैं. देश के धर्माचार्यों और संत महात्मा के मन में मां के प्रति इस अगाध भक्तिभाव का ही नतीजा है कि हर विषम परिस्थितियों से देश को बाहर निकलने में सफलता हासिल की गई है.

सीएए लागू करना सरकार का सही है फैसला
मौनी बाबा का कहना है कि आतंकवादियों से निपटने के लिए सीएए की बेहद जरूरत है. देश में घर कर रहे आतंकियों को देश के नागरिकों से भिन्न रखने के लिए यह कानून बनाया गया है. लोगों का प्रदर्शन करना यह जता रहा है कि देश संकट से जूझ रहा है.

इसे भी पढ़ें:- सीएम योगी के फरमान का असर, गौशालाओं में ठंड को 'काऊ कोट' से मात देने की तैयारी

देश की शांति के लिए हो रहा हवन
देशवासियों को सद्बुद्धि देकर सबकी मंगलकामनाओं की पूर्ति के लिए 27 दिवसीय अनुष्ठान किया जा रहा है. विशेष पूजन के अलावा तीन बार सर्व बाधा निवारण हवन की आहुति भी मंत्रोच्चारण के साथ की जाती है. साथ ही रात्रि काल में मां के विशेष अर्चना पाठ का कार्यक्रम भी निर्धारित है.

पीएम से लेकर संसद को मिलेगी असीम ऊर्जा
इस अनुष्ठान की पूर्णाहुति से पीएम मोदी और देश की संसद को आवश्यक असीम ऊर्जा का संचार होगा, जिसका संचयन कर देश की सुरक्षा तंत्र को अभेद बनाने के मकसद से पारित हुए इस कानून को लागू करने में कोई अड़चन नहीं आएगा.

इसे भी पढ़ें:- रायबरेली एम्स को सरकार की सौगात, 53 एकड़ भूमि अधिग्रहण को दी मंजूरी

रायबरेली: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के बीच अमेठी के प्रख्यात संत स्वामी मौनी बाबा ने शांति व्यवस्था की कामना के लिए विशेष 27 दिवसीय एक अनुष्ठान आयोजित किया है. इस संकटनाशक पूजन का मकसद CAA के जरिए देश के सुरक्षा तंत्र को अभेद बनाकर देश पर हो रहे हमलों पर रोक लगाना है.

ईटीवी भारत से बातचीत करते मौनी बाबा.

देश की शांति के लिए मौनी बाबा कर रहे पूजन
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में अपनी विशिष्ठ पहचान रखने वाले मौनी बाबा कहते हैं कि देश मे CAA और NRC को लेकर फैले धार्मिक उन्माद के कारण आपातकाल जैसा माहौल है. इस माहौल से भारत को छुटकारा दिलाने के मकसद से वह मां पीतांबरा का आह्वान कर रहे हैं.

मां के आशीष से देश को मिली राहत
मौनी बाबा कहते हैं कि 1962 के चीन युद्ध के दौरान संत करपात्री जी महाराज ने मां पीतांबरा की आराधना की थी और मां के अनुष्ठान का नतीजा रहा कि देश युद्ध के गंभीर दौर से निकलने में कामयाब रहा. तभी से संतों के मन में यह भावना घर कर गई कि मां की शरण मे जाने से बड़े-बड़े संकट से देश को तत्काल राहत मिलती है.

इसे भी पढ़ें:- रायबरेली: तंबाकू नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग सजग, ग्रामीण क्षेत्रों में होगा कार्यशाला का आयोजन

देश में संकट के समय मां की आती है याद
बाबा कहते हैं कि देश के जड़ चेतन समेत समस्त वासियों की रक्षा और जब भी देश पर संकट आता है तो अनायास ही भगवती मां पीतांबरा की याद आ जाती हैं. देश के धर्माचार्यों और संत महात्मा के मन में मां के प्रति इस अगाध भक्तिभाव का ही नतीजा है कि हर विषम परिस्थितियों से देश को बाहर निकलने में सफलता हासिल की गई है.

सीएए लागू करना सरकार का सही है फैसला
मौनी बाबा का कहना है कि आतंकवादियों से निपटने के लिए सीएए की बेहद जरूरत है. देश में घर कर रहे आतंकियों को देश के नागरिकों से भिन्न रखने के लिए यह कानून बनाया गया है. लोगों का प्रदर्शन करना यह जता रहा है कि देश संकट से जूझ रहा है.

इसे भी पढ़ें:- सीएम योगी के फरमान का असर, गौशालाओं में ठंड को 'काऊ कोट' से मात देने की तैयारी

देश की शांति के लिए हो रहा हवन
देशवासियों को सद्बुद्धि देकर सबकी मंगलकामनाओं की पूर्ति के लिए 27 दिवसीय अनुष्ठान किया जा रहा है. विशेष पूजन के अलावा तीन बार सर्व बाधा निवारण हवन की आहुति भी मंत्रोच्चारण के साथ की जाती है. साथ ही रात्रि काल में मां के विशेष अर्चना पाठ का कार्यक्रम भी निर्धारित है.

पीएम से लेकर संसद को मिलेगी असीम ऊर्जा
इस अनुष्ठान की पूर्णाहुति से पीएम मोदी और देश की संसद को आवश्यक असीम ऊर्जा का संचार होगा, जिसका संचयन कर देश की सुरक्षा तंत्र को अभेद बनाने के मकसद से पारित हुए इस कानून को लागू करने में कोई अड़चन नहीं आएगा.

इसे भी पढ़ें:- रायबरेली एम्स को सरकार की सौगात, 53 एकड़ भूमि अधिग्रहण को दी मंजूरी

Intro:अमेठी/रायबरेली स्पेशल:देश-प्रदेश में शांति के लिए मौनी बाबा कर रहे मां पीतांबरा का आवाहन

23 दिसंबर 2019 - अमेठी/रायबरेली

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के बीच अमेठी के प्रख्यात संत स्वामी मौनी बाबा ने शांति व्यवस्था की कामना के लिए विशेष 27 दिवसीय अनुष्ठान आयोजित किया है।मां पीतांबरा की कृपा प्राप्ति को लेकर मौनी बाबा द्वारा किए जा रहे इस संकटनाशक पूजन का मकसद CAA (सीएए) के जरिए देश के सुरक्षा तंत्र को अभेद बनाकर देश पर हो रहे हमलों पर रोक लगाना है।मां पीतांबरा के पूजन में तल्लीन होकर प्रखर मुद्रा में हवन को आहुति देने वाले संत मौनी बाबा से ETV भारत संवाददाता ने उनके इस विशेष आयोजन को लेकर बातचीत की।




Body:केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में अपनी विशिष्ठ पहचान रखने वाले मौनी बाबा कहते है कि देश मे सीएए और एनआरसी को लेकर फैले धार्मिक उन्माद के कारण आपत्तिकाल जैसा माहौल है।और इस माहौल से भारत को छुटकारा दिलाने के मकसद से उनके द्वारा मां पीतांबरा का आवाहन किया जा रहा है।मौनी बाबा कहते है कि इससे पूर्व जब कभी देश संकट में रहा है और तपस्वी व ऋषिमुनि मां की शरण में गए मां ने तत्काल देश को संकट से उबारने का काम किया था।

मौनी बाबा कहते है कि 1962 के चीन युद्ध के दौरान संत करपात्री जी महाराज द्वारा मां पीतांबरा की आराधना की गई थी और मां के अनुष्ठान का नतीजा रहा कि देश बड़े युद्ध के गंभीर दौर से निकलने में कामयाब रहा था।तभी से संतो के मन में यह भावना घर कर गई कि मां की शरण मे जाने से बड़े - बड़े संकट से देश को तत्काल राहत मिलती है।यही कारण रहा कि पूरे देश मे जब नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी को लेकर गतिरोध बढ़ने लगा तो अमेठी के बाबूगंज स्थित सगराधाम के पीठाधीश्वर मौनी बाबा ने इस अनुष्ठान व व्रत पूजन की ठानी।
बाबा कहते है कि देश के जड़ चेतन समेत समस्त वासियों की रक्षा के लिए,व जब कभी भी देश पर संकट आता है और देश की सुरक्षा की चिंता सताती है तब अनायास ही भगवती मां पीतांबरा की याद आ जाती है।देश के धर्माचार्यों व संत महात्मा के मन में मां के प्रति इस अगाध भक्तिभाव का ही नतीजा है कि हर विषम परिस्थितियों से देश को बाहर निकलने में सफलता हासिल की गई है।

वर्तमान समय में देश को पुनः एक बार फिर से विकराल परिस्थितियों से घिरा हुआ बताते हुए मौनी बाबा दावा करते है की आतंकवादियों से निपटने के लिए इस कानून की बेहद जरुरत है।साथ ही यह भी जोड़ते है कि शरणार्थियों के रुप मे देश मे घर कर रहे आतंकी व घुसपैठियों को आम नागरिकों से भिन्न रखने के मकसद से लाएं गए कानून,का देश के ही कुछ नागरिकों द्वारा विरोध किया जाना दर्शाता है कि देश गंभीर संकट से जूझ रहा है और मां के द्वारा ही इस संकट से उबरने का रास्ता सुझाया जा सकता है।देशवासियों को सदबुद्धि देकर सबकी मंगलकामनाएं की पूर्ति के लिए 27 दिवसीय अनुष्ठान के विषय में मौनी बाबा कहते है कि विशेष पूजन के अलावा तीन बार सर्व बाधा निवारण हवन की आहुति भी मंत्रोच्चारण के साथ की जाती है साथ ही रात्रि काल में मां के विशेष अर्चनापाठ का का कार्यक्रम भी निर्धारित है।

मौनी बाबा दावा करते है कि उनके इस अनुष्ठान की पूर्णाहुति से पीएम मोदी व देश की संसद को आवश्यक असीम ऊर्जा का संचार होगा जिसका संचयन कर देश की सुरक्षा तंत्र को अभेद बनाने के मकसद से पारित हुए इस कानून को लागू करने में कोई अड़चन आना शेष नही रहेगा।

आश्रम में 'इन्द्रध्वज' स्थापित कर सर्वधर्म समभाव का दे दही संदेश -

नागरिकता संशोधन कानून व एनआरसी को समय व काल की जरूरत बताते हुए मौनी बाबा कहते हैं सीएए की आवश्यकता किसी एक धर्म विशेष को नहीं बल्कि सभी धर्मों के लिए अति आवश्यक है क्योंकि भारत में सभी धर्म के अनुयाई सदियों से रहते आए हैं और देश सर्वधर्म समभाव का संदेश देने वाला राष्ट्र रहा है।सभी धर्मों के प्रतिबिंब स्वरूप लगाए गए विशेष इंद्र ध्वज को लेकर बाबा दावा करते हैं कि इस ध्वज में देश के हर धर्म व मजहब की छाप दिखती है। साथ ही यह ध्वज राष्ट्रीय एकता और अखंडता का प्रतीक है।मां पीतांबरा के अनुष्ठान को सफलतापूर्वक पूर्ण करने के मकसद से हवन स्थल के समीप इस ध्वजा को स्थापित किया गया है।







Conclusion:विज़ुअल : संबंधित विज़ुअल,

वन 2 वन : स्वामी मौनी बाबा,

प्रणव कुमार - 7000024034


Last Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST
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