रायबरेलीः देश मे चल रहे लॉकडाउन से दूसरे प्रदेश में कमाने गए श्रमिक मौजूदा समय में फंस गए है. सरकार भी इनको घर पहुंचाने का प्रयास कर रही है, लेकिन अब भी कुछ ऐसे लोग है जो, पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर के सफर पर निकल पड़े हैं.
गुरुवार को ऐसा ही एक नजारा रायबरेली में देखने को मिला. छोटे से मासूम बच्चे व महिला के साथ 6 लोगों का काफिला लखनऊ से छतीसगढ़ जाने के लिए पैदल ही चल दिया. ये सभी रायबरेली शहर में पहुंचकर आराम करने के लिए बैठ गए. मासूम बच्ची को गोद मे लेकर बैठी महिला, अपने पति व कुछ साथियों के साथ छत्तीसगढ़ से रोजी-रोटी का जुगाड़ करने राजधानी लखनऊ आई थी. कोरोना वायरस के कारण अचानक हुए लॉकडाउन में सभी फंस गए.
महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया. ये सोचते रहे कि इसके बाद सब ठीक हो जाएगा. इनके मालिक ने भी इनको राशन पानी देकर, रोके रखा, लेकिन जब लॉकडाउन लगातार बढ़ता गया, तो मालिक ने भी इन्हें दो टूक जवाब दे दिया. इनके खुद के बचाये पैसे भी खत्म हो गए. आखिरकार इन्होंने पैदल ही घर जाने का निर्णय लिया और सैकड़ों किलोमीटर के सफर पर निकल पड़े.
श्रमिकों का कहना है कि कुछ अधिकारियों ने आश्वासन जरूर दिया कि आपके सफर के लिए व्यवस्था की जाएगी. महिला श्रमिक सुरभि ने बताया कि पास में पैसा नहीं है. कुछ मिल गया तो खा लेते है. रास्ते में किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली. श्रमिक दिलीप ने बताया कि एक साहब ने व्यवस्था करने के लिए बोला है. उन्हीं का इंतजार कर रहे है, नहीं तो पैदल ही जाएंगे.