रायबरेलीः जिले में स्थित कमला नेहरु एजुकेशनल सोसाइटी की जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद था. यहां के निर्माण के अवैध बताते हुए बुधवार तड़के प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर निर्माण ध्वस्त कर दिए. हालांकि सुबह उजाला होने से भी पहले, अंधेरे में यह कार्रवाई होना चर्चा का विषय बना हुआ है.
सुबह 4 बजे चला बुलडोजर
जिले के सिविल लाइन्स चौराहे के नज़दीक कमला नेहरू एजुकेशनल सोसाइटी की विवादित जमीन पर जिला प्रशासन ने बुधवार तड़के बुलडोज़र चलवा दिया. बीते कुछ महीनों से लगातार यह मसला सुर्खियों में था. लगातार प्रशासनिक अमला करीब 40 वर्षों से ज्यादा समय से रह रहे कब्जेदारों से यह भूखंड खाली कराने के प्रयास में था. हालांकि जिला प्रशासन की यह दलील थी कि कार्रवाई कोर्ट के आदेश के तहत की गई है पर अंधेरे में जिस तरह से इसको अंजाम दिया गया यह पूरे मामले में लंबी तैयारी और प्रशासन के ऊपर गहरे दबाव की ओर इशारा करता है.
रात से थी तैयारी
जानकारी के अनुसार सुबह 4 बजे के आसपास अचानक से अंधेरे में प्रशासन के बुलडोजर कब्जेदारों की दुकानों पर चलने लगे. हालांकि देर रात से पूरे इलाके में प्रशासनिक गहमा-गहमी दर्शा रही थी कि प्रशासन बड़ी कार्रवाई की फिराक में है. इसी को लेकर कुछ कब्जेदार परिवार समेत मौके पर भी पहुंच गए थे पर
एडीएम प्रशासन राम अभिलाष और एडिशनल एसपी विश्वजीत श्रीवास्तव व सीओ सिटी अंजनी कुमार चतुर्वेदी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में कब्जेदारों को बेदखल किया गया. इस दौरान तीन दर्जन से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी की भी सूचना है. हालांकि इस बाबत कोई औपचारिक पुष्टि नहीं हुई है और फिलहाल प्रशासन व पुलिस की तरफ से कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है.