ETV Bharat / state

रायबरेली : एसटीपी से पहले बनेगा फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट, जल्द शुरू होगा काम

जिले में एसटीपी से पहले फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) बनाया जाएगा. करीब 426 लाख लागत की स्वीकृतव इस परियोजना पर जल्द ही काम शुरू होगा. इसके लिए शासन की तरफ से जल निगम को 68 लाख रुपये की पहली किस्त भी जारी कर दी गई है.

ईटीवी भारत से बातचीत करते जल निगम के प्रभारी व अधिशासी अभियंता जनार्दन सिंह.
author img

By

Published : May 11, 2019, 10:08 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST

रायबरेली : नगरीय विकास में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की बेहद अहम भूमिका होती है. लंबे इंतज़ार के बाद शहर के लिए स्वीकृत हो चुके अत्याधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर काम शुरु हो चुका है. विभागीय अधिकारियों का दावा है कि लगभग 12 किमी के दायरे में पाइप लाइन डालने का काम पूरा हो चुका है पर इसके सुचारू रुप से काम शुरू करने में अभी भी कम से कम डेढ़ वर्ष का और समय लगने की उम्मीद है.

ईटीवी भारत से बातचीत करते जल निगम के प्रभारी व अधिशासी अभियंता जनार्दन सिंह.

विभाग को 68 लाख की पहली किश्त जारी

  • जल निगम ने वेस्ट मैनेजमेंट की दिशा में बड़ी पहल करते हुए डेडिकेटेड फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) बनाने का मन बनाया है.
  • शासन द्वारा इसके लिए करीब 426 लाख की बजट धनराशि स्वीकृत भी हो चुकी है और लगभग 68 लाख की पहली किश्त विभाग को जारी भी कर दी गई है.

सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए निर्धारित स्थल से जुड़े परिसर में ही इस विशेष फीकल ट्रीटमेंट प्लांट को बनाया जाएगा. प्राइवेट सैप्टिक टैंक के वेस्ट प्रोड्यूस को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से निपटाने जाने की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही एफएसटीपी को भूतल के नीचे विकसित किए जाने का डिजाइन तैयार किया गया है, जिसके ऊपरी सतह पर हरियाली उगाने की व्यवस्था रहेगी.
-जनार्दन सिंह, प्रभारी व अधिशासी अभियंता, जल निगम रायबरेली


40 हजार घरों को नौ महीने के अंदर मिलने लगेगा लाभ
जनार्दन सिंह ने दावा किया कि विभाग द्वारा कार्यदायी संस्थान को चुना जा चुका है और लोकसभा चुनावों के कारण थोड़े दिनों की इसमे देरी हुई है पर जल्द ही काम शुरु हो जाएगा. अगले नौ महीने के अंदर रायबरेली के करीब 40 हजार घरों को इस सुविधा का लाभ मिलना शुरु हो जाएगा. वेस्ट मैनेजमेंट की दिशा में बेहद सहूलियत प्रदान करने वाले इस उच्च तकनीक युक्त एफएसटीपी से स्वच्छ भारत मिशन को भी बल मिलने की उम्मीद है.

रायबरेली : नगरीय विकास में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की बेहद अहम भूमिका होती है. लंबे इंतज़ार के बाद शहर के लिए स्वीकृत हो चुके अत्याधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर काम शुरु हो चुका है. विभागीय अधिकारियों का दावा है कि लगभग 12 किमी के दायरे में पाइप लाइन डालने का काम पूरा हो चुका है पर इसके सुचारू रुप से काम शुरू करने में अभी भी कम से कम डेढ़ वर्ष का और समय लगने की उम्मीद है.

ईटीवी भारत से बातचीत करते जल निगम के प्रभारी व अधिशासी अभियंता जनार्दन सिंह.

विभाग को 68 लाख की पहली किश्त जारी

  • जल निगम ने वेस्ट मैनेजमेंट की दिशा में बड़ी पहल करते हुए डेडिकेटेड फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) बनाने का मन बनाया है.
  • शासन द्वारा इसके लिए करीब 426 लाख की बजट धनराशि स्वीकृत भी हो चुकी है और लगभग 68 लाख की पहली किश्त विभाग को जारी भी कर दी गई है.

सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए निर्धारित स्थल से जुड़े परिसर में ही इस विशेष फीकल ट्रीटमेंट प्लांट को बनाया जाएगा. प्राइवेट सैप्टिक टैंक के वेस्ट प्रोड्यूस को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से निपटाने जाने की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही एफएसटीपी को भूतल के नीचे विकसित किए जाने का डिजाइन तैयार किया गया है, जिसके ऊपरी सतह पर हरियाली उगाने की व्यवस्था रहेगी.
-जनार्दन सिंह, प्रभारी व अधिशासी अभियंता, जल निगम रायबरेली


40 हजार घरों को नौ महीने के अंदर मिलने लगेगा लाभ
जनार्दन सिंह ने दावा किया कि विभाग द्वारा कार्यदायी संस्थान को चुना जा चुका है और लोकसभा चुनावों के कारण थोड़े दिनों की इसमे देरी हुई है पर जल्द ही काम शुरु हो जाएगा. अगले नौ महीने के अंदर रायबरेली के करीब 40 हजार घरों को इस सुविधा का लाभ मिलना शुरु हो जाएगा. वेस्ट मैनेजमेंट की दिशा में बेहद सहूलियत प्रदान करने वाले इस उच्च तकनीक युक्त एफएसटीपी से स्वच्छ भारत मिशन को भी बल मिलने की उम्मीद है.

Intro:रायबरेली:जिले में एसटीपी से पहले फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) बनकर होगा तैयार, 426 .70 लाख लागत की स्वीकृत परियोजना पर जल्द ही शुरु होगा काम

10 मई 2019 - रायबरेली

नगरीय विकास में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की बेहद अहम भूमिका होती है।लंबे इंतज़ार के बाद रायबरेली शहर के लिए स्वीकृत हो चुके अत्याधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर काम शुरु हो चुका है और विभागीय अधिकारियों का दावा है कि लगभग 12 किमी के दायरे में पाइप लाइन डालने का काम पूरा हो चुका है पर इसके सुचारु रुप से काम शुरु करने में अभी भी कम से कम डेढ़ वर्ष का और समय लगने की उम्मीद है।रायबरेली के जल निगम ने वेस्ट मैनेजमेंट की दिशा में बड़ी पहल करते हुए डेडिकेटेड फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) बनाने का मन बनाया है।शासन द्वारा इसके लिए करीब 426 लाख की बजट धनराशि स्वीकृत भी हो चुकी है और लगभग 68 लाख की पहली किश्त विभाग को जारी भी कर दी गयी है।






Body:रायबरेली जल निगम के प्रभारी व अधिशासी अभियंता जनार्दन सिंह ने ईटीवी को बताया कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए निर्धारित स्थल से जुड़े परिसर में ही इस विशेष फीकल ट्रीटमेंट प्लांट को बनाया जाएगा।इसकी उपयोगिता के बारें में बताता हुए जनार्दन सिंह दावा करते है कि प्राइवेट सैप्टिक टैंक के वेस्ट प्रोड्यूस को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से निपटान किए जाने की व्यवस्था की जाएगी साथ ही एफएसटीपी को भूतल के नीचे विकसित किए जाने का डिज़ाइन तैयार किया गया है जिसके ऊपरी सतह पर हरियाली उगाने की व्यवस्था रहेगी।

जनार्दन सिंह ने दावा किया कि विभाग द्वारा कार्यदायी संस्थान को चुना जा चुका है और लोकसभा चुनावों के कारण थोड़े दिनों की इसमे देरी हुई है पर जल्द ही काम शुरु हो जाएगा और अगले 09 महीने के अंदर रायबरेली के करीब 40 हज़ार घरों को इस सुविधा का लाभ मिलना शुरु हो जाएगा।वेस्ट मैनेजमेंट की दिशा में बेहद सहूलियत प्रदान करने वाले इस उच्च तकनीक युक्त एफएसटीपी से स्वच्छ भारत मिशन को भी बल मिलने की उम्मीद है।


बाइट : जनार्दन सिंह - एक्सईएन - जल निगम - रायबरेली

प्रणव कुमार - 7000024034


Conclusion:
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:18 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.