रायबरेली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में आज कांग्रेसी आक्रामक अंदाज में नजर आए. किसानों के मुद्दे पर सरकार पर हमलावर रुख अपनाकर तिलक भवन से नारेबाजी करते हुए कांग्रेसी कलेक्ट्रेट पहुंचे. कलेक्ट्रेट पहुंचकर कांग्रेसियों ने राष्ट्रपति के नाम से संबोधित ज्ञापन सौंपा. हालांकि इस दौरान कांग्रेसी सरकार विरोधी नारेबाजी में इस कदर मशगूल थे कि उनको सोशल डिस्टेंसिंग का बिल्कुल ख्याल नहीं था.
'अन्नदाता परेशान और शासन-प्रशासन बेफिक्र'
कांग्रेस के रायबरेली जिला अध्यक्ष पंकज तिवारी ने कहा कि किसानों की समस्याओं को लेकर पार्टी के तमाम पदाधिकारी व कार्यकर्ता सड़कों पर उतरें है. अन्नदाता के लिए ये बेहद कठिन समय है. एक तरफ वैश्विक महामारी का प्रकोप है दूसरी तरफ सरकार की किसान विरोधी नीतियां हैं. उन्होंने कहा कि धान क्रय केंद्रों पर किसानों के धान को सही दामों में नहीं लिया जा रहा है. बिचौलिए व दलालों की गिरफ्त में सभी सरकारी केंद्र चलाए जा रहे हैं. सरकार दावे बड़े-बड़े कर रही हैं पर जमीनी सूरत इसके ठीक उलट है. कुछ कारण है कि आज कांग्रेसी सड़कों पर उतरे हैं और स्थानीय प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराना चाह रहे हैं.
'किसान विरोधी है केंद्र व प्रदेश सरकार'
कांग्रेस की महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष शैलजा सिंह ने कहा कि सरकार का किसानों के प्रति लापरवाह रवैया बेहद निराशाजनक है. किसान विरोधी बिल लाकर सरकार ने अन्नदाता का उत्पीड़न किया है. और अब धान का समर्थन मूल्य न देकर सरकार किसानों का शोषण कर रही है. उन्होंने कहा कि बिजली के बिल का बोझ भी किसानों के ऊपर जरुरत से ज्यादा डाला जा रहा है. हर तरफ से किसानों को नुकसान पहुंचाने में सरकार योगदान दे रही है. यही कारण है कि कांग्रेसियों ने आज राष्ट्रपति के नाम से जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन सौंपा है. अगर जल्द इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो कांग्रेसी सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेंगे.