आगरा: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार दोपहर एक निजी प्रोग्राम में आगरा पहुंचे. आगरा में मीडिया से अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर विधानसभा चुनव परिणाम पर कहा कि ये वोटों की लूट है. इसके साथ ही दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार पर कहा कि ये लोकतंत्र में जनता का फैसला है. अयोध्या की हार और मिल्कीपुर की जीत से बराबर नहीं हो सकती है. ये जीत अयोध्या का बदला कभी नहीं हो सकती है. इसके साथ ही सपा अध्यक्ष ने चुनाव आयोग को लेकर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि पता नहीं चुनाव आयोग सो रहा है या जाग रहा है. इस पर सबको चिंतन करना चाहिए.
सपा अध्यक्ष आगरा के एत्मादपुर में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि जब मैं रात को हाइवे पर चला तो कि जहां पर भी जगह थी. वहां पर गाड़ियां और बसें खड़ी थीं. ये सरकार अपने मनोरंजन के लिए फिल्मों को टैक्स फ्री कर देती हैं, तो इतने बड़े पैमाने पर कुंभ में स्नान के लिए लोग जा रहे हैं. दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. जिन परिवारों से मिला, उनमें हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के लोग मुझे मिले. दूसरे राज्यों से आ रहे हैं. उन्हें कितना टोल देना पड़ रहा होगा. जब सरकार कुंभ पर 10 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रही है, तो कुंभ में आने वाले यात्रियों के लिए टोल टैक्स भी माफ होना चाहिए. ये कोई बड़ी बात नहीं है.
कुंभ हादसे में मरे लोगों की संख्या बताए सरकार: सपा मुखिया ने कहा कि मैंने लोकसभा में कुंभ हादसे के मृतकों की सूची मांगी है. सरकार क्या छिपा रही है. सरकार 40 करोड़ लोगों के स्नान की गिनती गिन रही है. हर स्नान के बाद करोड़ों की गिनती बता देते हैं. वे ये नहीं बता पा रहे हैं कि मौनी अमावस्या पर कुंभ हादसे में कितने लोगों की जान गई है. कितने लोग लापता हैं. कोई अपने पिता को खोज रहा है, तो कोई परिवार के दूसरे सदस्य को खोज रहा है.
बेटी अपने पिता को खोज रही है. जो कुंभ में मरे हैं. उन्हें आप मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं दे रहे हैं. आपने ये घोषणा की कि कुंभ हादसे में मरने वालों के परिजनों को 25 लाख रुपये दिए जाएंगे. मगर, आप गिनती क्यों छिपा रहे हैं. ये हादसे में मरने वालों की गिनती इसलिए, छिपा रहे हैं कि इन्हें मुआवजा नहीं देना पड़े. बड़े पैमाने पर हादसे में जान गई है. बड़े पैमाने पर यहां आने और जाने वालों की हादसे में मौत हुई है. सभी को आर्थिक मदद करनी चाहिए.
हमें दिल्ली का परिणाम स्वीकार: सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि दिल्ली में हम चाहते थे कि आम आदमी पार्टी जीते. मगर, आप की जीत नहीं हुई है. वहां पर भाजपा जीती है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो भी परिणाम आया है. वो जनता का फैसला है. इसे हमें स्वीकार करते हैं. मगर, यूपी को लेकर हम कहेंगे कि लोगों ने मिल्कीपुर में पूरी ताकत लगा दी. इन्हें तो लोकतंत्र में सम्मान मिलना चाहिए. इसके साथ ही उन बीएलओ को सम्मान मिलना चाहिए. जिन्होंने पर्ची नहीं पहुंचाई. समाजवादी पार्टी समर्थकों के नाम काट दिए.
अधिकारियों को भी सम्मान मिलना चाहिए, जिन्होंने वोट नहीं डालने दिए. इसके साथ ही ऐसे लोगों को भी सम्मान मिलना चाहिए, जिन्होंने 6 वोट डाले. जिन लोगों ने दूसरे जिलों से आकर वोट डाले. उन्हें भी सम्मान मिलना चाहिए. जिन्हें हमने खुद पकड़ा है. जो लोग मिल्कीपुर जीत कर ये संदेश देना जाता हैं. अयोध्या की हार को मिल्कीपुर की जीत से बराबर नहीं हो सकती है. अयोध्या की हार हमेशा अयोध्या की हार रहेगी. मिल्कीपुर की जीत, अयोध्या हार का बदला कभी नहीं हो सकती है. ये चुनाव भी हम जीत जाते. लेकिन, इन्होंने बडे़ पैमाने पर बेईमानी हुई.
इंडिया गठबंधन और मजबूत होगा: हमने जहां पर प्रचार किया. वो सीटे हम जीते हैं. इंडिया गठबंधन और मजबूत होगा. हम और आप लोग सभी कई बार अपनी हार से बहुत सीखते हैं. हार से सीखना ही आने वाले समय का रास्ता बनाता है. हारने के बाद बहुत कुछ सीखने को मिलता है. सच्चाई तो ये है कि मैंने मिल्कीपुर के चुनाव से पहले ही कहा था कि महाकुंभ के बाद 144 साल ये चुनाव हुआ है. लोकतंत्र के जांबाज लोग. उन्हें प्रमाण पत्र मिलना चाहिए. ये काम कोई न कोई करे.
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