रायबरेली: योगी सरकार ने भले ही शनिवार को ही हाथरस घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश केंद्र सरकार से कर दी हो, लेकिन घटना को लेकर लगातार चल रहे विरोध और प्रदर्शन का दौर रविवार को भी जारी रहा. सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में तमाम कांग्रेसी कार्यकर्ता शहर के शहीद चौक पर एकत्रित होकर हाथरस के डीएम की बर्खास्तगी की मांग करते नजर आए. इस दौरान कांग्रेसियों ने योगी सरकार पर तत्कालीन डीएम प्रवीण कुमार को बचाने का आरोप लगाया.
डिग्री कॉलेज चौराहे के पास बने शहीद चौक पर धरने पर बैठे कांग्रेस जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने हाथों में बैनर-पोस्टर के साथ 'हाथरस डीएम को बर्खास्त करो' और 'हाथरस की बेटी को न्याय दो' की मांग की. प्रदर्शन में शामिल पार्टी के जिला अध्यक्ष पंकज तिवारी ने बताया कि हाथरस की घटना ने मानवता को शर्मसार किया है. हाथरस की बेटी के साथ दरिंदगी होने के बावजूद वहां के प्रशासन व तत्कालीन डीएम रहे प्रवीण कुमार ने घोर ज्यादती बरती है. हालांकि यह सब सरकार के इशारे पर ही डीएम ने किया है. यही कारण है कि सरकार जिला अधिकारी को बचाने में जुट गई है.
पंकज तिवारी ने कहा कि सरकार ने पीड़ित परिवार की मांगों को नजरअंदाज करते हुए सीबीआई जांच की सिफारिश की है. परिजनों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की निगरानी में न्यायिक जांच की मांग की थी. सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है. वहीं डीएम के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि सरकार तत्काल डीएम को बर्खास्त करे और पीड़ित परिवार को न्याय देने की दिशा में न्यायिक जांच की पैरवी भी करे. इन्हीं मांगों को लेकर कांग्रेसी धरने पर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि जब तक हाथरस की बेटी को न्याय नहीं मिल जाता, कांग्रेसी कार्यकर्ता और पदाधिकारी शांत नहीं बैठेंगे.