रायबरेलीः मंगलवार को जिले में पहुंचे मण्डलायुक्त मुकेश मेश्राम ने कलेक्ट्रेट परिसर में बने एकीकृत कमांड एवं कंट्रोल सेंटर और रेयान इंटरनेशनल स्कूल में स्थापित एल-1 हॉस्पिटल एवं बटोही एल-1 कोविड केयर सेन्टर का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त ने रेयान स्कूल में बनाये गये एल-1 हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमति मरीजों को दिए जाने वाले भोजन सामग्री के बाबत भी जानकारी हासिल की.
इस दौरान बचत भवन के सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए ट्रूनेट मशीन और रैपिड एंटीजेन से बड़ी तादाद में कोरोना टेस्ट किए जाने पर जोर दिया. साथ ही एल-1 और एल-2 अस्पतालों में कोविड-19 के प्रोटोकाॅल के अनुरूप व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए. इसके अलावा कोविड अस्पतालों में बेडों और ऑक्सीजन की सुचारु व्यवस्था करने के साथ ही 48 घण्टे ऑक्सीजन बैकअप बरकरार रखने पर जोर दिया.
बैठक में नगर पालिका और नगर पंचायत के प्रभारियों, एडीएम एफआर, डीपीआरओ को निर्देश दिये कि नगर पालिका और नगर पंचायतों सहित जनपद के शहरी, दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई, अभियान के रूप में कराई जाए. साथ ही जहां पर पानी का भराव हो उसको दूर कराएं. मच्छरों व जलजनित होने वाली बीमारियों को रोकने के लिए एंटीलार्वा फॉगिंग आदि का छिड़काव नियमित रूप से कराए जाएं.
निरीक्षण के बाद कमिश्नर मेश्राम ने जनपद में डीएम और सीएमओ के बीच हुए विवाद के बारे में पूछे जाने पर कहा कि कोरोना से जंग में सभी साथ मिलकर काम कर रहे हैं. टीम वर्क की ही बदौलत इस पर जीत हासिल की जा सकती है. साथ ही पूरे विवाद को और बढ़ाने की अपेक्षा इसका पटाक्षेप करने की बात कहते हुए यह भी जोड़ा कि यदि किसी की भी भावनाएं आहत हुई हैं तो इसके लिए वह खुद खेद व्यक्त करते हैं.
गौरतलब है कि बीते 4 सिंतबर को डीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान तमाम अधिकारियों की मौजूदगी में जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने सीएमओ डॉ. संजय शर्मा को लताड़ लगाई थी. जिसकी शिकायत करते हुए सीएमओ ने महानिदेशक स्वास्थ्य को पत्र लिखा था. तभी से विभिन्न एसोसिएशन भी पूरे घमासान पर तल्ख टिप्पणी करते हुए मामले को और पेचीदा बनाते नज़र आए थे. बाद में डीएम की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पुष्टि हुई थी तभी से वो आइसोलेशन में हैं. हालांकि कमिश्नर ने अब कोई विवाद शेष न होने की बात कही.